आज क्या है सोने का भाव? दिल्ली में इतने रुपये में बिका 10 ग्राम सोना, आप भी जान लीजिए रेट
Gold Price Today: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गुरुवार 26 जून को सोने की कीमतों में कोई बड़ा बदलाव नहीं देखने को मिला. इस बीच, सोने के कारोबारी ईरान-इजराइल युद्धविराम की खबरों से अब अधिक प्रभावित नहीं हैं. हाल के दिनों में गोल्ड की कीमतों में गिरावट आई है.
Gold Price Today: सोने की कीमतों में पिछले कुछ दिनों में नरम हुई हैं और ये अब एक लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के आंकड़े से नीचे आ गई हैं. ईरान और इजरायल के बीच युद्ध के दौरान गोल्ड के भाव में जोरदार तेजी दर्ज की गई थी. अब, जब दोनों देश युद्धविराम की तरफ बढ़ रहे हैं, तो सोने की कीमतें नरम हुई हैं. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गुरुवार 26 जून को सोने की कीमतों में कोई बड़ा बदलाव नहीं देखने को मिला. सर्राफा बाजार में सोने की कीमत 98,600 रुपये प्रति 10 ग्राम पर स्थिर बनी रही. 99.5 फीसदी प्योरिटी वाले गोल्ड की कीमत भी 98,050 रुपये प्रति 10 ग्राम (सभी टैक्स सहित) पर स्थिर रही.
गुरुवार को चांदी की कीमतें भी 1,03,100 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी टैक्स समेत) पर स्थिर रहीं. वैश्विक मोर्चे पर स्पॉट गोल्ड मामूली रूप से बढ़कर 3,334.41 डॉलर प्रति औंस हो गया.
सोने के भाव में मामूली तेजी
एचडीएफसी सिक्योरिटीज में सीनियर एनालिस्ट (कमोडिटिज) सौमिल गांधी ने कहा कि सट्टेबाजों की लिवाली तथा कमजोर अमेरिकी डॉलर की वजह से सोने में गुरुवार को को मामूली बढ़त देखी गई. वहीं अमेरिकी डॉलर इंडेक्स गिरकर 97 से नीचे आ गया. यह इसका मार्च 2022 के बाद सबसे निचला स्तर है.
अमेरिकी डॉलर पर दबाव
उन्होंने कहा कि यह गिरावट निराशाजनक अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों, देश और आर्थिक स्वास्थ्य के बारे में चिंताओं और संभावित दरों में कटौती के बारे में बढ़ती अटकलों के कारण हुई. इसके अलावा, बढ़ती राजकोषीय चिंताओं ने भी अमेरिकी डॉलर पर दबाव डाला, जबकि कीमती धातुओं को समर्थन मिला.
ईरान-इजराइल युद्धविराम से राहत
इस बीच, सोने के कारोबारी ईरान-इजराइल युद्धविराम की खबरों से अब अधिक प्रभावित नहीं हैं. गांधी ने कहा कि अब ध्यान व्यापार सौदों से संबंधित घटनाक्रमों और आगामी अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों पर है, जिनके आने वाले दिनों में सर्राफा और डॉलर के रुझानों को प्रभावित करने की उम्मीद है.
आर्थिक आंकड़ों पर नजर
उन्होंने कहा कि बाजार प्रतिभागी अमेरिकी अर्थव्यवस्था के स्वास्थ्य के बारे में और जानकारी हासिल करने के लिए अमेरिकी जीडीपी, टिकाऊ वस्तुओं के ऑर्डर और शुरुआती बेरोजगारी दावों सहित वृहद आर्थिक आंकड़ों पर बारीकी से नजर रख रहे हैं.