एक S-400 मिसाइल लॉन्च करने में कितना आता है खर्च, जानें कैसे बन जाता है इतना पावरफुल

भारत और पाकिस्तान के बीच हुए हालिया युद्ध के दौरान भारत ने रूसी S-400 एयर डिफेंस सिस्टम का प्रभावशाली प्रदर्शन किया. इस डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल हमलों को हवा में ही खत्म कर दिया. 35,000 करोड़ रुपये की लागत से खरीदे गए इस सिस्टम की सबसे घातक मिसाइल 40N6E मानी जाती है. क्या आपको मालूम है कि एक मिसाइल लॉन्च करने पर कितना खर्च आता है?

S-400 डिफेंस मिसाइल Image Credit: @Tv9

Cost of Launching One S-400 Defence Missile: भारत पाकिस्तान की बीच 4 दिवसीय युद्ध को हुए कुछ सप्ताह बीच चुके हैं. फिर भी गोलीबारी के दौरान भारत की ओर से इस्तेमाल किए गए डिफेंस सिस्टम की बात आज भी होती है. भारत ने पाकिस्तान के तमाम हमलों का जवाब अपने एक डिफेंस सिस्टम से कर दिया है. उस डिफेंस सिस्टम का नाम S-400 है जिसे भारत का सुदर्शन चक्र कहा जाता है. इस डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान की ओर से किए जाने वाले तमाम ड्रोन से लेकर दूसरे हमलों को हवा में भी खत्म कर दिया था. भारतीय सेना ने बताया था कि ये हमला तकरीबन तीन दिनों तक चला था लेकिन भारतीय डिफेंस सिस्टम की मुस्तैदी ने दुश्मन की सारी कोशिशों पर राख में मिलाते हुए ध्वस्त कर दिया.

35000 करोड़ रुपये का डील

इस घटना के बाद S-400 एयर डिफेंस जिसे रूस ने बनाया है कि चर्चा फिर से तेज हो गई है. चर्चा इतनी बढ़ी कि तुर्किए ने भी इसका ऑर्डर रूस को दे दिया है. खैर, हम उसकी बात नहीं करेंगे. हम बात करने वाले हैं कि इसको इस्तेमाल करने में लगने वाले खर्च की. आखिर एक मिसाइल दागने में कितना खर्च आता है. क्या ये हर हमले के जवाब में दागा जाता है. मालूम हो कि S-400 डिफेंस सिस्टम को भारत ने 2018 में रूस से 35,000 करोड़ रुपये के सौदे के तहत इसके 5 स्क्वाड्रन खरीदे थे. चीन और पाकिस्तान की ओर से संभावित खतरों को देखते हुए भारत ने अपनी पश्चिमी और उत्तरी सीमाओं पर तैनात किया है.

एक S-400 मिसाइल के लिए कितना खर्च करता है भारत

S-400 मिसाइल सिस्टम की सबसे महंगी मिसाइल 40N6E होती है. इसकी रेंज 400 किमी तक की होती है. यानी यह 400 किमी दूर दुश्मन देश के मिसाइल को राख कर सकता है. ABP न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस दूरी वाली मिसाइलों की कीमत करीब 1 से 2 मिलियन डॉलर (तकरीबन 8 से 16 करोड़ रुपये) तक की हो सकती है. इससे इतर, अलग-अलग मिसाइलों की कीमत उनकी दूरी और मॉडल के आधार पर ज्यादा कम हो सकती है.

S-400 के बारे में

यह सिस्टम एक बार में 72 मिसाइल दागने की क्षमता रखता है. इससे इतर, यह माइनस 50 से लेकर 70 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान में भी काम करने में सक्षम है. इसका रडार सिस्मट 600 किलोमीटर की दूरी तक दुश्मन की एक्टिविटीज को ट्रैक कर सकता है. इसी के साथ इसका टारगेट रेंज भी 400 किलोमीटर का है. मतलब यह इस रेंज में आने वाली मिसाइलों को खत्म कर सकता है. एस-400 के अलावा 3 और रेंज वाली अगल अगल मिसाइलों से लैस है. इसमें 48N6E3 मिलता है- इसका रेंज 250 किमी का है, 40N6E- 400 किमी का रेंज और 9M96E और 9M96E2 है जो कम दूरी की तेज और सटीक मिसाइल है.

झटपट हो जाता है तैयार

S-400 मिसाइल सिस्टम को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि उसे तेजी से एक जगह से दूसरे जगह पर ले जाया जा सके. इसके सभी हिस्से पहियों वाले वाहनों पर लगे होते हैं जिससे इसे आसानी से ट्रांसपोर्ट किया जा सकता है. इसे केवल 5 से 10 मिनट में तैयार किया जा सकता है. इसकी खासियत है “शूट एंड स्कूट” क्षमता यानी यह मिसाइल दागने के तुरंत बाद अपनी जगह बदल सकता है. यह सिस्टम क्षेत्रीय सुरक्षा (Area Defence) और बिंदु सुरक्षा (Point Defence) दोनों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है. यह जमीन से लेकर बहुत ऊंचाई पर उड़ रहे खतरों जैसे बैलिस्टिक मिसाइलों को भी नष्ट कर सकता है.

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