Air India Plane Crash: हादसे की जांच जारी, मेंटेनेंस रिकॉर्ड में नहीं मिली कोई गड़बड़ी; फिर क्या है कारण!

12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रहा एयर इंडिया का Boeing 787-8 ड्रीमलाइनर टेक-ऑफ के तुरंत बाद क्रैश हो गया, जिसमें विमान में सवार 241 लोगों समेत कई अन्य की मौत हुई. रिपोर्ट के अनुसार, विमान की मेंटेनेंस जांच समय पर हुई थी और किसी तकनीकी खामी की पुष्टि नहीं हुई है.

फ्लाइट के टेकऑफ से पहले की जांच. Image Credit: Getty image

Air India Plane Crash Maintenance: 12 जून को अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ देर बाद लंदन जा रहा एयर इंडिया का Boeing 787-8 ड्रीमलाइनर विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. हादसे में विमान में सवार 241 लोगों के अलावा जमीन पर मौजूद कई दूसरे लोगों की भी जान चली गई. यह विमान बी जे मेडिकल कॉलेज, अहमदाबाद की रिहायशी कॉलोनी पर गिरा. इस घटना ने लोगों को दहला दिया है. लेकिन अब सवाल उठ रहा है कि आखिर ऐसा हुआ कैसा. कैसे उड़ने के तुरंत बाद प्लेन क्रैश हो गई. क्या उस बोइंग विमान में पहले से सब कुछ ठीक था या एयर इंडिया की ओर से कोई लापरवाही बरती गई है. इसको लेकर एक नई बात सामने आई है.

2023 में हुई थी मेंटेनेंस जांच

पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एयरलाइन अधिकारियों ने जानकारी दी है कि विमान (रजिस्ट्रेशन नंबर VT-ANB) ने जून 2023 में “सी-चेक” यानी गहराई से तकनीकी चेकिंग करवाया था. अगला ऐसा मेंटेनेंस दिसंबर 2025 के लिए तय था. यह जांच AI Engineering Services Ltd (AIESL) की ओर से की गई थी. करीब 12 साल पुराने इस विमान के दाहिने (राइट साइड) इंजन की ओवरहालिंग मार्च 2025 में की गई थी, जबकि बाएं (लेफ्ट साइड) इंजन की जांच अप्रैल 2025 में इंजन बनाने वाले की गाइडलाइन के अनुसार की गई थी.

यह विमान GE Aerospace के GEnx इंजन से लैस था. अधिकारियों ने दावा किया है कि उड़ान से पहले विमान या इंजन में कोई तकनीकी खराबी नहीं थी. हालांकि, एयर इंडिया की तरफ से इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है. लेकिन सबसे बड़ा सवाल अब भी बरकरार है कि अगर किसी तरह की कोई लापरवाही या गलती नहीं थी फिर ये हादसा हुआ कैसा. क्या ये असल में मानवीय गलती थी. खैर, ये तमाम बातें जांच के बाद ही सामने आएंगी.

DGCA ने दिए सख्त निरीक्षण के निर्देश

घटना के बाद, एविएशन रेगुलेटर DGCA ने एयर इंडिया के Boeing 787-8 और 787-9 विमानों की सुरक्षा जांच बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. एयर इंडिया ने शनिवार को जानकारी दी कि इन विमानों की वन-टाइम सेफ्टी चेक प्रक्रिया चल रही है और अब तक 9 विमानों की जांच पूरी हो चुकी है. एयर इंडिया के पास वर्तमान में 26 पुराने 787-8 और 7 नए 787-9 ड्रीमलाइनर विमान हैं. इसको लेकर इंजन निर्माता GE Aerospace ने शुक्रवार को कहा कि वे DGCA की ओर से की जा रही सुरक्षा जांच का समर्थन करते हैं और जांच एजेंसियों को हर तरह की तकनीकी मदद देने के लिए मौजूद हैं.

पूर्व मंत्री का बयान और जांच समिति

पूर्व नागर विमानन मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने इस दुर्घटना पर चिंता जताते हुए कहा कि एयर इंडिया के टाटा ग्रुप द्वारा अधिग्रहण के तीन साल बाद अब कंपनी को वर्ल्ड-क्लास मेंटेनेंस और संचालन पर और ध्यान देने की जरूरत है. इस बीच, एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने हादसे की जांच शुरू कर दी है और एक उच्च स्तरीय मल्टी-डिसिप्लिनरी कमेटी भी गठित की गई है जो इस दुर्घटना के कारणों की पड़ताल करेगी.

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