विजय केडिया रियल एस्टेट में लगा रहे जमकर पैसा, जानें क्यों कर रहे ऐसा; खुद बताया निवेश का फॉर्मूला
Vijay Kedia की निवेश स्ट्रैटेजी में शेयर बाजार के अलावा रियल एस्टेट और अन्य एसेट क्लासेस में भी निवेश शामिल है. उनका मानना है कि इससे शेयर बाजार की उठापटक का असर कम होगा. केडिया अपने निवेश का 73% हिस्सा शेयरों में लगाया है.
Vijay Kedia Real Estate Investment: विजय केडिया ने अपनी इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजी में सिर्फ शेयर बाजार को नहीं रखा है. ये सच है कि केडिया का ज्यादातर निवेश इक्विटी में ही होता है लेकिन वो अपना फोकस रियल एस्टेट में बढ़ा रहे हैं. वहीं दूसरे एसेट क्लासेस में भी निवेश कर रहे हैं. इसकी एक वजह ये है कि शेयर बाजार की उठापटक का उन पर असर न हो. चलिए जानते हैं उनकी निवेश स्ट्रैटेजी और रियल एस्टेट में बढ़ती दिलचस्पी…
कैसे करते हैं निवेश
मिंट को दिए इंटरव्यू में केडिया ने बताया कि वो अपने निवेश का 73% हिस्सा शेयरों में डालते हैं. सोना और चांदी में करीब 6% निवेश करते हैं और रियल एस्टेट में वे 10% निवेश करते हैं. इसके अलावा वे 11% कैश में रखते हैं. केडिया पिछले साल तक रियल एस्टेट में 8% का निवेश कर रहे थे जो अब बढ़ कर 10% हो चुका है.
शेयरों में भी उन्होंने 20% हिस्सा ऐसे स्टॉक्स में लगाया है जो थोड़े ज्यादा लिक्विड हैं यानी जिन्हें जल्दी खरीदा-बेचा जा सकता है. लेकिन इक्विटी में उनका ज्यादातर निवेश स्मॉल और मिड-कैप शेयरों में ही है. यहां उन्होंने अब भी 80% पैसा लगाया हुआ है.
सोने में उनका निवेश सरकारी गोल्ड बॉन्ड्स के जरिए है और चांदी में सिल्वर ETF के जरिए पैसा लगाते हैं.
पोर्टफोलियो का प्रदर्शन कैसा
रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले एक साल में उनके पोर्टफोलियो की वैल्यू करीब 30% गिरी है. लेकिन 5 साल का आंकड़ा देखें तो वो तीन से चार गुना बढ़ चुका है.
केडिया का रियल एस्टेट में निवेश
रिपोर्ट के मुताबिक, रियल एस्टेट में केडिया का निवेश बढ़ा है. हाल ही में उन्होंने दो वेयरहाउस खरीदे हैं. हर बुल मार्केट में जब शेयरों में मुनाफा होता है, वो थोड़ा पैसा निकालकर प्रॉपर्टी में लगाते हैं. ताकि बाजार में उतार-चढ़ाव भी हो भी तो भी इनकम बनी रहे. उनकी रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट में 80% हिस्सा कमर्शियल प्रॉपर्टी में है और 20% रेजिडेंशियल में निवेश है.
केडिया का मानना है कि चांदी, सोने से बेहतर प्रदर्शन कर सकती है. हालांकि उनकी सोने-चांदी में कोई खास दिलचस्पी नहीं है.
केडिया किन सेक्टर्स पर लगा रहे दांव
- रिपोर्ट के मुताबिक, केडिया का फिलहाल टूरिज्म और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर पर फोकस है. उनका कहना है कि घरेलू पर्यटन को लेकर सरकार की नीतियां पॉजिटिव हैं.
- उन्होंने एक एयरलाइन कंपनी में निवेश किया है.
- होटल स्टॉक्स भले ही उनके पास न हों, लेकिन उन्हें इसका भविष्य उज्ज्वल लग रहा है.
- हॉस्पिटल सेक्टर भी उनकी नजर में है. कोविड के बाद लोगों में सेहत को लेकर जागरूकता बढ़ी है.
- उनका ये भी मानना है कि इलेक्ट्रिक व्हीकल और पावर सेक्टर भी संभावनाओं से भरे हैं.
केडिया शेयर कैसे चुनते हैं
रिपोर्ट के मुताबिक, केडिया कहते हैं कि पहले कंपनी देखो, फिर सेक्टर. अगर कोई सेक्टर अच्छा कर रहा है, तो वो उसमें एक छोटी लेकिन तेजी से बढ़ने वाली कंपनी ढूंढते हैं. लेकिन अगर सेक्टर सुस्त है, और कंपनी मजबूत है, तब भी वो निवेश करते हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, केडिया ने कहा कि कई बार सबसे अच्छे स्टॉक आइडिया अखबार या टीवी पर नहीं, बल्कि हमारे आस-पास ही छुपा होता है. जैसे, उन्होंने एयरलाइन कंपनी में तब निवेश किया जब एयरपोर्ट्स भीड़ से भरे नजर आने लगे. फ्लाइट्स बसों जैसी लगने लगी, उसी समय उन्हें संकेत मिला. उसी तरह उन्होंने टेलिकॉम में निवेश तब किया जब डेटा यूज बहुत तेजी से बढ़ रहा था. ये सब इशारे हैं. बस देखना आना चाहिए.
नए निवेशकों के लिए केडिया की सलाह
नए निवेशकों को केडिया कहते हैं कि आप म्यूचुअल फंड से शुरुआत करें. SIP शुरू करें और अनुशासन बनाए रखें. 50,000 रुपये महीने की SIP को अगर आप 20 साल तक चलाते हैं और 12% रिटर्न मिलता है, तो 5 करोड़ का कॉर्पस बन जाता है.
शेयर मार्केट हर किसी के लिए नहीं है. इसमें सीखने की कीमत है. उतार-चढ़ाव है. लेकिन अगर आप सीरियस हैं, तो बाजार आपको सिखाता है.
आगे कैसी रहेगी बाजार की चाल
केडिया मानते हैं कि मंदी का दौर अब पीछे छूट चुका है. लेकिन अब जो रफ्तार है वो थोड़ी मिली-जुली हो सकती है. Nifty और Sensex ने तो उम्मीद से भी ज्यादा रिकवरी कर ली है, लेकिन चूंकि उन्होंने इंडेक्स से जुड़े स्टॉक्स में निवेश नहीं किया, इसलिए उन्हें उसका फायदा नहीं मिला. उनका तरीका बॉटम-अप है यानी सेक्टर से पहले कंपनी को देखना चाहिए.