डायलिसिस सर्विस देने वाली कंपनी ला रही IPO, फाइल किया DRHP; 353 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी
NephroPlus हेल्थ सर्विसेज लिमिटेड ने सेबी के पास DRHP दाखिल किया है. NephroPlus के नाम से मशहूर यह कंपनी एशिया की सबसे बड़ी डायलिसिस सर्विस देती है और दुनिया में पांचवीं सबसे बड़ी है. साल 2009 में शुरू हुई इस कंपनी के पास 447 क्लीनिक हैं, जो भारत के 21 राज्यों और 4 केंद्र शासित प्रदेशों में 269 शहरों में हैं. यह हर साल 33,000 से ज्यादा मरीजों को सर्विस देती है

NephroPlus IPO: NephroPlus हेल्थ सर्विसेज लिमिटेड ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल किया है. कंपनी अपनी IPO के जरिए पैसे जुटाना चाहती है. इसके तहत कंपनी 353.4 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी करेगी. DRHP के अनुसार, हैदराबाद की इस कंपनी का IPO नए शेयरों और ऑफर फॉर सेल (OFS) का मिश्रण है.
OFS में 1.27 करोड़ शेयर बेचे जाएंगे, जो कंपनी के प्रमोटर और अन्य शेयरधारक बेचेंगे. प्रमोटर में इन्वेस्टकॉर्प प्राइवेट इक्विटी फंड II, हेल्थकेयर पेरेंट लिमिटेड, इन्वेस्टकॉर्प ग्रोथ ऑपर्च्युनिटी फंड और एडोरस इन्वेस्टमेंट होल्डिंग्स शामिल हैं. अन्य शेयरधारकों में इन्वेस्टकॉर्प इंडिया, इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन और 360 वन स्पेशल ऑपर्च्युनिटी फंड शामिल हैं.
NephroPlus हेल्थ सर्विसेज के बारे में…
NephroPlus के नाम से मशहूर यह कंपनी एशिया की सबसे बड़ी डायलिसिस सर्विस देती है और दुनिया में पांचवीं सबसे बड़ी है. साल 2009 में शुरू हुई इस कंपनी के पास 447 क्लीनिक हैं, जो भारत के 21 राज्यों और 4 केंद्र शासित प्रदेशों में 269 शहरों में हैं. यह हर साल 33,000 से ज्यादा मरीजों को सर्विस देती है और भारत के संगठित डायलिसिस बाजार में 50 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी रखती है.
कंपनी ने फिलीपींस (34 क्लीनिक), उज्बेकिस्तान (4 क्लीनिक), नेपाल (5 क्लीनिक) और हाल ही में सऊदी अरब में भी अपनी सेवाएं शुरू की हैं. कंपनी के प्रमोटरों में विक्रम वुप्पाला, बीवीपी ट्रस्ट, एडोरस इन्वेस्टमेंट होल्डिंग्स, हेल्थकेयर पेरेंट लिमिटेड, इन्वेस्टकॉर्प प्राइवेट इक्विटी फंड II और इन्वेस्टकॉर्प ग्रोथ ऑपर्च्युनिटी फंड शामिल हैं.
पैसे का इस्तेमाल
नेफ्रोप्लस नए शेयरों से मिले पैसे का इस्तेमाल भारत में नए डायलिसिस क्लीनिक खोलने के लिए करेगी, जिसके लिए 129.1 करोड़ रुपये खर्च होंगे. 136 करोड़ रुपये कर्ज चुकाने में और बाकी राशि सामान्य कॉरपोरेट जरूरतों के लिए इस्तेमाल होगी. वित्त वर्ष 2025 में कंपनी की आय 755.8 करोड़ रुपये थी और मुनाफा 67 करोड़ रुपये रहा.
ICICI सिक्योरिटीज, अंबिट प्राइवेट लिमिटेड, IIFL कैपिटल सर्विसेज और नोमुरा फाइनेंशियल एडवाइजरी इस इश्यू के बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं. कंपनी बुक रनिंग लीड मैनेजर्स (BRLM) के साथ मिलकर 70.6 करोड़ रुपये तक का प्री-IPO प्लेसमेंट कर सकती है. अगर ऐसा होता है, तो नए शेयरों की संख्या कम हो जाएगी.
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डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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