चांदी ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, ₹1.84 लाख के पार पहुंच बनाया नया हाई, जानें क्यों आई कीमतों में तेजी
चांदी की चमक लगातार बढ़ती जा रही है. हर रोज ये नए-नए रिकॉर्ड बना रही है. 3 दिसंबर को भी इसने इतिहास रचते हुए नया ऑल टाइम हाई बनाया. इसकी कीमतें 1.84 लाख रुपये प्रति किलो के पार पहुंच गई है. तो क्यों चांदी की कीमतों में लगातार हो रहा इजाफा, जानिए वजह.
Silver Hits new high: आमतौर पर सोने में तेजी देखने को मिलती है, लेकिन पिछले कुछ महीनों से चांदी भी तेजी से चमक रही है. यही वजह है कि इसकी कीमतें लगातार नए हाई बना रही है. 3 दिसंबर 2025, बुधवार को भी इसने पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए नया हाई बनाया. चांदी 3,126 रुपये की छलांग लगाकर नए रिकॉर्ड 1,84,727 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई है.
तेजी की वजह
विश्लेषकों का कहना है कि अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की ऐतिहासिक गिरावट ने इस रैली को और जोर दिया है. साथ ही चांदी की बढ़ती मांग और त्योहारी सीजन में इसकी जोरदार बिक्री की वजह से भी चांदी की कीमतों में इजाफा हो रहा है. कई दिग्गजों का अनुमान है कि चांदी साल 2026 तक दो लाख के पार पहुंच सकती है. आने वाले दिनों में चांदी-सोने की तरह तेजी पकड़ सकती है.
गोल्ड में भी दिखी चमक
चांदी की तरह सोने की कीमतों में भी बुधवार को जबरदस्त उछाल देखने को मिला. मजबूत ग्लोबल संकेतों के सहारे सोना आज 1,30,766 रुपये प्रति 10 ग्राम पर जा पहुंचा. MCX पर फरवरी 2026 के गोल्ड फ्यूचर्स 1,007 रुपये या 0.78% चढ़कर 1,30,766 रुपये पर पहुंच गए. वहीं चांदी के मार्च 2026 डिलीवरी वाले कॉन्ट्रैक्ट ने 3,126 रुपये यानी 1.72% की उछाल के साथ अब तक का सबसे ऊंचा स्तर छू लिया. रुपये की बात करें तो बुधवार सुबह यह पहली बार 90 के पार फिसलकर 90.02 पर आ गया, जिससे बाजार सेंटीमेंट पर दबाव बढ़ा है.
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ग्लोबल मार्केट में चमके सोना-चांदी
ग्लोबल मार्केट में भी कीमती धातुएं चमक रही हैं. Comex पर दिसंबर गोल्ड 29.3 डॉलर बढ़कर 4,215.9 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया, जबकि फरवरी 2026 का कॉन्ट्रैक्ट 39.3 डॉलर उछलकर 4,260.1 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड हुआ. जानकारों का कहना है कि यूएस फेडरल रिजर्व की अगली बैठक में रेट कट की उम्मीदों ने सोने को फिर से छह हफ्ते के हाई के करीब पहुंचा दिया है.
बाजार की नजर अब ADP एम्प्लॉयमेंट रिपोर्ट और सितंबर की टली हुई PCE महंगाई रिपोर्ट पर है, जो फेड की अगली चाल को लेकर और संकेत दे सकती है. इस बीच अमेरिकी बॉन्ड यील्ड्स भी वैश्विक बिकवाली के बाद थोड़ी नरमी दिखा रही हैं, जो कीमती धातुओं के लिए और समर्थन का काम कर रही है.