Monolithisch India IPO की जबरदस्त लिस्टिंग, 62 फीसदी प्रीमियम पर शेयर बाजार में एंट्री
Monolithisch India के शेयरों की NSE SME पर जबरदस्त लिस्टिंग हुई, जो इश्यू प्राइस 143 रुपये से 62 फीसदी ऊपर 231.55 रुपये पर हुई. लिस्टिंग के बाद शेयर 243.1 रुपये तक पहुंच गया. IPO को 182.89 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था. कंपनी ने इससे 82.02 करोड़ रुपये जुटाए, जिनका उपयोग मैन्युफैक्चरिंग यूनिट, सब्सिडियरी में निवेश, वर्किंग कैपिटल और कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए होगा.

Monolithisch India IPO Listing: Monolithisch India के शेयरों की गुरुवार, 19 जून को शेयर बाजार में शानदार लिस्टिंग हुई. कंपनी के शेयर NSE SME एक्सचेंज पर 231.55 रुपये के भाव पर लिस्ट हुए, जो इसके इश्यू प्राइस 143 रुपये से करीब 61.9 फीसदी ज्यादा है. लिस्टिंग के बाद शेयर और मजबूत हुआ और 5 फीसदी की बढ़त के साथ 243.1 रुपये पर ट्रेड करता नजर आया. Monolithisch India की लिस्टिंग ग्रे मार्केट की उम्मीदों से भी बेहतर रही. लिस्टिंग से पहले इसके अनलिस्टेड शेयर ग्रे मार्केट में 182 रुपये पर ट्रेड कर रहे थे, जो इश्यू प्राइस से 27 फीसदी यानी 39 रुपये ज्यादा थे.
182 गुना सब्सक्रिप्शन हुआ था
Monolithisch India का IPO निवेशकों के बीच काफी लोकप्रिय रहा. कंपनी ने अपने शेयर का प्राइस बैंड 143 रुपये प्रति शेयर तय किया था. यह पूरी तरह से फ्रेश इश्यू था, जिसमें कंपनी ने 54.48 लाख शेयर जारी कर कुल 82.02 करोड़ रुपये जुटाए हैं. इस IPO को कुल मिलाकर 182.89 गुना सब्सक्रिप्शन मिला. रिटेल निवेशकों की कैटेगरी में इसे 94.71 गुना, QIB कैटेगरी में 129.20 गुना और NII कैटेगरी में रिकॉर्ड 459.99 गुना सब्सक्रिप्शन मिला. इस इश्यू का बुक रनिंग लीड मैनेजर Hem Securities था, जबकि Kfin Technologies ने IPO रजिस्ट्रार की भूमिका निभाई है.
क्या है कंपनी की योजना
Monolithisch India की योजना है कि आईपीओ से मिली राशि का इस्तेमाल एक नई मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करने और अपनी सब्सिडियरी कंपनी Metalurgica India में निवेश करने के लिए किया जाएगा. इसके अलावा, कंपनी इस राशि का उपयोग अपने वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और सामान्य कॉर्पोरेट कार्यों के लिए भी करेगी.
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Monolithisch India Limited की शुरुआत साल 2018 में Mineral ग्रुप की एक कंपनी के रूप में हुई थी. रैमिंग मास का इस्तेमाल सेकेंडरी स्टील बनाने वाली फैक्ट्रियों में इंडक्शन फर्नेस (एक तरह की भट्टी) में किया जाता है. यह भारत के 80% से ज्यादा बड़े स्टील प्लांट्स को रैमिंग मास सप्लाई करती है. Monolithisch India कई बड़ी और तेजी से बढ़ती स्टील कंपनियों की पार्टनर भी है.
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