चीन के फर्टिलाइजर बैन से इन 3 देसी कंपनियों को होगा सीधा फायदा, निवेशकों को मिल सकता है अच्छा रिटर्न

चीन द्वारा भारत को स्पेशल फर्टिलाइजर की सप्लाई रोकने से घरेलू बाजार में हलचल मच गई है. इससे वॉटर सोल्युबल, नैनो और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स फर्टिलाइजर की भारी मांग बनी है. ऐसे में दीपक फर्टिलाइजर्स, नागार्जुन फर्टिलाइजर्स और यूपीएल जैसी भारतीय कंपनियों को इसका सीधा लाभ मिल सकता है.

चीन की पाबंदी के बाद निवेशकों की नजरें इन 3 भारतीय कंपनियों पर है. Image Credit:

Fertilizer Supply: चीन ने पिछले दो महीनों से भारत को स्पेशल फर्टिलाइजर की सप्लाई रोक दी है. ये फर्टिलाइजर फल, सब्जियों और अन्य फसलों की पैदावार बढाने में मदद करते हैं. हालांकि, चीन इन फर्टिलाइजरों का निर्यात अन्य देशों को जारी रखे हुए है. पिछले 4-5 सालों से चीन भारत को विशेष फर्टिलाइजरों की सप्लाई सीमित कर रहा था, लेकिन इस बार पूरी तरह से रोक लगा दी गई है. इन फर्टिलाइजरों में वाटर सोल्युबल, माइक्रोन्यूट्रिएंट्स, नैनो और बायो स्टिमुलेंट वेरिएंट शामिल हैं, जो मिट्टी की सेहत और पोषक तत्वों की बढ़ाते हैं.

भारत आमतौर पर जून से दिसंबर के बीच 1.5 से 1.6 लाख टन स्पेशल फर्टिलाइजर का आयात करता है, लेकिन घरेलू प्रोडक्शन तकनीकी कमी और कम मांग के कारण सीमित है. अब चीन के प्रतिबंध से 3 भारतीय कंपनियों को इस कमी को पूरा करने का मौका मिल सकता है.

दीपक फर्टिलाइजर्स एंड पेट्रोकेमिकल्स कारपोरेशन (DFPCL)

यह कंपनी मिनरल केमिकल, इंडस्ट्रियल केमिकल और क्रॉप न्यूट्रिशन सेगमेंट में अग्रणी मानी जाती है. इसके पास 48 प्रकार के विशेष फर्टिलाइजर हैं, जिनमें वाटर सोल्युबल फर्टिलाइजर, बायो स्टिमुलेंट और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स शामिल हैं. कंपनी ने 50000 से अधिक किसान डेमो प्लाट्स पर इन फर्टिलाइजर का टेस्ट किया है, जिससे फसल प्रोडक्शन में पॉजिटिव सुधार देखा गया है. वित्त वर्ष 2023 24 में कंपनी का कुल रेवेन्यु 86761 मिलियन रुपये रहा, हालांकि यह पिछले वर्षों की तुलना में थोडा कम रहा.

कंपनी के वर्तमान शेयर की कीमत 1594 रुपये है. कंपनी का मार्केट कैप 20124 करोड रुपये है. इसका 52 सप्ताह का हाई लेवल 1637 रुपये और लो लेवल 677 रुपये रहा है. स्टॉक का पीई रेशियो 21.6 है, जबकि बुक वैल्यू 494 रुपये प्रति शेयर है.

नागार्जुन फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स

यह कंपनी यूरिया, डायमोनियम फास्फेट DAP, म्यूरेट ऑफ पोटाश MOP और चिलेटेड माइक्रोन्यूट्रिएंट्स जैसे फर्टिलाइजर का मैन्युफैक्चर करती है. चीन द्वारा लगाए गए निर्यात प्रतिबंधों के बाद कस्टमाइज्ड ब्लेंड और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स की मांग में तेजी आई है, जिससे कंपनी को लाभ होने की संभावना है. हालांकि, कंपनी की वित्तीय स्थिति फिलहाल कमजोर बनी हुई है और वित्त वर्ष 2023 24 में इसे 12840 मिलियन रुपये का नेट लॉस हुआ है.

कंपनी का वर्तमान शेयर मूल्य 5.51 रुपये है. कंपनी का मार्केट कैप 330 करोड रुपये है. पिछले 52 सप्ताह में इसका हाई लेवल 13.1 रुपये और लो़ लेवल 4.10 रुपये रहा है. स्टॉक का पीई रेशियो 0.14 है, लेकिन इसकी बुक वैल्यू निगेटिव 15.5 रुपये है. कंपनी की डिविडेंड यील्ड 0.00 फीसदी है और ROCE व ROE की जानकारी उपलब्ध नहीं है. इसका फेस वैल्यू 1 रुपये है.

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यूपीएल UPL

यूपीएल एक अग्रणी एग्रीकल्चर केमिकल कंपनी है जो 130 से अधिक देशों में अपना कारोबार संचालित करती है. इसके प्रमुख उत्पादों में UPL Foltron, जो नैनो टेक्नोलॉजी आधारित फर्टिलाइजर है, और Gainexa, जो एक लिक्विड फर्टिलाइजर है, शामिल हैं. ये उत्पाद चीन के विकल्प के रूप में तेजी से उभर सकते हैं. हालांकि, वित्त वर्ष 2023 24 में कंपनी को 18780 मिलियन रुपये का नुकसान हुआ, लेकिन इसके पिछले वर्षों का रेवेन्यु मजबूत रहा है.

इसका मौजूदा शेयर मूल्य 645 रुपये है, जबकि पिछले 52 सप्ताह में इसका हाई लेवल 699 रुपये और लो लेवल 484 रुपये रहा है. स्टॉक का पीई रेशियो 48.3 है और इसकी बुक वैल्यू 346 रुपये प्रति शेयर है. कंपनी 0.93 प्रतिशत का डिविडेंड यील्ड देती है. इसका फेस वैल्यू 2 रुपये है.

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