ट्रंप का सख्त फैसला, थर्ड वर्ल्ड से आने वाले माइग्रेंट को रोकेगा अमेरिका! ग्रीन कार्ड होल्डर की होगी दोबारा जांच
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने माइग्रेशनन नीति पर सख्त रुख अपनाते हुए थर्ड वर्ल्ड के देशों से आने वाले माइग्रेशन पर स्थायी रोक की बात कही है. उनका कहना है कि मौजूदा माइग्रेशनन व्यवस्था से देश की प्रगति प्रभावित हुई है और अब केवल वही लोग रहेंगे जो अमेरिका के लिए उपयोगी हों.
US Immigration Policy: अमेरिका में इमिग्रेशन पॉलिसी को लेकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बहुत कठोर रुख अपनाया है. उन्होंने घोषणा की है कि थर्ड वर्ल्ड के देशों से आने वाले माइग्रेशन पर स्थायी रोक लगाने पर विचार किया जा रहा है. ट्रंप ने कहा कि मौजूदा नीति ने देश की प्रगति को धीमा कर दिया है और अब अमेरिका को सुधार काल की जरूरत है. उन्होंने दावा किया कि लाखों माइग्रेंट को प्रवेश से रोका जाएगा और केवल वे लोग अमेरिका में रहने पाएंगे जो देश के लिए उपयोगी होंगे. गैर नागरिकों को दी जा रही सुविधाएं भी बंद करने की बात कही गई है. राष्ट्रपति ने कहा कि उनका लक्ष्य अवैध माइग्रेशन को कम कर देश में स्थिरता लाना है.
थर्ड वर्ल्ड से माइग्रेशन पर स्थायी रोक का संकेत
ट्रंप ने अपनी पोस्ट में कहा कि अमेरिका को दोबारा मजबूत बनाने के लिए उन्हें माइग्रेशन पर कड़ा कंट्रोल लाना होगा. उन्होंने थर्ड वर्ल्ड से आने वाले माइग्रेशन को रोकने की बात कही पर यह स्पष्ट नहीं किया कि यह किन देशों पर लागू होगा. आम तौर पर यह शब्द उन देशों के लिए प्रयोग होता है जहां आर्थिक विकास कम माना जाता है. ट्रंप का कहना है कि केवल रिवर्स माइग्रेशन ही स्थिति को सही कर सकता है.
अफगान नागरिक के हमले के बाद नीति और सख्त
हाल ही में राजधानी में एक अफगान नागरिक द्वारा दो नेशनल गार्ड जवानों पर हमला हुआ था. इस घटना के बाद ट्रंप प्रशासन ने माइग्रेशन को लेकर तुरंत कई कदम उठाए थे. सरकार ने अफगान नागरिकों के माइग्रेशन मामलों की समीक्षा रोक दी है. साथ ही जो लोग पहले से अमेरिका में रह रहे है उनके केस भी दोबारा जांचे जा रहे है.
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ग्रीन कार्ड प्रक्रिया भी रुकेगी
ट्रंप प्रशासन उन सभी शरणार्थियों की भी जांच करेगा जिन्हें जो बाइडेन सरकार के दौरान मंजूरी मिली थी. यह प्रक्रिया उनके ग्रीन कार्ड आवेदन तक प्रभावित कर सकती है. अमेरिकी सिटीजनशिप और माइग्रेशन सर्विस ने पुष्टि की कि हर जोखिम वाले देश के माइग्रेशनियों की फाइल की दोबार जांच की जाएगी. इसमें अफगानिस्तान, हैती, सोमालिया और सूडान जैसे देश शामिल है.
थर्ड वर्ल्ड का मतलब
वे देश जिन्हें विकसित राष्ट्रों की कैटेगरी में नहीं माना जाता था, जिनकी अर्थव्यवस्था कमजोर, इनकम कम और विकास स्तर धीमा होता था. इन देशों में आम तौर पर गरीबी, रोजगार की कमी, बुनियादी सुविधाओं की कमी और राजनीतिक अस्थिरता अधिक पाई जाती है.