अडानी ग्रुप की इस कंपनी ने जीता महाराष्ट्र में 1600 करोड़ का प्रोजेक्ट, 61600 करोड़ का हुआ ऑर्डर बुक
Adani Energy Solution: अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड को जनवरी 2028 तक परियोजना चालू करनी है. कंपनी ने एक बयान में कहा कि इसके साथ ही, इसकी ट्रांसमिशन ऑर्डर बुक अब 61,600 करोड़ रुपये हो गई है.

Adani Energy Solution: अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड (AESL) ने महाराष्ट्र में 1,600 करोड़ रुपये की अंतरराज्यीय ट्रांसमिशन परियोजना हासिल की है. कंपनी परियोजना मिलने की शुक्रवार को जानकारी दी. कंपनी ने एक बयान में कहा कि इसके साथ ही, इसकी ट्रांसमिशन ऑर्डर बुक अब 61,600 करोड़ रुपये हो गई है.
नए सुरक्षित प्रोजेक्ट के दायरे में 3,000 मेगा वोल्ट-एम्पीयर (MVA) सबस्टेशन क्षमता की स्थापना, अन्य संबंधित ट्रांसमिशन बुनियादी ढांचे के अलावा एईएसएल का समग्र ट्रांसमिशन नेटवर्क 26,696 सीकेएम और 93,236 MAV ट्रांसफॉर्मेशन कैपिसिटी तक ले जाना शामिल है.
बिजली की मांग को पूरा करने में मिलेगी मदद
एक बार पूरा हो जाने पर, यह परियोजना क्षेत्र में आगामी हाइड्रो पंप स्टोरेज परियोजनाओं (PSP) से 1.5 गीगावाट ग्रीन एनर्जी की निकासी में सहायता करेगी, जिससे मुंबई और आसपास के क्षेत्रों में बढ़ती बिजली की मांग को पूरा किया जा सकेगा.
2028 तक चालू करनी है परियोजना
अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड को जनवरी 2028 तक परियोजना चालू करनी है. कंपनी ने कहा कि उसने टैरिफ आधारित प्रतिस्पर्धी बोली (TBCB) तंत्र के तहत यह अंतरराज्यीय ट्रांसमिशन सिस्टम (ISTS) परियोजना जीती है, जबकि आरईसी पावर डेवलपमेंट एंड कंसल्टेंसी लिमिटेड (RECPDCL) बोली प्रक्रिया समन्वयक थी. अडानी पोर्टफोलियो का हिस्सा अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस एक मल्टी डायमेंशनल कंपनी है. यह एनर्जी सेक्टर के विभिन्न पहलुओं जैसे बिजली ट्रांसमिशन, वितरण, स्मार्ट मीटरिंग और कूलिंग सॉल्यूशन के क्षेत्र में कारोबार करती है.
अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड की विज्ञप्ति में कहा गया कि यह प्रगति भारत के एनर्जी ट्रांसमिशन में AESL की बढ़ती भूमिका को दर्शाती है, क्योंकि यह देश के रिन्यूएबल एनर्जी लक्ष्य में योगदान करते हुए टिकाऊ बुनियादी ढांचे में अपनी उपस्थिति का विस्तार करना जारी रखे हुए है.
अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस का मुनाफा
मार्च 2025 को समाप्त चौथी तिमाही में अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस का नेट प्रॉफिट साल-दर-साल (YoY) 79 फीसदी बढ़कर 647.2 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले 361.4 करोड़ रुपये था. कंपनी का रेवेन्यू भी 35.4 फीसदी बढ़कर 6,374.6 करोड़ रुपये हो गया.
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