Joint Development Agreement: रियल एस्टेट का नया गेम-चेंजर मॉडल, जिससे जमीन के बिना भी कमाए जा सकते हैं लाखों रुपये
रियल एस्टेट सेक्टर में आजकल एक ऐसा मॉडल तेजी से पॉपुलर हो रहा है जिसमें न जमीन खरीदने की जरूरत है और न ही बड़े इन्वेस्टमेंट की. इसे Joint Development Agreement (JDA) कहा जाता है. इस मॉडल में जमीन किसी और की होती है और डेवलपमेंट का काम डेवलपर करता है. दोनों पार्टियां एक कॉन्ट्रैक्ट के जरिए तय करती हैं कि प्रोजेक्ट से होने वाला मुनाफा किस अनुपात में बांटा जाएगा. डेवलपर प्रोजेक्ट बनाता है, बेचता है और मुनाफे का हिस्सा जमीन मालिक को देता है. वहीं जमीन मालिक को बिना प्रॉपर्टी बेचे अच्छी आमदनी हो जाती है. दिल्ली-NCR, बेंगलुरु, हैदराबाद जैसे शहरों में यह मॉडल तेजी से अपनाया जा रहा है क्योंकि इससे डेवलपर्स को नए प्रोजेक्ट्स मिल रहे हैं और जमीन मालिकों को अपनी संपत्ति का अधिकतम लाभ मिल रहा है. यह मॉडल भविष्य के रियल एस्टेट के लिए एक बड़ा गेम-चेंजर साबित हो रहा है.




