Telegram ने अपनी पॉलिसी में किया बड़ा बदलाव, अब यूजर्स की जानकारी पुलिस के साथ हो सकती है साझा

टेलीग्राम ने अपने प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर बड़ा बदलाव करने की घोषणा की है. कंपनी अब अपने यूजर के डाटा को कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ साझा कर सकती है.

टेलीग्राम ने किया अपनी पॉलिसी में बड़ा बदलाव Image Credit: Jakub Porzycki/NurPhoto via Getty Images

मैसेजिंग एप्लिकेशन टेलीग्राम अपने प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर बड़ा बदलाव करने की घोषणा की है. कंपनी अब अपने यूजर के डाटा को कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ साझा कर सकती है. कंपनी ने कहा कि कानूनी तौर पर अगर प्रवर्तन एजेंसियों की ओर से जायज रिक्वेस्ट किया जाए तब यूजर के डाटा को एजेंसी के साथ शेयर किया जा सकता है.

फोन नंबर और आईपी एड्रेस हो सकती है शेयर

टेलीग्राम के सीईओ पावेल डुरोव के मुताबिक अगर यूजर को लेकर किसी तरह की क्रिमिनल गतिविधियों की शक जताई जाती है जो कि टेलीग्राम के टर्म और सर्विस का उल्लंघन करती हो तब एप्लिकेशन यूजर के आईपी एड्रेस और फोन नंबर जैसी जानकारी को एजेंसी के साथ साझा कर सकती है. आपको बता दें कि डुरोव का यह फैसला हाल में टेलीग्राम पर कथित तौर पर होने वाले आपराधिक गतिविधियों को लेकर फ्रांस में हुई गिरफ्तारी के बाद आया है.

क्या है नई पॉलिसी?

टेलीग्राम की अपडेटेड पॉलिसी के अनुसार, “टेलीग्राम पर अगर संबंधित न्यायिक अधिकारियों से वैध आदेश प्राप्त होता है जो पुष्टि करता है कि यूजर टेलीग्राम की टर्म और सर्विस का उल्लंघन करने वाली आपराधिक गतिविधियों से जुड़े मामले में संदिग्ध हैं तब हम रिक्वेस्ट का कानूनी विश्लेषण करेंगे और संबंधित अधिकारियों को यूजर का आईपी एड्रेस और फोन नंबर बता सकते हैं.” बता दें कि कंपनी इससे पहले केवल आतंकवादियों से संबंधित मामलों में डाटा शेयर करती थी.

गैरकानूनी कंटेंट को यूजर करें रिपोर्ट

इसके अलावा कंपनी ने टेलीग्राम के नए मॉडरेशन उपायों को लागू कर रही है. डुरोव ने बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की मदद से मॉडरेटर की एक टीम प्लेटफॉर्म के सर्च बार से “प्रोब्लेमैटिक कंटेंट” को हटाने के लिए काम कर रही है. यूजर्स से हम गैरकानूनी और असुरक्षित कंटेंट को रिपोर्ट करने की उम्मीद करते हैं.

कंपनी ने यह फैसला ऐसे समय में उठाया है जब टेलीग्राम पर बढ़ती आपराधिक उपयोग को लेकर जांच का सामना करना पड़ रहा है. अब देखना होगा कि कंपनी की बदलने वाली पॉलिसी का प्रभाव उसके यूजर्स के निजी, एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड चैट पर कैसे पड़ता है.