देखते ही देखते ₹23000 करोड़ के पार पहुंचा इस PSU का ऑर्डर बुक, 689% बढ़ा एक्सपोर्ट; क्या बनेगा अगला डिफेंस दिग्गज?
भारत में रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की नई नीति के बाद BDL ने अपनी भूमिका बदलनी शुरू की. अब कंपनी सिर्फ मिसाइल असेंबल नहीं करती, बल्कि प्रॉपल्शन, गाइडेंस सिस्टम, कंट्रोल लॉजिक, और अहम सबसिस्टम खुद डिजाइन और विकसित करती है.
Bharat Dynamics: भारत की मिसाइल बनाने वाली कंपनी Bharat Dynamics Limited (BDL) अब सिर्फ एक सरकारी यूनिट नहीं रही. यह तेजी से देश की प्रिसिजन वॉरफेयर यानी सटीक वार क्षमता की सबसे महत्वपूर्ण कंपनी बनकर उभर रही है. बढ़ते एक्सपोर्ट, मजबूत ऑर्डर बुक और बदली हुई तकनीकी रणनीति ने इसे निवेशकों का पसंदीदा स्टॉक बना दिया है. आइए इसके बारे में विस्तार से जानते है.
पहले BDL सिर्फ मिसाइल बनाती थी
कई सालों तक BDL की भूमिका काफी सीमित थी. DRDO डिजाइन देता था और BDL उसी के अनुसार मिसाइल बनाकर सेना को सप्लाई कर देती थी. रेवेन्यू भी कुछ चुनिंदा प्रोजेक्ट्स जैसे आकाश, कोंकुर्स, MILAN पर ही निर्भर था. एक्सपोर्ट लगभग न के बराबर था और मुश्किल आने पर कंपनी के पास विकल्प कम होते थे.
लेकिन अब कंपनी ने खुद को बदल लिया है
भारत में रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की नई नीति के बाद BDL ने अपनी भूमिका बदलनी शुरू की. अब कंपनी सिर्फ मिसाइल असेंबल नहीं करती, बल्कि प्रॉपल्शन, गाइडेंस सिस्टम, कंट्रोल लॉजिक, और अहम सबसिस्टम खुद डिजाइन और विकसित करती है. FY26 की दूसरी तिमाही में इसका असर साफ दिखा:
- रेवेन्यू 111% बढ़कर ₹1,147 करोड़
- मुनाफा 76% बढ़कर ₹216 करोड़
- BDL पूरी तरह कर्ज़-मुक्त है और पिछले 3 साल में इसका शेयर 44% CAGR की रफ्तार से बढ़ा है.
मजबूत ऑर्डर बुक से लंबी अवधि की गारंटी
BDL के पास अगस्त 2025 तक करीब ₹23,029 करोड़ के ऑर्डर थे. 1 दिसंबर को सेना से ₹2,461 करोड़ का नया ऑर्डर भी मिला. इतना बड़ा बैकलॉग कंपनी को आने वाले कई सालों की मजबूत कमाई का भरोसा देता है. यह रक्षा कंपनियों में कम ही मिलता है.
अब असली ताकत ‘सबसिस्टम’ और मॉड्यूलर तकनीक
- आज BDL मिसाइलों के सिर्फ बाहरी ढांचे नहीं बनाती.
- यह इंजन जैसे प्रॉपल्शन यूनिट, गाइडेंस इलेक्ट्रॉनिक्स, और ऐसे मॉड्यूलर पार्ट्स बनाती है जिन्हें अलग-अलग मिसाइलों में भी इस्तेमाल किया जा सकता है.
- यही तकनीक प्रोडक्शन को तेज, सस्ता और ज्यादा विश्वसनीय बनाती है.
एक्सपोर्ट में बड़ा छलांग
पहले BDL का एक्सपोर्ट बहुत कम था. लेकिन FY25 में यह 689% बढ़कर ₹1,270 करोड़ तक पहुंच गया. सबसे बड़ा बदलाव आया आर्मेनिया को आकाश वेपन सिस्टम बेचने से. इससे दुनिया को पता चला कि भारत जटिल एयर डिफेंस सिस्टम भी एक्सपोर्ट कर सकता है.
क्यों बढ़ रही है मांग?
- भारत का रक्षा बजट लगातार बढ़ रहा है.
- सरकार मिसाइलें और रक्षा तकनीक देश में ही बनाने पर जोर दे रही है.
- दुनिया में सस्ती और भरोसेमंद हथियारों की मांग बढ़ी है, और भारत उस जरूरत को पूरा कर रहा है.
सोर्स: Groww, FE
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.