भारत में 2 करोड़ में मिलने वाली कार दुबई में मात्र 30 लाख में, क्यों है आंकड़ों का ये झोल?
भारत में लग्जरी गाड़ियों की कीमतें दुनिया के अन्य देशों, खासकर दुबई और अमेरिका की तुलना में दोगुनी या उससे भी ज्यादा होती हैं. इसका सबसे बड़ा कारण है भारी टैक्स स्ट्रक्चर जिसमें 100 फीसदी तक का आयात शुल्क, 28 फीसदी जीएसटी और कई दूसरे टैक्स शामिल हैं. आइए समझते हैं क्या है कारण.
India Dubai Luxury Price Difference: रोटी, कपड़ा, मकान. ये कहावत कुछ समय पहले तक कही जाती रही थी. लेकिन अब इसमें एक नए शब्द को जोड़ दिया गया है, वह है गाड़ी. लोग अब रोटी, कपड़ा, मकान के साथ गाड़ी को भी अपनी बुनियादी जरुरतों में शामिल करना चाहते हैं. लेकिन गाड़ी खरीदने से पहले उसकी कीमत देख कई बार लोग अपने कदम को वापस खींच लेते हैं. ये कदम और दूर भागते हैं जब आप भारत में किसी लग्जरी गाड़ी की खरीदारी करने की सोचते हैं.
लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि भारत में लग्जरी गाड़ियों की कीमत इतनी ज्यादा क्यों होती है. अगर ऐसा सोचते हैं तो आप अकेले नहीं हैं. भारत में एक लैंड क्रूजर की कीमत 2 करोड़ रुपये है लेकिन वही कार दुबई में सिर्फ 30 लाख लाख में मिलती है. यानी दोनों देशों की कीमत में तकरीबन 80 फीसदी का अंतर है.
भारत और दुबई में लग्जरी कारों की कीमत
निवेश बैंकर सार्थक आहूजा सोशल मीडिया पर एक वीडियो अपलोड कर इस अंतर की जानकारी देते हैं. वह कहते हैं, “कीमत का अंतर हैरान करने वाला है. भारत में 1 करोड़ रुपये की बीएमडब्ल्यू X5 अमेरिका में सिर्फ 65,000 डॉलर (लगभग ₹55 लाख) में मिलती है, यानी आधी कीमत.” दुबई में तो अंतर और बड़ा है. वहां एक फॉर्च्यूनर, जो भारत में 50 लाख रुपये की है, सिर्फ 35 लाख रुपये में मिलती है. लैंड क्रूजर की कीमत तो दुबई में भारत से 80 फीसदी कम है. बीएमडब्ल्यू X5 भी दुबई में 75 लाख रुपये में मिलती है. यानी भारत में मिलने वाली कीमत से 25 फीसदी सस्ती है.
भारत में कीमत ज्यादा क्यों?
आहूजा बताते हैं कि भारत में लग्जरी कारों की कीमत ज्यादा होने का मुख्य कारण है टैक्स. भारत में आयात शुल्क (इम्पोर्ट ड्यूटी) 60 फीसदी से 100 फीसदी तक है. इसके अलावा, 28 फीसदी जीएसटी, सेस और राज्य का रोड टैक्स भी लगता है. कुल मिलाकर, भारत में कार की ऑन-रोड कीमत का 45 फीसदी हिस्सा सिर्फ टैक्स के रूप में जाता है.
दुबई में सस्ती क्यों?
दुबई में आयात शुल्क यानी इंपोर्ट ड्यूटी बहुत कम है. वहां कार की कीमत स्थानीय मांग, शिपिंग लागत और थोक ऑर्डर जैसे फैक्टर्स पर निर्भर करती है. इसलिए अलग-अलग कार मॉडल की कीमतों में अंतर होता है, लेकिन कुल मिलाकर कीमत भारत से काफी कम रहती है. इससे इतर अगर आप मारुति, टाटा या हुंडई जैसी कारें खरीदना चाहते हैं, तो भारत में खरीदना बेहतर है. ये कारें भारत में बनती हैं, इसलिए उनकी कीमत वैश्विक स्तर पर कॉम्पिटिटिव हैं. लेकिन लग्जरी कारों के लिए भारत में कीमत बहुत ज्यादा हैं क्योंकि ये कारें दूसरे देश से इंपोर्ट किए जाते हैं जिसके बाद उनपर कई तरह के टैक्स लगते हैं.
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