अडानी फूड बिजनेस बढ़ा रही है अपना बाजार, प्रोमोटर्स के पास है 74% हिस्सेदारी; गुरुवार को शेयरों की हुई जमकर खरीदारी
भारत के FMCG सेक्टर में एक बड़ी कंपनी ने अपने कारोबार को लेकर नया रोडमैप पेश किया है. कंपनी को भरोसा है कि आने वाले त्योहार, अच्छा मानसून और टैक्स में राहत से बाजार में खपत और तेजी पकड़ेगी. लेकिन निवेशकों के लिए तस्वीर अलग है.
देश की बड़ी फूड और एग्री कंपनी AWL Agri Business ने अपने फूड बिजनेस को लेकर बड़ा लक्ष्य तय किया है. कंपनी का मकसद मार्च 2027 तक इस कारोबार का टर्नओवर 9,000 से 10,000 करोड़ रुपये तक पहुंचाना है. कंपनी के MD और सीईओ अंग्शु मलिक ने सीएनबीसी से बात करते हुए उम्मीद जताई है कि आने वाले समय में बाजार में कंपनी के प्रोडक्ट की मांग और ज्यादा बढ़ेगी. गुरुवार को कंपनी के शेयरों में अच्छी बढ़त देखने को मिली.
GST कटौती और अच्छा मानसून बनेगा सहारा
मलिक ने कहा कि इस साल दूसरी छमाही कंपनी के लिए बेहतर साबित होगी. इसकी बड़ी वजह है जीएसटी दरों में कमी, अच्छा मानसून और घटती महंगाई. उनके अनुसार जब जरूरी चीजों पर टैक्स कम होता है तो उपभोक्ताओं की जेब में ज्यादा पैसा बचता है और खर्च बढ़ता है. यही वजह है कि पैक्ड फूड और पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स की मांग में तेजी देखी जा रही है.
कंपनी को भरोसा है कि बेहतर फसल उत्पादन और त्योहारों के साथ शादी-ब्याह का सीजन मांग को और मजबूती देगा. मलिक ने बताया कि खाने के तेल का वॉल्यूम सिंगल डिजिट ग्रोथ में रहेगा, जबकि फूड सेगमेंट दो अंकों की बढ़त बनाए रखेगा.
सरसों मिशन में 4 करोड़ का निवेश
मलिक ने बताया कि कंपनी ने नेशनल मस्टर्ड मिशन में भी निवेश किया है. इसके तहत अगले दो साल में 4 करोड़ रुपये खर्च कर राजस्थान, मध्य प्रदेश और हरियाणा में 3,000 मॉडल फार्म बनाए जा रहे हैं. इससे सरसों की पैदावार करीब 30 फीसदी तक बढ़ने की उम्मीद है.
अडाणी विलमार का कुल टर्नओवर इस वित्त वर्ष में 60,000-65,000 करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है. हालांकि, पिछले एक साल में कंपनी के शेयरों में 26 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई है. कंपनी के शेयरों में 74 फीसदी हिस्सेदारी प्रोमोटर्स की है.
क्या है शेयरों का हाल?
AWL Agri Business के शेयर गुरुवार को एनएसई पर 3.5 फीसदी के बढ़त क साथ 261.65 रुपये पर बंद हुए. कंपनी ने बीते तीन महीने में निवेशकों को 2 फीसदी के करीब रिटर्न दिया है, लेकिन बीते एक साल में निवेशकों को इस स्टॉक से 24 फीसदी का घाटा भी हुआ है.कंपनी का 52 वीक हाई 355 रुपये है और 52 वीक लो 231 रुपये है.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.