SBI QIP: 8 साल बाद शेयरों की सबसे बड़ी बिक्री कर रहा स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, 25,000 करोड़ जुटाने का प्लान
देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक SBI ने 8 सालों बाद पहली बार शेयर बेचने की योजना बनाई है. QIP के जरिये स्टेट बैंक ऑफ इंडिया 25,000 करोड़ जुटाना चाहता है. इसके 6 बैंकों को नियुक्त किया है. बताया जा रहा है कि यह भारत का सबसे बड़ा QIP इश्यू होगा.
भारत सरकार की सबसे मूल्यवान कंपनियों मे से एक भारतीय स्टेट बैंक QIP यानी क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट के जरिये 25,000 करोड़ रुपये तक जुटाने जा रही है. इस QIP इश्यू के लिए एसबीआई ने 6 मर्चेंट बैंकों को नियुक्ति किया है. 2017 के बाद यह पहली बार है, जब SBI की तरफ से QIP के जरिये शेयरों की बिक्री कर फंड जुटाया जा रहा है. यह देश के इतिहास का सबसे बड़ा QIP इश्यू होगा. इस QIP से मिलने वाली रकम से बैंक का कॉमन इक्विटी टियर 1 कैपिटल बढ़ेगा. इस साल मार्च के अंत में एसबीआई का CET-1 करीब 11 फीसदी था, जो सरकारी बैंकों में सबसे सबसे कम है.
क्या होता है CET-1?
सीईटी-1 असल में रेगुलेटरी कैपिटल रेश्यो है. बैंकों को एक निश्चित अनुपात में इक्विटी और दूसरे स्टॉक्स के तौर पर एक फंड बनाकर रखना होता है, जो किसी वित्तीय संकट की अवधि के दौरान नुकसान को तुरंत सहने में मदद करता है.
किन बैंकों को किया नियुक्त?
SBI ने अपने क्यूआईपी के लिए कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज लिमिटेड, एचएसबीसी सिक्योरिटीज एंड कैपिटल मार्केट्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, मॉर्गन स्टेनली इंडिया कंपनी प्राइवेट लिमिटेड और एसबीआई कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड को नियुक्त किया है.
सिर्फ 1 रुपये में SBI के लिए काम करेंगे ये बैंक
ET की एक रिपोर्ट के मुताबिक मामले की प्रत्यक्ष जानकारी रखने वाले एक व्यक्ति का दावा है कि सभी मर्चेंट बैंक SBI के इस QIP को कामयाब बनाने के लिए बैंक से सिर्फ 1 रुपये की फीस लेंगे, क्योंकि यह फीस के बजाय प्रतिष्ठा का मामला है. असल में यह एक दुर्लभ मौका है, जब SBI QIP के जरिये पैसा जुटा रहा है. 2017 में भी मर्चेंट बैंकर्स ने SBI के 15,000 करोड़ के QIP के लिए 1 रुपये की फीस ही ली थी. SBI के बोर्ड ने पिछले महीने 3 मई को ही 25 हजार करोड़ के QIP को मंजूरी दे दी थी.