Adani Enterprises और MetTube में हुआ करार, कॉपर ट्यूब्स मैन्युफैक्चरिंग में आत्मनिर्भर बनेगा भारत

Adani Enterprises और MetTube ने HVAC और ग्रीन इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर के लिए इनर ग्रूव्ड कॉपर ट्यूब्स के उत्पादन को लेकर 50-50 फीसदी भागीदारी वाला जॉइंट वेंचर बनाया है. यह साझेदारी भारत को कॉपर ट्यूब निर्माण के मामले में आत्मनिर्भर बनाने में अहम योगदान दे सकती है.

मेटट्यूब के निदेशक राघव मित्तल, अडानी समूह के पूर्णकालिक निदेशक जीत अडानी और अडानी एंटरप्राइजेज के निदेशक विनय प्रकाश के साथ Image Credit: AEL

देश के सबसे बड़े औद्योगिक समूहों में शामिल अडानी ग्रुप की कंपनी Adani Enterprises Limited (AEL) ने कॉपर ट्यूब्स के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखने वाली कंपनी MetTube Mauritius Pvt Ltd के साथ एक अहम रणनीतिक साझेदारी की है. दोनों कंपनियों ने 50-50 फीसदी हिस्सेदारी वाला एक जॉइंट वेंचर तैयार किया है. समझौते के तहत अडानी समूह अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी Kutch Copper Tubes Ltd. (KCTL) में 50% हिस्सेदारी MetTube को हस्तांतरित करेगा. वहीं, दूसरी तरफ MetTube की भारतीय इकाई MetTube Copper India Pvt. Ltd. में AEL 50% की हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगा.

क्यों की गई यह साझेदारी?

इस साझेदारी का मकसद भारत में कॉपर ट्यूब्स का घरेलू उत्पादन बढ़ाना है. कॉपर ट्यूब्स का इस्तेमाल HVAC (हीटिंग, वेंटिलेशन और एयर कंडीशनिंग) उद्योग के साथ ही तमाम उद्योगों में होता है. अडानी समूह का कहना है कि वर्ल्ड क्लास क्वालिटी के उत्पाद बनाने के लिए यह साझेदारी अहम है. इसके साथ ही यह करार आत्मनिर्भर भारत की नीति के मुताबिक देश को कॉपर ट्यूब के आयात की निर्भरता से मुक्त करने की दिशा में भी अहम है.

क्या करती है MetTube?

MetTube असल में Metdist Group का हिस्सा है, जो दुनियाभर के प्रमुख HVAC और रेफ्रिजरेशन ब्रांड्स को कॉपर ट्यूब्स की आपूर्ति करती है. Metdist Group की यह कंपनी कॉपर ट्यूब बनाने का 50 वर्षों से अधिक का अनुभव रखती है. MetTube की भारत स्थित इकाई 2024 में शुरू हुई थी और यह देश की पहली इनर ग्रूव्ड कॉपर ट्यूब निर्माण सुविधा है, जो ऊर्जा दक्षता और बेहतर परफॉर्मेंस के लिए जानी जाती है.

अडानी के पास क्या है?

Adani Enterprises के पास गुजरात के मुंद्रा में 0.5 MTPA क्षमता की कॉपर रिफाइनरी है. इसके अलावा कंपनी ने ग्रीनफील्ड ट्यूब उत्पादन प्रॉजेक्ट के जरिये कॉपर ट्यूब मैन्युफैक्चरिंग में भी निवेश किया है. इस अडानी ग्रुप की इस दोहरी निवेश संरचना के तहत दोनों कंपनियां साझा स्वामित्व और संचालन के आधार पर काम करेंगी.

बड़ा रणनीतिक समझौता

Adani Group के Whole Time Director जीत अडानी ने इस करार को बड़ी रणनीतिक छलांग बताते हुए कहा, “MetTube के साथ यह भागीदारी सिर्फ उत्पादन क्षमता नहीं, बल्कि तकनीकी क्षमता और इनोवेशन को भी बढ़ाएगी. हम भारत को कॉपर ट्यूब निर्माण में आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं.” वहीं, Metdist Group के चेयरमैन अपुर्व बागरी ने कहा, “भारत में कॉपर ट्यूब की मांग लगातार बढ़ रही है. यह साझेदारी ‘मेक इन इंडिया’ मिशन को मजबूती देने के साथ-साथ टिकाऊ और उच्च गुणवत्ता वाले समाधान प्रदान करेगी.”

क्यों अहम यह साझेदारी?

यह साझेदारी न केवल HVAC इंडस्ट्री के साथ ही रेफ्रिजरेशन, स्मार्ट कंस्ट्रक्शन और ग्रीन एनर्जी जैसे सेक्टर्स के लिए अहम है. भारत में तेजी से बढ़ते शहरीकरण और जलवायु बदलाव के सहने वाला इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाने में हाई क्वालिटी कॉपर ट्यूब्स की मांग लगातार बढ़ रही है. अडानी समूह का कहना है कि इस गठजोड़ से देश में कॉपर ट्यूब के उत्पादन की गति और स्केल में बढ़ोतरी होगी, जिससे घरेलू मांग को तेजी से पूरा किया जा सकेगा. इसके साथ ही निर्यात बाजार में भी प्रतिस्पर्धा की जा सकेगी.