भारत ने रचा इतिहास, स्वदेशी चिप से चलने वाले टेलीकॉम सिस्टम को मिली TEC की मंजूरी

भारत ने सेमीकंडक्टर क्षेत्र में बड़ी सफलता हासिल की है. देश का पहला पूरी तरह से स्वदेशी चिप 'विक्रम 32-बिट प्रोसेसर' लॉन्च के बाद अब देश में बनी चिप से चलने वाला पहला टेलीकॉम सिस्टम भी TEC की मंजूरी पाने में कामयाब हुआ है. यह भारत के मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत के लिए बड़ा कदम है.

Big leap for India’s semiconductor story Image Credit: X/ @AshwiniVaishnaw

Big leap for India’s semiconductor story: भारत सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में एक के बाद एक उपलब्धि हासिल कर रहा है. हाल ही में देश का पहला पूरी तरह से स्वदेशी चिप लॉन्च हुआ था, जिसका नाम विक्रम 32-बिट प्रोसेसर’ (Vikram 32-bit chip) है. इसके बाद अब देश में बनी चिप से चलने वाला पहला टेलीकॉम सिस्टम को भी टेलीकॉम इंजीनियरिंग सेंटर यानी TEC की मंजूरी मिल चुकी है. सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैश्नव ने इसे देश की सेमीकंडक्टर क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम बताया है. अश्विनी वैश्नव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर कहा कि “भारत की सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में बड़ी छलांग है. पहली बार, ‘मेड इन इंडिया’ चिप्स पर चलने वाली एक टेलीकॉम सिस्टम ने स्टैंडर्ड और क्वालिटी टेस्ट पास कर लिया है.”

TEC मंजूरी के क्या हैं मायने?

TEC की मंजूरी का मतलब है कि यह टेलीकॉम उपकरण उच्च गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों पर खरा उतरा है. यह भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए बहुत जरूरी है क्योंकि यह प्रोडक्ट घरेलू और विदेशी बाजारों में इस्तेमाल हो सकता है.

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दूसरे देशों पर घटेगी निर्भरता

यह मंजूरी भारत की चिप इम्पोर्ट पर निर्भरता कम करने की दिशा में एक बड़ा कदम है. इससे देश में डिजाइन की गई चिप्स को एक नई पहचान मिली है जो टेलीकॉम, ऑटोमोटिव और औद्योगिक उपकरणों में काम आएंगी.

भारत बना रहा 28nm से 65nm चिप

भारत 28nm से 65nm तक की चिप निर्माण तकनीक पर ध्यान केंद्रित कर रहा है. ये नए निर्माण भारत को मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत जैसे मिशनों को पूरा करने में मदद करेंगे. जहां दुनिया के बड़े चिप निर्माता जैसे TSMC और सैमसंग सबसे छोटे 5nm चिप बनाने में लगे हैं, भारत ने पुरानी लेकिन जरूरी तकनीक पर जोर देकर अपने लिए एक अलग बाजार बनाया है.

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