सारा अली खान का फाइनेंशियल सीक्रेट, G-pay का भी कंट्रोल मां के पास; सारा पैसा यहां कर देती हैं निवेश
सारा अली खान ने हाल ही में अपनी वित्तीय स्थिति के बारे में बात की है. उन्होंने बताया कि वह अपनी कमाई का मैनेजमेंट कैसे करती हैं. सारा अली खान ने टाइम्स नाउ समिट में बात करते हुए कहा कि उनकी मां सारे पैसे संभालती हैं. सारा का Gpay अकाउंट भी उनकी मां से जुड़ा है और OTP भी उनके फोन पर आता है.
Sara Ali Khan: सारा अली खान ने हाल ही में अपनी वित्तीय स्थिति के बारे में बात की है. उन्होंने बताया कि वह अपनी कमाई का मैनेजमेंट कैसे करती हैं. सारा अली खान ने टाइम्स नाउ समिट में बात करते हुए कहा कि उनकी मां सारे पैसे संभालती हैं. सारा का Gpay अकाउंट भी उनकी मां से जुड़ा है और OTP भी उनके फोन पर आता है. जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें पॉकेट मनी मिलती है तो सारा ने हंसते हुए कहा, “पॉकेट मनी तो छोड़िए, मैं बिना अपनी मां से पूछे टिकट भी बुक नहीं कर सकती! उन्होंने बताया कि वह रियल एस्टेट, शेयर मार्केट, और गोल्ड बॉन्ड्स में निवेश करती हैं.
वित्तीय जानकारी होना बहुत जरूरी
सारा अली खान की बातों से हमें फाइनेंशियल लिटरेसी के महत्व का पता चलता है. ऐसे में आपको भी अपने पैसों को सही तरीके मैनेज करना चाहिए. इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए रुपया पैसा के डायरेक्टर मुकेश पांडे ने बताया कि आज के समय में वित्तीय जानकारी होना बहुत जरूरी है. वह कहते हैं कि भारत में केवल 27% लोग ही वित्तीय रूप से जागरूक हैं. इसका मतलब है कि ज्यादातर लोग बिना पूरी जानकारी के निवेश करते हैं. इससे जोखिम बढ़ सकता है.
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जोखिम भरे हो सकते हैं निवेश
पांडे के अनुसार, कुछ बुनियादी वित्तीय साधनों की जानकारी होना जरूरी है. इसमें फिक्स्ड डिपॉजिट (FD), म्यूचुअल फंड, पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), स्वास्थ्य और जीवन बीमा, नेशनल पेंशन स्कीम (NPS), और सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) शामिल है. इनके बारे में थोड़ी-सी समझ आपको अपने पैसे पर नियंत्रण रखने में मदद कर सकती है.
म्यूचुअल फंड में निवेश करने वाले लोग अक्सर केवल मुनाफे के बारे में सोचते हैं, लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि म्यूचुअल फंड कितने जोखिम भरे हो सकते हैं. कई लोग यह भी नहीं जानते कि इक्विटी और डेट म्यूचुअल फंड में अंतर होता है. इसी तरह, फिक्स्ड डिपॉजिट सुरक्षित होते हैं, लेकिन अगर आप इन्फ्लेशन (महंगाई) का असर नहीं समझते तो आपका पैसा लंबे समय में कम मूल्य का हो सकता है.
पैसे का मैनेजमेंट किसी और को सौंपने की बजाय खुद बनें जागरूक
आज डिजिटल प्लेटफॉर्म्स ने निवेश को आसान बना दिया है,लेकिन इसके साथ जिम्मेदारी भी आती है. पांडे कहते हैं कि SIP के जरिए कंपाउंडिंग का फायदा, ELSS या PPF से टैक्स बचत, और टर्म इंश्योरेंस के बारे में जानकारी आपके वित्तीय भविष्य को बेहतर बना सकती है. वह सलाह देते हैं कि अपने पैसे का मैनेजमेंट किसी और को सौंपने की बजाय खुद जागरूक बनें. हफ्ते में सिर्फ 15 मिनट वित्तीय जानकारी हासिल करने की आदत आपके भविष्य को सुरक्षित कर सकती है.
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