अनिल अंबानी की जिस कंपनी को माना गया ‘बर्बादी की मिसाल’, अब हो रही उसकी वापसी! जानें पूरी कहानी
कभी दिवालिया और कर्ज के बोझ तले दबी अनिल अंबानी की कंपनी Reliance Infrastructure अब न सिर्फ पुराना कर्ज चुका चुकी है, बल्कि फ्रांस की Dassault के साथ मिलकर भारत में बिजनेस जेट बनाने की तैयारी में है. क्या ये उनकी वापसी की शुरुआत है?

Anil Ambani and Reliance Infra: कभी आर्थिक संकट की भंवर में फंसी अनिल अंबानी की कंपनी अब एक नई उड़ान भरने को तैयार है. वह Reliance Group, जिसे एक दौर में बर्बादी की मिसाल माना जाने लगा था, अब कर्ज से उबरकर दोबारा मजबूती से खड़ा होता दिख रहा है. हम अनिल अंबानी की जिस कंपनी की बात कर रहे हैं उसका नाम Reliance Infrastructure है. इंफ्रा की सहायक कंपनी JR Toll Road Pvt Ltd (JRTR) ने हाल ही में 273 करोड़ रुपये का बकाया कर्ज ब्याज समेत चुका दिया है. ये वहीं कर्ज है जिसे Yes Bank ने दिया था. यही नहीं, ग्रुप की एक और कंपनी अब फ्रांस की प्रसिद्ध एयरोस्पेस कंपनी Dassault Aviation के साथ मिलकर भारत में बिजनेस जेट बनाने जा रही है. आइए अनिल अंबानी की उस कंपनी के बारे में विस्तार से समझने की कोशिश करते हैं.
कर्ज की राह से राहत तक
JRTR ने साल 2013 में जयपुर से रींगस तक 52 किलोमीटर लंबा हाईवे बनाया था. शुरुआत में सब ठीक रहा, लेकिन समय के साथ लागत बढ़ी और आमदनी घटी. कर्ज लौटाने में चूक होती गई और बैंक ने इस कर्ज को NPA यानी डूबता हुआ लोन घोषित कर दिया. हालात इतने गंभीर हो गए कि कंपनी ने NHAI के खिलाफ केस भी ठोक दिया. लेकिन समय का पहिया फिरा. सोमवार, 23 जून 2025 को खबर आई कि JRTR ने Yes Bank के साथ समझौता कर लिया है और पूरा कर्ज चुका दिया है. अब इस कर्ज से Reliance Infrastructure को भी पूरी तरह मुक्ति मिल गई है.
नई उड़ान की तैयारी
अब ग्रुप की दूसरी कंपनी Reliance Aerostructure Ltd (RAL) ने Dassault Aviation के साथ मिलकर नागपुर में Falcon 2000 बिजनेस जेट बनाने का ऐलान किया है. माना जा रहा है कि पहला “Made in India” Falcon जेट साल 2028 तक उड़ान भर लेगा. यह प्लांट न सिर्फ Falcon 2000, बल्कि Dassault के दूसरे मॉडल्स जैसे Falcon 6X और 8X के निर्माण का भी एक सेंटर ऑफ एक्सिलेंस बनेगा. इससे भारत, अमेरिका, फ्रांस, कनाडा और ब्राजील जैसे देशों की कतार में आ जाएगा जो खुद अपने बिजनेस जेट बनाते हैं.
वापसी की बुनियाद या फिर एक नई शुरुआत?
एक वक्त था जब अनिल अंबानी की छवि डूबते कारोबारी की बन गई थी. कोर्ट में उन्होंने खुद को ‘शून्य संपत्ति वाला व्यक्ति’ बताया था. लेकिन अब धीरे-धीरे Reliance Group की कंपनियां पुराने कर्ज चुका रही हैं और नए क्षेत्रों में निवेश कर रही हैं. Dassault के साथ की यह साझेदारी सिर्फ दिखावे की बात नहीं लगती, बल्कि यह संकेत देती है कि ग्रुप फिर से खड़ा होने की कोशिश में है.
क्या है रिलायंस इंफ्रा के शेयर का हाल?
इंफ्रा के शेयर, मंगलवार, 24 जून को 1.77 फीसदी की बढ़त के साथ 384.85 रुपये में कारोबार करते हुए बंद हुए. यानी एक दिन में कंपनी ने अपने निवेशकों को 6.70 रुपये प्रति शेयर का रिटर्न दिया. वहीं पिछले 1 महीने में कंपनी का रिटर्न 25.28 फीसदी रहा है. एक साल की बात करें तो इस दौरान कंपनी ने अपने निवेशकों को 80 फीसदी का रिटर्न दिया है.
यानी एक साल से कंपनी में बतौर शेयरहोल्डर जुड़े निवेशकों को प्रति शेयर 171.95 रुपये का रिटर्न मिल चुका होगा. 5 साल के लंबे रिटर्न ग्राफ की बात करें तो कंपनी के शेयर का भाव इस दौरान 1,110.64 फीसदी चढ़ा है. मौजूदा समय में कंपनी का मार्केट कैप 14,980 करोड़ रुपये दर्ज किया गया है.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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