ICICI Prudential AMC समेत 4 कंपनियों के IPO को मिली SEBI की हरी झंडी, जानें कौन जुटाएगा ₹10000 करोड़
प्राइमरी मार्केट में हाल की गतिविधियों ने निवेशकों का ध्यान तेजी से खींचा है. कई बड़ी कंपनियां अपनी सार्वजनिक पेशकशों की तैयारी में हैं, जबकि हाल के रुझान बाजार के उत्साह को और बढ़ाते दिख रहे हैं. नियामकीय मंजूरियों और संभावित लिस्टिंग्स को लेकर निवेशकों में नई चर्चा शुरू हो गई है.
देश के प्राइमरी मार्केट में तेजी के बीच एसेट मैनेजमेंट कंपनियों की लिस्टिंग को लेकर निवेशकों की दिलचस्पी लगातार बढ़ रही है. इसी माहौल में ICICI प्रूडेंशियल एसेट मैनेजमेंट कंपनी को सेबी से आईपीओ लाने की मंजूरी मिल गई है, जिससे बाजार में नई हलचल दिखने लगी है. बड़े आकार के इस ऑफर से निवेशकों की उम्मीदें और बढ़ गई हैं. ICICI के आईपीओ के अलावा तीन अन्य आईपीओ को बाजार में उतारने की मंजूरी मिली है.
10,000 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी
ICICI Prudential AMC, जो ICICI Bank की सब्सिडियरी है, अपनी पब्लिक ऑफरिंग के जरिए करीब 10,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है. बाजार सूत्रों के मुताबिक, यह आईपीओ इसी महीने बाजार में आ सकता है. कंपनी का ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस बताता है कि यह इश्यू पूरी तरह ऑफर फॉर सेल (OFS) होगा, जिसमें 1.76 करोड़ इक्विटी शेयर UK स्थित प्रोमोटर प्रूडेंशियल कॉरपोरेशन होल्डिंग्स द्वारा बेचे जाएंगे. चूंकि इसमें कोई फ्रेश इश्यू नहीं है, इसलिए कंपनी को इस ऑफर से कोई पूंजी प्राप्त नहीं होगी.
वर्तमान में ICICI बैंक कंपनी में 51% हिस्सेदारी रखता है और बाकी 49% प्रूडेंशियल कॉरपोरेशन होल्डिंग्स के पास है. जून में आईसीआईसीआई बैंक ने अतिरिक्त 2% हिस्सेदारी खरीदने की मंजूरी भी दी थी ताकि कंपनी द्वारा जारी होने वाले स्टॉक-आधारित मुआवजे की स्थिति में अपनी बहुमत हिस्सेदारी बनाए रख सके.
चार कंपनियों को मिली सेबी की मंजूरी
सेबी ने सिर्फ ICICI प्रूडेंशियल एएमसी ही नहीं, बल्कि तीन और कंपनियों- पॉवरिका लिमिटेड, टेक्नोक्राफ्ट वेंचर्स और अन्नू प्रोजेक्ट्स को भी आईपीओ लाने की मंजूरी दे दी है. ये चारों कंपनियां जुलाई और अगस्त के बीच ड्राफ्ट पेपर्स दाखिल कर चुकी थीं और 17 से 26 नवंबर के बीच सेबी से ऑब्जर्वेशन प्राप्त कर लिया. सेबी की भाषा में “ऑब्जर्वेशन मिलना” मतलब आईपीओ के लिए अंतिम हरी झंडी मिलना है.
अन्य तीन IPO की झलक
पॉवरिका लिमिटेड का 1,400 करोड़ रुपये का आईपीओ फ्रेश इश्यू और OFS का मिला-जुला संयोजन है. कंपनी 700 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी करेगी, जिसमें से 525 करोड़ रुपये कर्ज कम करने में उपयोग हों. टेक्नोक्राफ्ट वेंचर्स के आईपीओ में 95.05 लाख नए शेयर और 23.76 लाख शेयरों का OFS शामिल है. फ्रेश इश्यू से मिलने वाले 138 करोड़ रुपये मुख्य रूप से वर्किंग कैपिटल में लगाए जाएंगे.
अन्नू प्रोजेक्ट्स पूरी तरह से 2.20 करोड़ नए शेयरों का फ्रेश इश्यू लेकर आएगी.
प्राइमरी मार्केट में जोश बरकरार
इस मंजूरी का समय दिलचस्प है क्योंकि प्राइमरी मार्केट लगातार तेजी दिखा रहा है. इस साल अब तक 96 कंपनियां शेयर बाजार में लिस्ट हो चुकी हैं और 1.6 लाख करोड़ रुपये जुटा चुकी हैं. सिर्फ पिछले तीन महीनों में ही 40 से ज्यादा लिस्टिंग हुई हैं, जो निवेशकों की मजबूत भागीदारी और आर्थिक मजबूती को दर्शाती हैं.
पिछले साल 2024 में 91 कंपनियों ने मिलकर लगभग इतनी ही राशि जुटाई थी, लेकिन इस साल की तेज रफ्तार बाजार के उत्साह को और मजबूत कर रही है.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.