अडानी और गूगल मिलकर बनाएंगे सबसे बड़ा डेटा सेंटर, ₹1.25 लाख करोड़ का निवेश; ये शहर बनेगा ‘AI हब’
अडानी एंटरप्राइजेज और गूगल ने आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में भारत का सबसे बड़ा AI डेटा सेंटर कैंपस स्थापित करने की घोषणा की है. लगभग 15 अरब डॉलर (1.25 लाख करोड़ रुपये) के निवेश से बनने वाला यह प्रोजेक्ट भारत की AI कैपेसिटी, डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर और ग्रीन एनर्जी सेक्टर में ऐतिहासिक बदलाव लाएगा.
Adani and Google AI Hub: भारत के तकनीकी इतिहास में आज एक नया अध्याय जुड़ गया है. अडानी एंटरप्राइजेज की जॉइंट वेंचर कंपनी AdaniConneX और Google ने मिलकर आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में भारत का सबसे बड़ा और नया AI डेटा सेंटर कैंपस स्थापित करने की घोषणा की है. इसके तहत गूगल तकरीबन 15 अरब डॉलर का निवेश करेगी. यह साझेदारी देश की डिजिटल कैपेसिटी को बेहतर मुकाम पर ले जा सकती है. इससे इतर, इस प्रोजेक्ट से ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में भी भारत की भूमिका को वैश्विक स्तर पर मजबूती मिलेगी.
15 अरब डॉलर का ऐतिहासिक निवेश
गूगल का यह निवेश लगभग 15 अरब अमेरिकी डॉलर (लगभग 1.25 लाख करोड़ रुपये) का है, जो अगले पांच सालों (2026–2030) में चरणबद्ध रूप से किया जाएगा. यह निवेश सिर्फ एक डेटा सेंटर बनाने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें गीगावॉट-स्तरीय डेटा इंफ्रास्ट्रक्चर, सब सी केबल नेटवर्क, और क्लीन एनर्जी सोर्सेज का विकास भी शामिल है. इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में AdaniConneX, Airtel, और कई ग्लोबल तकनीकी साझेदारों की भागीदारी होगी. यह केंद्र भारत के उभरते हुए AI इकोसिस्टम का फोकस बनेगा.
भारत की AI कैपेसिटी को मिलेगा नया इंजन
AdaniConneX के साथ मिलकर गूगल की ओर से विकसित यह AI हब, भारत की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI की कैपेसिटी में बड़े बदलाव लाने की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है. अडानी ने जारी प्रेस रिलीज में कहा कि विशाखापट्टनम का यह डेटा सेंटर अत्याधुनिक तकनीक से लैस होगा, जिसमें AI बेस्ड कम्प्यूटेशनल सिस्टम, मशीन लर्निंग प्रोसेसिंग, और क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल होंगे. यह सेंटर न केवल स्टार्टअप्स, रिसर्च इंस्टीट्यूशन और बिजनेसेस को वैश्विक स्तर पर कॉम्पटीट करने में सक्षम बनाएगा, बल्कि भारत को AI नवाचार का ग्लोबल केंद्र बनाने की दिशा में अहम भूमिका निभाएगा.
ग्रीन एनर्जी से चलेगा AI हब
इस प्रोजेक्ट का एक बड़ा पहलू इसका सस्टेनेबिलिटी विजन है. अडानी समूह और गूगल मिलकर आंध्र प्रदेश में नई ट्रांसमिशन लाइनों, क्लीन एनर्जी प्रोडक्शन यूनिट्स और ऊर्जा भंडारण प्रणालियों में सह-निवेश करेंगे. इन पहलों से न केवल डेटा सेंटर को 100 फीसदी ग्रीन एनर्जी से चलाया जाएगा, बल्कि भारत की पावर ग्रिड क्षमता और स्थिरता भी बढ़ेगी.
अडानी और गूगल ने क्या कहा?
अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने कहा, “अडानी ग्रुप गूगल के साथ इस ऐतिहासिक प्रोजेक्ट में साझेदारी करके गौरवान्वित है. यह केवल इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश नहीं, बल्कि एक उभरते हुए भारत की आत्मा में निवेश है. यह साझेदारी राष्ट्र निर्माण की हमारी साझा दृष्टि का प्रतीक है और 21वीं सदी के हर भारतीय को सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है. विशाखापट्टनम अब दुनिया के तकनीकी मानचित्र पर एक नई पहचान बनाएगा.”
वहीं, Google Cloud के सीईओ थॉमस कुरियन ने कहा, “भारत की अपार क्षमता को अनलॉक करने के लिए हम Google AI हब में निवेश कर रहे हैं. अडानी के साथ मिलकर हम अपने अत्याधुनिक संसाधन भारत के करीब ला रहे हैं, ताकि बिजनेस, रिसर्चर और क्रिएटर्स AI के साथ आगे बढ़ सकें. हमारा लक्ष्य है कि भारत को ग्लोबल AI नवाचार के मंच पर लीडिंग बनाया जाए.”
रोजगार और आर्थिक विकास का नया द्वार
यह AI हब और कनेक्टिविटी गेटवे विशाखापट्टनम और आंध्र प्रदेश के लिए आर्थिक विकास का नया इंजन साबित होगा. अनुमान है कि परियोजना के दौरान और बाद में तकनीक, निर्माण और स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्रों में लाखों रोजगार अवसर पैदा होंगे. साथ ही, इस हब के जरिये भारत की डिजिटल इनक्लूजन को बल मिलेगा- ग्रामीण क्षेत्रों में हाई-स्पीड कनेक्टिविटी, क्लाउड सेवाओं की उपलब्धता और AI शिक्षा के प्रसार के नए रास्ते खुलेंगे.
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