Rupee vs Dollar: रुपया 30 पैसे कमजोर, डॉलर इंडेक्स की तेजी और शेयर बाजार की बिकवाली का दिखा असर
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले मंगलवार को भारतीय रुपया 30 पैसे कमजोरी के साथ 85.40 पर बंद हुआ. डॉलर इंडेस और यूएस बॉन्ड यील्ड में उछाल और भारतीय शेयर बाजार में गिरावट को रुपये की कमजोरी का मुख्य कारण माना गया है.
डॉलर के मुकाबले मंगलवार को भारतीय रुपया 30 पैसा कमजोर होकर 85.40 प्रति डॉलर के लेवल पर बंद हुआ. इससे पहले लगातार दो सत्र में रुपये में जोरदार मजबूती आई थी. शुक्रवार को जहां रुपया 50 पैसे की मजबूती के साथ बंद हुआ था, वहीं सोमवार को रुपया 35 पैसे की मजबूती के साथ बंद हुआ. फॉरेक्स ट्रेडर्स के मुताबिक मंगलवार को डॉलर इंडेक्स और यूएस बॉन्ड की यील्ड में सुधार हुआ, जिसका असर रुपये पर दिखा. इसके अलावा भारतीय शेयर बाजार में हुई बिकवाली का भी दबाव रुपये पर देखने को मिला है. फॉरेक्स ट्रेडर्स के मुताबिक डॉलर ज्यादातर करेंसी के मुकाबले मजबूत हुआ है.
कैसा रहा रुपये का कारोबार?
इंटरबैंक फॉरेन करेंसी एक्सचेंज पर मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपये की ओपनिंग 85.15 के स्तर पर हुई. इसके बाद 85.11 के इंट्रा डे हाई और 85.45 के इंड्रा डे लो के बीच कारोबार हुआ. दिन के आखिर में 85.40 प्रति डॉलर के स्तर पर बंद हुआ. इस बीच छह मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की ताकत को मापने वाला डॉलर इंडेक्स 0.51 फीसदी तेजी के साथ 99.43 पर कारोबार कर रहा है.
क्या है एक्सपर्ट की राय?
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट दिलीप परमार का कहना है कि ज्यादातर प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर के मजबूत होने की वजह से भारतीय रुपया दो दिन की मजबूती के बाद मंगलवार को दबाव में आया. डॉलर इंडेक्स में सुधार असल में अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में आए उछाल के कारण है. परमार के मुताबिक शॉर्ट टर्म में USDINR का कारोबार 85.90 से 84.80 के बीच रहने की संभावना है.
डॉलर की मांग बढ़ी
मिराए एसेट शेयरखान के रिसर्च एनालिस्ट अनुज चौधरी का कहना है कि कमजोर घरेलू शेयर बाजारों और अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में तेजी के कारण रुपये में गिरावट आई है. कमजोर विदेशी निवेश ने भी रुपये पर दबाव डाला है. इसके साथ ही चौधरी का कहना है कि आयातकों की ओर से महीने के अंत में डॉलर की मांग बढ़ने की वजह से भी रुपये पर दबाव बढ़ गया है. इसके अलावा कच्चे तेल के दाम भी रुपये की मजबूती के खिलाफ काम कर रहे हैं.