PAN 2.0 के नाम पर चल रहा फर्जीवाड़ा, सरकार ने जारी की चेतावनी, जानें क्या है मामला और कैसे बचें?
PAN 2.0 के नाम पर एक एक खतरनाक फिशिंग स्कैम किया जा रहा है. इसके जरिये व्यक्ति की पहचान और पैसे दोनों को निशाना बनाया जा रहा है. इसे लेकर सरकार ने आम लोगों को सचेत करते हुए बताया है कि किस तरह ऐसे साइबर हमलों के शिकार होने से बचें.
PAN 2.0 के नाम पर चल रहे फिशिंग स्कैम को लेकर सरकार ने आम लोगों को सावधान किया है. केंद्र सरकार के सूचना प्रसारण मंत्रालय के प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिये इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि साइबर ठग फिशिंग ईमेल कर PAN 2.0 के नाम पर आम लोगों को निशाना बना रहे हैं. इस तरह के फिशिंग हमलों को ‘PAN 2.0’ नाम से भेजे जा रहे फर्जी ईमेल्स के जरिये अंजाम दिया जा रहा है. PIB ने साफ किया है कि इनकम टैक्स विभाग की तरफ से इस तरह की कोई योजना नहीं चलाई जा रही है.
कैसे काम कर रहा स्कैम?
इस स्कैम में साइबर ठगों की तरफ से सबसे पहले फिशिंग ईमेल्स भेजे जाते हैं, जिनमें लिखा होता है – “Get Your PAN 2.0 Card”. ये ईमेल्स info@smt.plusoasis.com
से जारी किए जा रहे हैं. इस तरह के ईमेल में एक लिंक दिया जाता है, जिस पर क्लिक करते ही यूजर एक वेबसाइट पर पहुंचता है, जो देखने में सरकारी वेबसाइट जैसी लगती है. इस फर्जी वेबसाइट पर यूजर से उसका PAN नंबर, आधार नंबर, बैंक खाता डिटेल्स जैसी जानकारियां मांगी जाती हैं. इन जानकारियों का उपयोग करके साइबर अपराधी लोगों की पहचान की चोरी करने के साथ ही उन्हें आर्थिक धोखाधड़ी का शिकार बना लेते हैं.
PIB और इनकम टैक्स ने क्या कहा?
PIB Fact Check ने सोशल मीडिया पर साफ कहा है कि इनकम टैक्स विभाग की तरफ से कोई PAN 2.0 योजना नहीं चलाई जा रही है, जिसके नाम पर लोगों को फिशिंग ईमेल और SMS के जरिये फर्जी वेबसाइट का लिंक भेज उनकी व्यक्तिगत जानकारी जुटाई जा रही है. जबकि, इनकम टैक्स कभी इस तरह से ऐसी जानकारी नहीं मांगता है.
फर्जीवाड़े से कैसे बचें?
सरकार ने आम लोगों को सतर्क रहने और कुछ सुरक्षा उपाय अपनाने की सलाह दी है.
- ईमेल पता जांचें: केवल
.gov.in
या.nic.in
डोमेन वाले पते ही सरकारी होते हैं. - संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें: किसी भी ईमेल या अटैचमेंट को बिना पुष्टि के न खोलें.
- आधिकारिक वेबसाइट ही उपयोग करें: PAN से जुड़ी सेवाएं सिर्फ आयकर विभाग, NSDL या UTIITSL की साइट पर ही उपलब्ध हैं.
- संदिग्ध ईमेल को
webmanager@incometax.gov.in
औरincident@cert-in.org.in
पर रिपोर्ट भेजें.
जागरूकता जरूरी
इस तरह के साइबर अपराधों से बचने के लिए जागरूकता बेहद जरूरी है. लिहाजा, अगर आपको इस तरह की धोखाधड़ी की जानकारी है, तो अपने आसपास के लोगों को भी जागरूक करें, क्योंकि इस तरह के मामलों में बचाव ही सबसे अच्छा सुरक्षा कवच है.