Repo Rate vs Bond Yield: सरकार लेने जा रही है ₹8 लाख करोड़ का लोन, सरकारी बॉन्ड्स पर बढ़ने वाला है फायदा, जाने कैसे?

भारतीय रिजर्व बैंक यानी Reserve Bank of India ने हाल ही में रेपो रेट में कटौती की है, जिसके बाद आमतौर पर बॉन्ड यील्ड घटने की उम्मीद रहती है. लेकिन इसके उलट सरकारी बॉन्ड यील्ड में तेजी देखी गई है. इसकी बड़ी वजह सरकार की भारी उधारी योजना है. सरकार चौथी तिमाही में करीब ₹8 लाख करोड़ का कर्ज लेने जा रही है. जब बाजार में सरकारी बॉन्ड की सप्लाई अचानक बढ़ती है, तो उनकी कीमतों पर दबाव आता है और यील्ड ऊपर चली जाती है.

हाई बॉन्ड यील्ड का असर बैंकों की फंडिंग लागत पर पड़ता है. इससे होम लोन और कॉरपोरेट लोन सस्ते होने की रफ्तार धीमी हो सकती है. वहीं निवेशकों के लिए सरकारी बॉन्ड ज्यादा आकर्षक बन जाते हैं क्योंकि रिटर्न बढ़ जाता है. कुल मिलाकर रेपो रेट कट के बावजूद सरकारी उधारी ने बॉन्ड मार्केट का समीकरण बदल दिया है और यही वजह है कि यील्ड में तेजी बनी हुई है.