हरियाणा में खरीफ सीजन के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का आवेदन शुरू, 31 जुलाई है आखिरी तारीख
हरियाणा में खरीफ 2025 सीजन के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में आवेदन शुरू हो गया है. किसान धान, बाजरा, मक्का, कपास जैसी फसलों का बीमा 2% प्रीमियम देकर करवा सकते हैं. आवेदन की अंतिम तारीख 31 जुलाई 2025 है.
PM Fasal Bima Yojana 2025: हरियाणा के किसानों के लिए एक बड़ी खबर है. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत खरीफ 2025 सीजन के लिए आवेदन शुरू हो गए हैं. जो किसान धान, बाजरा, कपास, मक्का, मूंग जैसी फसलें बो रहे हैं, वो इस योजना में शामिल होकर फसल बीमा का फायदा ले सकते हैं. इस योजना का मकसद है अगर किसी कारण से (जैसे बारिश, सूखा, कीड़े, ओलावृष्टि या कोई आपदा) फसल खराब हो जाए, तो किसानों को आर्थिक नुकसान न हो. इसकी आखिरी तारीख हरियाणा में 31 जुलाई, 2025 हैं.
कौन-कौन सी फसलें इसमें शामिल हैं?
खरीफ 2025 के लिए धान, बाजरा, ज्वार, मक्का, कपास और मूंग पर बीमा मिलेगा. खास बात ये है कि इन फसलों की बुआई के 15 दिन के अंदर किसानों को इस योजना में रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है.
बीमा के लिए कितना पैसा देना होगा?
किसानों को इस योजना के तहत खरीफ की फसल जिसमें धान, बाजरा, मक्का व मूंग शामिल है, का बीमित राशि 2 फीसदी है, तथा कपास के लिए बिमित राशि का 5 फीसदी है. वहीं शेष प्रीमियम का पेमेंट राज्य सरकार और केंद्र सरकार करेगी.
कैसे मिलेगा पैसा?
अगर फसल खराब होती है, तो बीमा क्लेम की रकम सीधे किसान के बैंक खाते में आती है.
कितना देना होता है किसानों को प्रीमियम?
फसल | बीमित राशि | किसान द्वारा देय प्रीमियम |
---|---|---|
1. धान | 1,06249 | 2124.98 |
2. कपास | 1,08,701 | 5435.05 |
3. बाजरा | 51,218 | 1024.36 |
4. मक्का | 54,487 | 1089.74 |
5. मूंग | 47,675 | 953.50 |
कैसे करें आवेदन?
किसान बैंक, बीमा एजेंट या CSC सेंटर के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं. आवेदन करते समय आधार कार्ड, जमीन के कागज, फसल विवरण और मोबाइल नंबर देना जरूरी होता है. इसके अलावा किसान ऑनलाइन पोर्टल या मोबाइल ऐप से भी आवेदन कर सकते हैं.
क्या हर राज्य में तारीख एक जैसी होती है?
नहीं, हर राज्य की फसल की बोवाई का समय अलग होता है, इसलिए बीमा योजना की आवेदन की आखिरी तारीख भी अलग-अलग होती है.
उदाहरण के लिए:
- पंजाब में तारीख कुछ और हो सकती है.
- मध्यप्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र जैसे राज्यों में भी अलग-अलग तारीख तय होती है.
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