तिमाही नतीजों के बाद ब्रोकरेज बुलिश, कहा-RIL खरीदो; इस वजह से आएगी रैली!

शुक्रवार को देश की दिग्गज कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपने तिमाही नतीजे पेश किए जिसमें कंपनी के मुनाफे में जोरदार बढ़ोतरी हुई है. अब कंपनी पर ब्रोकरेज Systematix Institutional Equities ने अपनी राय दी है, जिसमें इसके शेयरों के लिए टारगेट प्राइस के साथ और भी बहुत कुछ बताया गया है.

RIL Image Credit: Canva, tv9

RIL Share Price: रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं. अब कंपनी पर ब्रोकरेज Systematix Institutional Equities ने अपनी राय दी है. कंपनी की टोटल इनकम और ऑपरेटिंग मुनाफा (EBITDA) थोड़े बहुत अनुमान से कम रहे, लेकिन नेट प्रॉफिट में कंपनी ने शानदार प्रदर्शन किया है. इस तिमाही में रिलायंस ने कुल 20,300 करोड़ रुपये का एडजस्टेड नेट प्रॉफिट कमाया, जो सालाना आधार पर 34.1 फीसदी और तिमाही आधार पर 4.6 फीसदी की बढ़ोतरी है.

डिजिटल और रिटेल ने दिखाई ताकत

कंपनी के मुनाफे में सबसे बड़ा योगदान डिजिटल सर्विसेज (Jio) और रिटेल बिजनेस का रहा. जियो ने सालाना आधार पर 23 फीसदी और रिटेल ने 13 फीसदी की EBITDA ग्रोथ दर्ज की. जियो की कुल ग्राहक संख्या 49.8 करोड़ हो गई है, जिसमें तिमाही आधार पर 99 लाख का इजाफा हुआ. खास बात यह रही कि 5G यूजर्स की संख्या अब 21 करोड़ पहुंच चुकी है, जिसमें इस तिमाही में ही 2 करोड़ नए यूजर जुड़े. रिटेल सेगमेंट ने भी मजबूती दिखाई, जहां 388 नए स्टोर्स खुलने के साथ कुल स्टोर्स की संख्या 19,592 हो गई. ग्राहक आधार में 13.3 फीसदी की सालाना बढ़ोतरी हुई और अब यह 35.8 करोड़ तक पहुंच गया है.

O2C और अपस्ट्रीम से थोड़ा दबाव

ऑयल-टू-केमिकल (O2C) बिजनेस में ग्रोथ तो रही, लेकिन यह बाजार की उम्मीदों से कुछ कम रही. इसका कारण मुख्य रूप से पॉलिएस्टर मार्जिन में गिरावट और कुछ प्लांट्स के शटडाउन से उत्पादन में कमी रहा. वहीं, अपस्ट्रीम बिजनेस जैसे तेल और गैस उत्पादन में भी चुनौतियां रहीं. KG-D6 गैस फील्ड से गैस का उत्पादन 7 फीसदी गिरकर 26.6 मिलियन स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर प्रति दिन (mmscmd) रह गया, जबकि कंडेन्सेट उत्पादन 16 फीसदी गिरकर 19,300 बैरल प्रतिदिन रह गया. हालांकि, गैस की औसत कीमत $10 प्रति mmbtu रही, जो सालाना 7.6 फीसदी ज्यादा थी.

Asian Paints से निकासी, बड़ा फायदा

कंपनी ने इस तिमाही में एशियन पेंट्स में अपनी 4.9 फीसदी हिस्सेदारी पूरी तरह बेच दी. इससे रिलायंस को करीब 8,900 करोड़ रुपये का एकमुश्त लाभ हुआ, जिसे कंपनी ने एक बार की आय के रूप में दर्ज किया है.

कैपेक्स में कमी, नया एनर्जी बिजनेस देगा रफ्तार

इस तिमाही में रिलायंस का कैपेक्स 29,900 करोड़ रुपये रहा, जो पिछली तिमाही से 17 फीसदी कम है. कंपनी का कहना है कि H2FY26 (अक्टूबर 2025 से मार्च 2026) में नया एनर्जी बिजनेस मुनाफा देना शुरू करेगा.

भविष्य की योजना

रिलायंस ने 2030 तक EBITDA को दोगुना करने का टारगेट रखा है. FY25 से FY27 के बीच कंपनी के रेवेन्यू, EBITDA और PAT में क्रमशः 7 फीसदी, 11.2 फीसदी और 10.4 फीसदी की सालाना ग्रोथ का अनुमान है.

कितना है टारगेट प्राइस?

ब्रोकरेज हाउस Systematix Institutional Equities ने रिलायंस के शेयर के लिए BUY रेटिंग दी है साथ ही इसका टारगेट प्राइस 1,680 रुपये दिया है.

RIL के शेयरों का हाल

सोर्स-TradingView

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