कहां फंसी इस रिटेल स्टार की गाड़ी? मेगा मल्टीबैगर स्टॉक अब 52-वीक लो पर, क्या खत्म हो गया दम?
CITI, Jefferies और Goldman Sachs जैसे कई ब्रोकरेज हाउसेज ने Trent का रेटिंग डाउनग्रेड किया है. इसकी वजह रही स्लो रेवेन्यू ट्रेंड, कमजोर डिमांड, वैल्यू फैशन में बढ़ती प्रतिस्पर्धा. हालांकि एनालिस्ट्स मानते हैं कि Trent की ऑटोमेशन और टेक्नोलॉजी अपग्रेड्स ने मार्जिन पर कुछ राहत जरूर दी है, लेकिन यह गिरावट रोकने के लिए काफी नहीं थी.
Trent Share Price: एक समय 8,345 रुपये के शिखर को छूने वाला Trent अब सिर्फ 4,292 रुपये पर ट्रेड कर रहा है, यानी अपने पीक से करीब 50 प्रतिशत नीचे. 25 नवंबर 2025 को स्टॉक ने 52-वीक लो 4,235.80 रुपये भी बना दिया. सवाल यही है. आखिर ऐसा क्या हुआ जिसने इस दिग्गज रिटेल स्टॉक को अचानक गिरावट में डाल दिया? Trent का मार्केट कैप 1,52,580 करोड़ रुपये है और पांच साल में यह स्टॉक 496 प्रतिशत रिटर्न दे चुका है, जो NIFTY 50 के 102 प्रतिशत के मुकाबले कई गुना ज्यादा है. यानी लंबी अवधि में प्रदर्शन दमदार रहा, लेकिन हाल की गिरावट ने निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है.
आखिर हुआ क्या?
- ट्रेंट की सेल्स ग्रोथ पिछले कई क्वार्टर्स से लगातार गिर रही है. 2022 के आखिर में जहां YoY सेल्स ग्रोथ 65 प्रतिशत से ऊपर थी, वहीं 2025 के अंत तक यह घटकर 15–16 प्रतिशत रह गई. यही ट्रेंड कंपनी की बॉटम लाइन में भी देखने को मिला. कई क्वार्टर्स की मजबूत तेजी के बाद अचानक ग्रोथ का धीमा होना कंपनी की स्केलिंग क्षमता पर सवाल खड़े करता है. यही वह सबसे बड़ा कारण है जिसने स्टॉक को 52-वीक लो तक पहुंचा दिया.
- वैल्यू फैशन सेगमेंट में मुकाबला बेहद बढ़ गया है और यह Trent के सबसे अहम बिजनेस को सीधे प्रभावित करता है. Reliance Retail Trends और Azorte के साथ तेजी से एक्सपेंशन कर रही है, खासकर Tier-2 और Tier-3 शहरों में, जो Zudio का मुख्य मार्केट है. Vishal, V2 Retail, VMart और कई D2C फैशन ब्रांड कम दाम पर अच्छी क्वालिटी दे रहे हैं, जिससे कस्टमर के पास विकल्प बढ़ गए हैं. Aditya Birla Fashion भी StyleUp और अपनी नई Gen-Z ब्रांड OWND के साथ उसी ग्राहक आधार को टारगेट कर रही है. इतने सारे प्लेयर्स के एक ही मार्केट में आने से Trent की ग्रोथ पर जोरदार दबाव बना है, जो हाल की गिरावट का बड़ा कारण है.
- Trent के वैल्यूएशन हमेशा हाई रहे हैं, लेकिन अब मुनाफे की ग्रोथ और प्राइस का रेश्यो मैच नहीं कर रहा.कंपनी का P/E जनवरी 2022 में 527x था, जो नवंबर 2025 में घटकर लगभग 94x रह गया. यह Valuation Derating साफ दिखाता है कि मार्केट हाई ओप्टिमिज्म से अब रियलिस्टिक और कंजरवेटिव व्यू लेने लगा है. इस बदलाव ने स्टॉक पर और दबाव डाला.
ब्रोकरेज के डाउनग्रेड
CITI, Jefferies और Goldman Sachs जैसे कई ब्रोकरेज हाउसेज ने Trent का रेटिंग डाउनग्रेड किया है. इसकी वजह रही स्लो रेवेन्यू ट्रेंड, कमजोर डिमांड, वैल्यू फैशन में बढ़ती प्रतिस्पर्धा. हालांकि एनालिस्ट्स मानते हैं कि Trent की ऑटोमेशन और टेक्नोलॉजी अपग्रेड्स ने मार्जिन पर कुछ राहत जरूर दी है, लेकिन यह गिरावट रोकने के लिए काफी नहीं थी.
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Q2 नतीजा
- Q2 FY26 में Trent ने 4,818 करोड़ रुपये की कोर रेवेन्यू दर्ज की. YoY आधार पर 16 प्रतिशत की बढ़त. लेकिन QoQ आधार पर रेवेन्यू 1.3 प्रतिशत गिरकर 4,883 करोड़ रुपये से घट गई.
- Q2 FY26 में नेट प्रॉफिट 373 करोड़ रुपये. YoY आधार पर 11 प्रतिशत की बढ़त.
- लेकिन QoQ आधार पर प्रॉफिट 12 प्रतिशत गिरकर 425 करोड़ रुपये से कम हो गया.
- नंबर्स साफ दिखाते हैं कि ग्रोथ अब उतनी तेज नही रही, और यही निवेशकों की मुख्य चिंता है.
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