बढ़ते ट्रेड वॉर के बीच चीन को अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने दी चेतावनी, कहा- ट्रंप के पास हैं ज्यादा विकल्प
अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते ट्रेड वॉर के बीच अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने चीन को चेतावनी दी है. फॉक्स न्यूज इंटरव्यू में वेंस ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पास चीन से ज्यादा विकल्प हैं और उन्होंने बीजिंग से तर्क का रास्ता अपनाने की अपील की. वहीं चीन ने अमेरिका को टैरिफ की धमकी देना बंद करने और संवाद जारी रखने की सलाह दी है.
JD Vance statement: अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते तनाव के बीच अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने चीन से “तर्क का रास्ता चुनने” का आह्वान किया और दावा किया कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पास ज्यादा प्रभाव है. फॉक्स न्यूज के Sunday Morning Futures में वेंस ने कहा, “यह एक नाजुक दौर होगा, और यह काफी हद तक इस बात पर निर्भर करेगा कि चीन कैसी प्रतिक्रिया देता है.” उन्होंने कहा, “अगर वे बेहद आक्रामक तरीके से जवाब देते हैं, तो मैं आपको गारंटी देता हूं कि अमेरिका के राष्ट्रपति के पास पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना से कहीं ज्यादा विकल्प हैं.”
बैठक को लेकर असमंजस
वेंस ने आगे कहा, “अगर वे (चीन) समझदारी से काम लेने को तैयार हैं, तो अमेरिका भी वैसा ही करेगा.” वेंस की यह टिप्पणी इस तरह की तीखी प्रतिक्रियाओं की नई कड़ी है, जिसने बाजारों को कमजोर कर दिया है. साथ ही महीने के अंत में दक्षिण कोरिया में ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच होने वाली संभावित बैठक से पहले भ्रम बढ़ा दिया है.
चीन ने कहा- धमकी देना बंद करो
रविवार को अपने एक बयान में चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि अमेरिका को उसे और ज्यादा टैरिफ की धमकी देना बंद कर देना चाहिए और लंबित व्यापार मुद्दों को सुलझाने के लिए आगे बातचीत करने का आग्रह किया. पिछले हफ्ते तनाव तब और बढ़ गया जब चीन ने नए एक्सपोर्ट कंट्रोल और अन्य उपायों की घोषणा की. हालांकि कुछ नवंबर तक लागू नहीं होंगे या व्यापक रूप से प्रभावी नहीं हो पाएंगे.
आने वाले हफ्ते होंगे काफी अहम
ट्रंप ने शुक्रवार को घोषणा की कि वह 1 नवंबर से चीनी वस्तुओं पर 100 फीसदी फीसदी लगाएंगे और कुछ अमेरिकी सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट को प्रतिबंधित करेंगे. साथ ही उन्होंने संकेत दिया कि वह एयरक्राफ्ट पार्ट की शिपमेंट भी रोक सकते हैं. लेकिन ट्रंप ने यह भी कहा कि उन्होंने बातचीत के लिए नवंबर की तारीख चुनी है.
ट्रंप ने कहा, “हमें देखना होगा कि क्या होता है. इसी वजह से मैंने इसे 1 नवंबर रखा है. हम देखेंगे कि क्या होता है.” वेंस ने कहा, “आने वाले हफ्तों में हमें इस बारे में बहुत कुछ पता चल जाएगा कि क्या चीन हमारे साथ ट्रेड वॉर शुरू करना चाहता है या वह वास्तव में तर्कसंगत होना चाहता है. मुझे उम्मीद है कि वे तर्क का रास्ता चुनेंगे.”
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