ट्रंप बिगाड़ रहे ‘मित्र मोदी’ के तेल का खेल! क्या वेनेजुएला Oil Tariff होगा बेअसर, भारत के पास क्या हैं विकल्प?

US President डोनाल्ड ट्रंप ने Venezuela oil पर टैरिफ का ऐलान कर दिया है. भारत, चीन और स्पेन के साथ Venezuela के तेल का सबसे बड़ा आयातक है. ट्रंप की तरफ से लगाए गए 25 फीसदी टैरिफ का भारत पर क्या असर होगा और भारत के पास सस्ते तेल की आपूर्ति के और क्या विकल्प हैं?

ट्रंप के टैरिफ से बढ़ेगी भारत की मुश्किल Image Credit: Canva Dream Lab

खुद को भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मित्र बताने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, भारत के लिए तेल के खेल में अड़ंंगा लगा रहे हैं. भारत वेनेजुएला के सस्ते कच्चे तेल के सबसे बड़े आयातकों में शामिल है. 2024 में भारत ने वेनेजुएला से 2.2 करोड़ बैरल कच्चा तेल खरीदा है. लेकिन, अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वेनेजुएला से कच्चा तेल खरीदने वाले देशों पर 25 फीसदी की दर से टैरिफ लगाने का ऐलान किया है. कच्चे तेल का निर्यात वेनेजुएला की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है. वहीं, भारत, चीन और स्पेन के साथ इस तेल का सबसे बड़ा आयातक देश है.

ट्रंप ने क्या ऐलान किया?

ट्रंप ने वेनेजुएला के तेल उद्योग को ठप करने के लिए टैरिफ का ऐलान करते हुए कहा है कि जो भी देश वेनेजुएला से कच्चे तेल का आयात करते हें, उनको अमेरिका के साथ कारोबार करने पर 25 फीसदी टैरिफ चुकाना होगा.

भारत के लिए क्यों है चिंता की बात?

ट्रंप की तरफ से अब तक टैरिफ के जितने भी ऐलान हुए हैं, उनका सीधे तौर पर भारत पर बहुत ज्यादा असर नहीं दिखा है. लेकिन, वेनेजुएला से तेल खरीद पर टैरिफ का भारत पर सीधा असर होगा. क्योंकि, भारत बड़ी मात्रा में वेनेजुएला से कच्चे तेल का आयात करता है. वेनेजुएला से तेल के आयात की मुख्य वजह, तेल का सस्ता होना है. ऐसे में भारत के लिए ट्रंप का यह ऐलान मुश्किल खड़ी कर सकता है. असल में वेनेजुएला का कच्चा तेल भारतीय रिफाइनरीज के लिए अनुकूल है. ऐसे में भारत वेनेजुएला से तेल का आयात बढ़ाने पर भी विचार कर रहा है.

क्या हैं भारत के पास विकल्प?

ट्रंप ने 20 जनवरी को जब अमेरिकी राष्ट्रपति पद संभाला था, तो ऐलान किया था कि अमेरिकी कंपनियों को तेल का उत्पादन बढ़ाने को कहेंगे, जिससे दुनिया में तेल के दाम घटें. भारत वेनेजुएला से अपनी जरूरत के लिए होने वाले कुल कच्चे तेल के आयात का करीब 1.5 फीसदी वेनेजुएला से खरीदता है. ऐसे में अगर अमेरिकी कंपनियों की तरफ से उत्पादन बढ़ाया जाता है, तो भारत अमेरिकी कंपनियों से तेल खरीद सकता है.

कौनसे बड़े देश कर रहे आयात?

वेनेजुएला से कच्चे तेल के आयात में चीन शीर्ष पर है. इसके अलावा भारत भी शीर्ष आयातकों में शामिल है. भारत के अलावा स्पेन और इटली भी वेनेजुएला से कच्चे तेल का आयात करते हैं.

अमेरिकी प्रतिबंधों ने बिगाड़ा भारत का खेल

2020 तक वेनेजुएला भारत के कच्चे तेल की आपूर्ति में शीर्ष पर था. लेकिन, अमेरिकी प्रतिबंधों के चलते 2020 के बाद भारत को वेनेजुएला से तेल का आयात पूरी तरह बंद करना पड़ा. इसके बाद रूस, भारत के लिए सबसे बड़ा तेल सप्लायर बन गया, जो पहले सिर्फ 0.2 फीसदी सप्लाई करता था. इसके बाद इस साल 10 जनवरी को अमेरिका ने उन रूसी तेल कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिए, जिनकी मदद से रूसी तेल भारत तक पहुंच रहा था. अब ये नए प्रतिबंध भारतीय तेल आयातक कंपनियों के लिए नई चुनौति हैं, क्योंकि भारत को अब नए आपूर्तिकताओं की तलाश करनी होगी.

Latest Stories

Gold Rate Today: औंधे मुंह गिरे सोने-चांदी के दाम, मुनाफावसूली का दिखा असर, जानें कितना हुआ सस्‍ता

TV9 Network Wellness & HealthTech Summit: 10 लोगों से 900 कर्मचारियों तक, सुनील श्रीवास्तव ने बताई Visit Health की ग्रोथ स्टोरी

कर्मचारियों की वेलनेस, कॉस्ट नहीं इन्वेस्टमेंट है: TV9 नेटवर्क समिट में दिग्गज बोले-नई सोच बनाएगी मजबूत संगठन

जुहू से अलीबाग तक फैला है अक्षय खन्ना का आलीशान घर, गैराज में खड़ी हैं करोड़ों की लग्जरी कारें, जानें कितनी दौलत के मालिक

नए साल में सस्ती हो जाएगी CNG और PNG, 2-3 रुपये प्रति यूनिट की होगी बचत

22 साल के कैवल्य वोहरा बने देश के सबसे यंग सेल्फ-मेड एंटरप्रेन्योर, चलाते हैं Zepto, IDFC FIRST-हुरुन इंडिया ने जारी की लिस्ट