बाजार के साथ दहाड़ा रुपया, डॉलर के मुकाबले 36 पैसे मजबूती के साथ 85.72 पर हुआ बंद
ईरान-इजरायल युद्धविराम और घरेलू शेयर बाजारों में तेजी के असर से भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले गुरुवार को 36 पैसे की मजबूती के साथ 85.72 पर बंद हुआ. इसके अलावा अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में गिरावट का असर भी रुपये पर दिखा है.
INR vs USD: अमेरिकी डॉलर के मुकाबले गुरुवार को रुपये में 36 पैसे की मजबूती आई. फॉरेक्स ट्रेडर्स के मुताबिक रुपये में तेजी के पीछे ईरान-इजरायल युद्धविराम के साथ ही डॉलर इंडेक्स में कमजोरी और घरेलू बाजार में तेजी की वजह से रुपये में मजबूती का रुख रहा. इंटरबैंक फॉरेन करेंसी एक्सचेंज पर गुरुवार को भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 85.91 पर खुला. इसके बाद दिन में 85.63 रुपये प्रति डॉलर के इंट्रा डे हाई और 85.93 के इंट्रा डे लो के बीच कारोबार करते हुए 85.72 पर बंद हुआ. इससे पहले बुधवार को रुपये में 3 पैसे की कमजोरी आई थी, वहीं मंगलवार को रुपया 73 पैसे की मजबूती के साथ बंद हुआ था.
विदेशी मुद्रा कारोबारियों का कहना है कि ईरान और इजरायल के बीच युद्धविराम की घोषणा के बाद वैश्विक बाजारों में निवेशकों के बीच जोखिम उठाने की भावना बढ़ी है, जिसके चलते रुपये को लेकर भी निवेशकों की धारणा बदली है और भारत में निवेश बढ़ रहा है. गुरुवार को घरेलू बाजारों से भी रुपये को सपोर्ट मिला है. बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी में गुरुवार को एक फीसदी के करीब तेजी रही.
क्या है एक्सपर्ट का रुख?
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के रिसर्च एनालिस्ट दिलीप परमार का कहना है कि गुरुवार को भारतीय रुपये और शेयरों में मजबूती देखी गई है. उन्होंने कहा कि अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में कमजोरी और आईपीओ में निवेश के लिए डॉलर की आवक की वजह से भी रुपये में मजबूती को सपोर्ट मिला है.
डॉलर इंडेक्स और क्रूड प्राइस
अमेरिका में ब्याज दरों में अपेक्षा से पहले कटौती की अटकलों के बीच डॉलर सूचकांक गुरुवार को तीन साल के निचले स्तर पर पहुंच गया है. दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक गुरुवार को 0.46 फीसदी की गिरावट के साथ 97.23 पर आ गया. वहीं, इंटरनेशनल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड गुरुवार को 1.39 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 68.62 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा.