Nifty Outlook Dec 30: 26200 स्ट्राइक पर एग्रेसिव कॉल राइटिंग, VIX में भी उछाल, 25800 टूटा तो बढ़ सकता है दबाव

29 दिसंबर को निफ्टी 100 अंक गिरकर 25,942 पर बंद हुआ. एनालिस्ट्स के मुताबिक, निफ्टी में अभी भी मुनाफावसूली का दबाव बना हुआ है. 30 दिसंबर को निफ्टी 25,700–26,300 के दायरे में रह सकता है. वहीं, 26,000–26300 रेजिस्टेंस और 25900 सपोर्ट अहम रहेगा.

निफ्टी आउटलुक Image Credit: canva

साल के आखिरी कारोबारी हफ्ते की शुरुआत भारतीय शेयर बाजार के लिए कमजोर रही। 29 दिसंबर को लगातार तीसरे सत्र में मुनाफावसूली देखने को मिली और निफ्टी 100.2 अंक टूटकर 25,942.10 पर बंद हुआ. कमजोर वैश्विक संकेतों, एफएंडओ मासिक एक्सपायरी से पहले सतर्कता और चुनिंदा शेयरों में बिकवाली ने बाजार की चाल को दबाव में रखा. एनालिस्ट्स के मुताबिक, फिलहाल निफ्टी एक सीमित दायरे में कंसोलिडेशन के दौर से गुजर रहा है और 30 दिसंबर को भी उतार-चढ़ाव बना रह सकता है. एनालिस्ट्स का मानना है कि शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स को 25,700–25,800 के सपोर्ट और 26,200–26,300 के रेजिस्टेंस पर खास नजर रखनी चाहिए. जब तक इंडेक्स 26,300 के ऊपर निर्णायक ब्रेकआउट नहीं देता, तब तक आक्रामक पोजिशन लेने से बचना ही बेहतर रणनीति मानी जा रही है.

50-डे EMA और पिछले स्विंग का रिट्रेसमेंट सपोर्ट

ब्रोकरेज हाउस Bajaj Broking के मुताबिक, निफ्टी के डेली चार्ट पर एक बड़ा बेयरिश कैंडल बना है, जिसमें लोअर हाई और लोअर लो दिखाई दे रहे हैं. यह हालिया तेजी के बाद मुनाफावसूली के जारी रहने का संकेत है. ब्रोकरेज का मानना है कि बीते चार हफ्तों से जो कंसोलिडेशन चल रहा है, वह आगे भी जारी रह सकता है और निफ्टी 25,700 से 26,300 के दायरे में घूमता नजर आ सकता है. इस रेंज से बाहर निकलना ही अगली बड़ी दिशा तय करेगा. अगर इंडेक्स 26,300 के ऊपर मजबूती से टिकता है, तो आने वाले हफ्तों में 26,500 तक की तेजी संभव है. वहीं, 25,700–25,800 का जोन अहम सपोर्ट है, जहां 50-डे EMA और पिछले स्विंग का रिट्रेसमेंट सपोर्ट मौजूद है.

India VIX में 6% से ज्यादा की तेजी

डेरिवेटिव्स और वोलैटिलिटी के मोर्चे पर, Choice Equity Broking की टेक्निकल एनालिस्ट अमृता शिंदे का कहना है कि India VIX में 6% से ज्यादा की तेजी आई है, जो बाजार में अनिश्चितता बढ़ने का संकेत देती है. ऑप्शंस डेटा में 26,200 स्ट्राइक पर एग्रेसिव कॉल राइटिंग दिख रही है जबकि 25,900 के आसपास मजबूत पुट ओपन इंटरेस्ट बना हुआ है. इससे यह स्तर निकट अवधि का अहम सपोर्ट और पिवट जोन बनता है. उनके मुताबिक, निफ्टी को दोबारा मजबूती दिखाने के लिए 26,000 के ऊपर क्लोजिंग जरूरी होगी, वरना बाजार कंसोलिडेशन से करेक्शन के फेज में रह सकता है.

डेली RSI में निगेटिव क्रॉसओवर

Angel One के चीफ मैनेजर (टेक्निकल व डेरिवेटिव रिसर्च) ओशो कृष्णन का कहना है कि निफ्टी 20-DEMA के नीचे फिसल चुका है, जो शॉर्ट-टर्म कमजोरी को दर्शाता है. इंडेक्स ने लगातार तीसरे सत्र में अहम सपोर्ट स्तरों को तोड़ा है और डेली RSI में निगेटिव क्रॉसओवर भी देखने को मिला है. इससे यह संकेत मिलता है कि फिलहाल बुल्स का दबदबा कमजोर पड़ा है. उनके मुताबिक, 25900–25850 का जोन तात्कालिक सपोर्ट है, जबकि 25700 का स्तर निकट अवधि के ट्रेंड के लिए बेहद अहम माना जा रहा है. ऊपर की ओर 26,100–26,150 का दायरा मजबूत रेजिस्टेंस के रूप में उभर रहा है.

26,100 तत्काल रेजिस्टेंस

HDFC Securities के सीनियर टेक्निकल रिसर्च एनालिस्ट नागराज शेट्टी का मानना है कि डेली चार्ट पर बना लॉन्ग बेयर कैंडल पिछले 3-4 सत्रों की गिरावट की पुष्टि करता है. हालांकि, मिड-मंथ से अब तक चार्ट पर बने हायर टॉप्स और हायर बॉटम्स यह भी इशारा करते हैं कि मौजूदा कमजोरी नया हायर बॉटम बनाने की प्रक्रिया का हिस्सा हो सकती है. शॉर्ट टर्म में निफ्टी को 25,850–25,800 के आसपास सपोर्ट मिल सकता है, जबकि 26,100 तत्काल रेजिस्टेंस बना रहेगा.

25900 नीचे की ओर अहम सपोर्ट

इसी कड़ी में LKP Securities के सीनियर टेक्निकल एनालिस्ट रुपक डे का कहना है कि इंडेक्स के 26,000 के नीचे फिसलते ही पुट राइटर्स ने पोजिशन अनवाइंड की है, जिससे ट्रेंड और कमजोर हुआ. निफ्टी ने पिछली तेजी का 50% से ज्यादा रिट्रेसमेंट कर लिया है, जिससे हालिया रैली की टिकाऊपन पर सवाल खड़े हो गए हैं. उनके अनुसार, 25900 नीचे की ओर अहम सपोर्ट और 26,000 ऊपर की ओर पहला बड़ा रेजिस्टेंस बना हुआ है.