क्या होता है क्रिप्टो इंश्योरेंस, कैसे एसेट्स को सुरक्षित रखने में करता है निवेशकों की मदद?
Crypto Industry जितनी तेजी से बड़ी हो रही है, इसमें स्कैम और हैकिंग के मामले में उतनी ही तेजी से बढ़ रहे हैं. तमाम लोग जल्दी अमीर बनने के लिए डिजिटल एसेट्स में निवेश कर रहे हैं. लेकिन, इन एसेट्स पर साइबर अपराधियों की निगाहें लगी हैं. आपके क्रिप्टो एसेट्स को सुरक्षित करने में क्रिप्टो इंश्योरेंस बेहद मददगार होता है. जानते हैं इसके बारे में सबकुछ.
क्रिप्टो एसेट्स पर साइबर अपराधियों के हमले लगातार बढ़ रहे हैं. पिछले साल ही क्रिप्टो इंडस्ट्री को ऐसे घोटालों से करीब 14 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है, जो पिछले साल की तुलना में लगभग दोगुना है. इस स्थिति में क्रिप्टो यूजर्स और कई ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म खुद को ऐसे हमलों और नुकसान से बचाने के लिए इंश्योरेंस कराने लगे हैं. जानते हैं कि यूजर और एक्सचेंज दोनों के स्तर पर क्रिप्टो इंश्योरेंस क्या होता है, यह कैसे काम करता है और किस तरह एसेट्स की सुरक्षा में मदद करता है.
क्या हैं क्रिप्टो इंश्योरेंस?
इंश्योरेंस का सीधा कंसेप्ट यही है कि आप अपनी संपत्ति की सुरक्षा के लिए एक कीमत अदा करते हैं. इसके बदले इंश्योरेंस कंपनी दुर्घटना की स्थिति में मुआवजे का भुगतान करती है. इसी तरह क्रिप्टो एसेट्स का भी इंश्योरेंस होता है. क्रिप्टो ब्लॉकचेन भले ही हैक प्रूफ होती हैं. लेकिन, आपका वॉलेट और एक्सचेंज आसानी से हैकरों के हाथों में आ सकता है. इस स्थिति में आपको होने वाले नुकसान का मुआवजा मिले, इसके लिए आप प्रीमियम का भुगतान करते हैं. जब कोई धोखाधड़ी या हैकिंग होती है, तो इस स्थिति में आपको क्रिप्टो एसेट्स पर इंश्योरेंस कवर मिलता है. चूंकि क्रिप्टो एसेट्स का क्षेत्र अभी विकसित हो रहा है. ऐसे में इस तरह का इंश्योरेंस देने वाली कंपनियां कम ही हैं.
क्यों जरूरी है क्रिप्टो इंश्योरेंस
देशों की तरफ से इस्तेमाल की जाने वाले करेंसी को सरकार की गारंटी होती है. ऐसे में बैंकों में रखे आपके पैसों पर सरकार की गारंटी मिलती है. लेकिन, चूंकि क्रिप्टो करेंसी का कंसेप्ट ही डिसेंट्रलाइजेशन पर आधारित है. क्रिप्टो एसेट्स को किसी तरह की सरकारी सुरक्षा नहीं मिलती है. ऐसे में यह जरूरी है कि आप अपने क्रिप्टो एसेट्स की सुरक्षा खुद करें. क्रिप्टो वॉलेट में होने वाली सेंधमारी और एक्सचेंज की हैकिंग जैसी घटनाओं को ध्यान में रखकर क्रिप्टो इंश्योरेंस जरूरी हो जाता है.
क्रिप्टो इंश्योरेंस में क्या कवर नहीं होता?
क्रिप्टो इंश्योरेंस में वोलेटिलिटी को कवर नहीं किया जाता है. ऐसे में किसी क्रिप्टो एसेट में आने वाले उतार-चढ़ाव की वजह से होने वाला नुकसान इसमें कवर नहीं होगा. इसके अलावा अगर आप अपने क्रिप्टो वॉलेट की Key खो देते हैं, तो इससे होने वाले नुकसान को भी कवर नहीं किया जाता है. इसके अलावा फिशिंग के मामलों में भी कवर नहीं मिलता है, क्योंकि इसमें यूजर की सक्रिय भुमिका के बिना ठगी नहीं होती है.
क्या कवर होता है?
ज्यादातर क्रिप्टो इंश्योरेंस के तहत मेजर हैक्स, वॉलेट हैक जैसे मामलों में मुआवजा दिया जाता है. वहीं, क्रिप्टो एक्सचेंज का इंश्योरेंस भी इसी तर्ज पर काम करता है. खासतौर पर हैकिंग के मामलों में मुआवजा दिया जाता है. बहरहाल, व्यावहारिक रूप से क्रिप्टो इंश्योरेंस बहुत सीमित मामलों मे ही क्रिप्टो एसेट्स की सुरक्षा करता है. लेकिन, फिर भी अपने एसेट्स को सुरक्षित रखने के लिए यह बेहद जरूरी है.
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