Urban Company IPO: PE पर छिड़ी बहस, GMP भर रहा फर्राटा, फिर क्यों पेश हो रही है दोहरी तस्वीर

10 सितम्बर की सुबह तक अर्बन कंपनी IPO का GMP 36.5 रुपये रहा. यानी 103 रुपये के ऊपरी प्राइस बैंड पर शेयर का अनुमानित लिस्टिंग प्राइस करीब 139.5 रुपये हो सकता है. इसका मतलब निवेशकों को लगभग 35 फीसदी तक लिस्टिंग गेन देखने को मिल सकता है. हालांकि यह अनुमानमात्र है.

Urban Company IPO Image Credit: Canva, Urban Company website

Urban Company IPO: अर्बन कंपनी का आईपीओ 10 सितंबर से खुल चुका है जो 12 सितंबर तक खुला रहेगा. कंपनी का IPO 1,900 करोड़ रुपये का है. कंपनी के शेयर अनलिस्‍टेड मार्केट में तहलका मचा रहे हैं, जो शानदार मुनाफे का सिग्‍नल दे रहा है. इसमें 472 करोड़ रुपये की फ्रेश इश्यू (4.58 करोड़ नए शेयर) और 1,428 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल (13.86 करोड़ शेयर) शामिल है. शेयरों का अलॉटमेंट 15 सितम्बर 2025 को फाइनल होगा और 17 सितम्बर 2025 को BSE और NSE पर लिस्टिंग होगी. इस आईपीओ के लेकर बाजार और निवेशकों की उलझन है कि इसका सही PE Ratio कितना है.

निवेशक की मुश्किल: असली प्रॉफिट बनाम अकाउंटिंग प्रॉफिट

किसी भी कंपनी का मूल्यांकन करने के लिये सबसे अहम मेट्रिक होता है PAT (Profit After Tax). इसी से निकाला जाता है PE Ratio. लेकिन अगर PAT का बड़ा हिस्सा पुराने टैक्स क्रेडिट से आया हो, तो असली ऑपरेशनल ताकत समझना जरूरी हो जाता है. असलियत में कंपनी का PBT (Profit Before Tax) देखना चाहिए. यहीं से पता चलता है कि मौजूदा साल में कंपनी ने अपनी सेवाओं से कितना प्रॉफिट बनाया.

Urban Company का केस

Urban Company का आईपीओ आ चुका है, साइज है 1900 करोड़ रुपये. ऊपर से फाइनेंशियल्स देखकर कहानी बढ़िया लगती है. जैसे FY23 में 300+ करोड़ रुपये का घाटा. और FY25 में 240 करोड़ रुपये का मुनाफा. लेकिन डिटेल में देखें तो ऑपरेशनल प्रॉफिट (PBT) सिर्फ 29 करोड़ रुपये का था. तो फिर 240 करोड़ रुपये का PAT कैसे बना? जवाब है पुराने घाटों से मिले 211 करोड़ रुपये के टैक्स क्रेडिट से.

सोर्स-इंवेस्टरगेन

असली सवाल: PE Ratio 60 या 520?

अगर आप हेडलाइन PAT (240 करोड़ रुपये) से वैल्यूएशन करेंगे, तो PE Ratio करीब 60 आयेगा. लेकिन अगर आप असली ऑपरेशनल प्रॉफिट (29 करोड़ रुपये) को आधार मानें, तो PE Ratio उछलकर 520 तक पहुंच जाता है. यानी, एक ही कंपनी दो अलग-अलग तस्वीर पेश कर सकती है. अकाउंटिंग के हिसाब से सस्ती. ऑपरेशनल ताकत के हिसाब से महंगी.

प्राइस बैंड और लॉट साइज

ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP)

10 सितम्बर की सुबह तक अर्बन कंपनी IPO का GMP 36.5 रुपये रहा. यानी 103 रुपये के ऊपरी प्राइस बैंड पर शेयर का अनुमानित लिस्टिंग प्राइस करीब 139.5 रुपये हो सकता है. इसका मतलब निवेशकों को लगभग 35 फीसदी तक लिस्टिंग गेन देखने को मिल सकता है. हालांकि यह अनुमानमात्र है.

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कंपनी का कामकाज

अर्बन कंपनी एक टेक्नोलॉजी बेस्ड ऑनलाइन सर्विस मार्केटप्लेस है. यह कंपनी ऑन-डिमांड सेवाएं देती है जैसे सफाई, पेस्ट कंट्रोल, इलेक्ट्रिशियन, प्लंबिंग, बढ़ईगिरी, उपकरणों की सर्विसिंग और रिपेयर, घरेलू मदद, पेंटिंग, स्किनकेयर, हेयर ग्रूमिंग और मसाज थेरेपी.

डिसक्लेमर: इस खबर में GMP से संबंधित जानकारी दी गई है. मनी9लाइव का GMP तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को यह भी सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें. निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखें और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.