Adani-Airtel छोड़िए… डेटा सेंटर बूम में ये 3 छुपे स्टॉक चुपचाप बना रहे हैं दौलत, एक ने 5 साल में दिया 898% तक रिटर्न
अप्रैल 2025 तक भारत की डेटा सेंटर क्षमता 1.26 GW हो चुकी है, जबकि 2018 में यह सिर्फ 0.3 GW थी. यह क्षमता अगले 5 साल में 8 GW तक बढ़ सकती है. इसके लिए करीब $30 अरब (₹2.6 लाख करोड़) का निवेश लगेगा. आमतौर पर लोग डेटा सेंटर की बात करें तो Reliance, Bharti Airtel, Adani या Anant Raj जैसे नाम याद आते हैं. लेकिन इसके अलावा भी कुछ खिलाड़ी हैं, जो इस बूम से खूब फायदा उठा सकते हैं. आइए ऐसे ही तीन कंपनियों पर नजर डालते है.
3 Data Centre stocks: भारत में डेटा सेंटर की मांग तेजी से बढ़ रही है. इसकी वजह क्लाउड कंप्यूटिंग का बढ़ना, AI का जबरदस्त विस्तार और हर दिन कंपनियों व यूजर्स द्वारा बनने वाला भारी डेटा है. डेटा सेंटर असल में “डिजिटल फैक्ट्री” हैं, जहां सारे सर्वर चलते हैं और हमारा पूरा ऑनलाइन सिस्टम काम करता रहता है. Colliers India के अनुसार, अप्रैल 2025 तक भारत की डेटा सेंटर क्षमता 1.26 GW हो चुकी है, जबकि 2018 में यह सिर्फ 0.3 GW थी.
FE के हवाले से Jefferies का अनुमान है कि यह क्षमता अगले 5 साल में 8 GW तक बढ़ सकती है. इसके लिए करीब $30 अरब (₹2.6 लाख करोड़) का निवेश लगेगा. इससे रियल एस्टेट, इलेक्ट्रिकल, कूलिंग सिस्टम और नेटवर्क जैसी कई इंडस्ट्रीज में बड़ा मौका बन रहा है. आमतौर पर लोग डेटा सेंटर की बात करें तो Reliance, Bharti Airtel, Adani या Anant Raj जैसे नाम याद आते हैं. लेकिन इसके अलावा भी कुछ खिलाड़ी हैं, जो इस बूम से खूब फायदा उठा सकते हैं. आइए ऐसे ही तीन कंपनियों पर नजर डालते है.
Kirloskar Oil Engines
यह कंपनी डीजल इंजन और बड़े जनरेटर बनाती है. डेटा सेंटर को 24×7 बिजली चाहिए होती है, इसलिए ये कंपनियां Kirloskar के पावर बैकअप सॉल्यूशंस पर निर्भर रहती हैं. कंपनी डेटा सेंटर के लिए Optiprime Genset Series देती है, जो कम जगह में फिट होकर लगातार बिजली सप्लाई कर सकती है. कंपनी कई डेटा सेंटर प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है और इस सेक्टर में तेजी से विस्तार कर रही है. H1 FY26 में इसकी इनकम 18 फीसदी बढ़ी, हालांकि मुनाफा थोड़ा घटा. कुल मिलाकर, यह कंपनी अपने पावर जनरेशन बिजनेस को और मजबूत बना रही है और नए प्रोडक्ट लॉन्च कर रही है.
Bajel Projects
Bajel Projects, Bajaj Group का हिस्सा है और बिजली के बड़े प्रोजेक्ट बनाती है. जैसे हाई-वोल्टेज ट्रांसमिशन लाइनें, सबस्टेशन, अंडरग्राउंड केबलिंग आदि. डेटा सेंटर के लिए यह कंपनी पूरी “इलेक्ट्रिफिकेशन सॉल्यूशन” देती है. इसमें GIS/AIS सबस्टेशन, ट्रांसमिशन लाइनें, इलेक्ट्रिकल डिस्ट्रीब्यूशन, सिक्योरिटी, फायर सिस्टम और MEP काम शामिल है. इसने Navi Mumbai के एक बड़े डेटा सेंटर के लिए 220/33 KV सबस्टेशन बनाने का महत्वपूर्ण ऑर्डर हासिल किया है. रेवेन्यू थोड़ा बढ़ा है, EBITDA में अच्छी ग्रोथ है, लेकिन भारी ब्याज लागत की वजह से मुनाफा कम हुआ. कंपनी के पास लगभग 1.3 साल का ऑर्डर बुक है. कंपनी ने अपने साल 2030 प्लान में डेटा सेंटर को एक बड़ा फोकस एरिया बनाया है.
KRN Heat Exchanger
KRN, बड़े हीट एक्सचेंजर बनाती है। इन्हीं से डेटा सेंटर की कूलिंग होती है. इसके ग्राहक Daikin, Schneider, Blue Star और Kirloskar Chillers हैं. कंपनी बड़े कमर्शियल हीट एक्सचेंजर में 60–70 फीसदी मार्केट शेयर रखती है. Google के भारत में डेटा सेंटर निवेश से अकेले HVAC इंडस्ट्री में ₹15 अरब का मौका बन सकता है, और KRN को उम्मीद है कि इसमें से 50 फीसदी ऑर्डर उसे मिलेंगे. फाइनेंशियल्स पर नजर डाले तो H1 FY26 में इसकी इनकम 73 फीसदी बढ़ी और मुनाफा 66 फीसदी बढ़ा है. कंपनी अपनी क्षमता 6 गुना बढ़ा रही है ताकि बढ़ती मांग को पूरा कर सके.
सोर्स: BSE, Groww, FE, Colliers India, Jefferies
इसे भी पढ़ें- गोली की रफ्तार से भाग रहा शेयर, कर्ज लगभग जीरो, भाव ₹20 से कम; अब कंपनी करेगी अमेरिकी में निवेश!
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.