अगले हफ्ते कैसी रहेगी शेयर बाजार की चाल, ट्रंप – डिविडेंड समेत इन 8 फैक्टर्स का रहेगा बड़ा असर

भारतीय बाजार पिछले आठ दिनों से गिरावट में रहा है, और इस हफ्ते भी वैश्विक आर्थिक संकेतकों, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतियों, विदेशी निवेशकों की खरीद-बिक्री और कच्चे तेल की कीमतों पर बाजार की चाल निर्भर करेगी. इसके अलावा, IPO और डिविडेंड भी बाजार की दिशा को प्रभावित कर सकते हैं.

ये फैक्टर्स तय करेंगे शेयर बाजार की चाल Image Credit: PTI

Share Market: भारतीय शेयर बाजार में लगातार आठवें दिन गिरावट दर्ज की गई, सेंसेक्स में 2000 अंकों से ज्यादा की गिरावट रही, और बीते शुक्रवार को बाजार लाल निशान में बंद हुआ. विदेशी निवेशकों (FII) की बिकवाली के चलते बैंकिंग, ऑटो और FMCG सेक्टर में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ. जब सोमवार को बाजार फिर से खुलेगा, तो कई महत्वपूर्ण फैक्टर्स बाजार की चाल को प्रभावित करेंगे. चलिए इन फैक्टर्स पर नजर डालते हैं.

ट्रंप का रेसिप्रोकल टैरिफ

रिसिप्रोकल टैरिफ यानी ‘आप जितना टैक्स लगाओगे उसके जवाब में आप पर भी टैक्स लगाया जाएगा’ वाली नीति. हालांकि ये तुरंत लागू नहीं हो रहा है, लेकिन बाजार में इसे लेकर अनिश्चितता बनी हुई है. अगले हफ्ते बाजार का इसपर असर नहीं होना चाहिए लेकिन इसे लेकर निवेशकों की चिंता बनी हुई है.

FOMC मीटिंग के मिनट्स

अमेरिकी फेडरल रिजर्व की 28-29 जनवरी की बैठक के मिनट्स बुधवार, 19 फरवरी को जारी होंगे. फेडरल रिजर्व ने अभी तक ब्याज दरों में कटौती करने को लेकर कोई जल्दबाजी नहीं दिखाई, जबकि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप तेजी से दरों में कटौती की मांग कर रहे हैं. इस पर ध्यान देना जरूरी है, क्योंकि जनवरी में अमेरिका में महंगाई दर 3% से ऊपर चली गई, जो जून 2024 के बाद सबसे ऊंचा स्तर है.

अमेरिकी बाजारों का असर

शुक्रवार को अमेरिकी शेयर बाजार मिले-जुले संकेतों के साथ बंद हुए, जिसका असर भारतीय बाजार पर भी पड़ सकता है.

FII और DII की खरीद-बिक्री

शुक्रवार को विदेशी निवेशकों (FIIs) ने भारतीय शेयरों की 4,294.69 करोड़ रुपये की बिकवाली की, जिससे बाजार में गिरावट आई. निफ्टी 0.44% गिरा और सेंसेक्स 0.26% गिरावट के साथ बंद हुआ.

आने वाले IPOs

इस हफ्ते शेयर बाजार में IPO का भी असर देखने को मिलेगा.

इसके अलावा, एक SME IPO, HP Telecom India, 20 फरवरी, गुरुवार को खुलने वाला है. इसका इश्यू प्राइस ₹108 प्रति शेयर रखा गया है.

रुपया बनाम डॉलर

रुपये में शुक्रवार को 12 पैसे की बढ़त दर्ज की गई और यह 86.81 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ. हालांकि, कच्चे तेल की ऊंची कीमतें, विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली ने रुपये की मजबूती को सीमित रखा है.

रुपया शुक्रवार को 86.86 के स्तर पर खुला और 86.79 तक पहुंच गया. तब यह 86.90 तक भी गया, लेकिन अंत में 86.81 पर बंद हुआ.

गुरुवार को रुपये में सिर्फ 2 पैसे की मामूली बढ़त हुई थी, जबकि बुधवार को इसमें 16 पैसे की गिरावट आई थी. इससे पहले मंगलवार को रुपये ने 66 पैसे की तेज बढ़त दर्ज की थी.

कच्चे तेल की कीमतें

कच्चे तेल की कीमतें वैश्विक स्तर पर महंगाई और ब्याज दरों पर असर डाल सकती हैं, जिससे शेयर बाजार प्रभावित होगा.

कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी बाजार के लिए नेगेटिव संकेत होती है, क्योंकि इससे महंगाई बढ़ सकती है.

कॉरपोरेट्स की घोषणाएं

इस हफ्ते कई कंपनियों के लिए डिविडेंड और रिकॉर्ड डेट्स तय हैं.

17 फरवरी (सोमवार) को ये कंपनियां इंटरिम डिविडेंड देंगी:

18 फरवरी (मंगलवार) को Kothari Products का इंटरिम डिविडेंड का एक्स-डेट और रिकॉर्ड डेट होगी.

इसके अलावा, Fineotex Chemical और KP Energy के लिए भी इंटरिम डिविडेंड की एक्स-डेट और रिकॉर्ड डेट 18 फरवरी को होगी.