मां-बाप के लिए भी खुशखबरी! बच्चों के डायपर से लेकर फीडिंग बोतल तक, 22 सितंबर से सभी के भाव होंगे कम
जीएसटी काउंसिल की 56वीं बैठक में बच्चों की जरूरी चीजों जैसे डायपर, बेबी फीडिंग बोतल और नैपकिन पर GST दर घटाकर 12 फीसदी से 5 फीसदी कर दी गई है. 22 सितंबर 2025 से लागू इस बदलाव से माता-पिता के बजट पर लगने वाला खर्च कम होगा और रोजमर्रा की जरूरतें सस्ती मिलेंगी. जानें विस्तार में.
Baby Diaper to Feeding Bottle GST New Rate: बच्चों के लिए रोजमर्रा की चीजों पर बढ़ती कीमतें माता-पिता के बजट पर भारी पड़ती हैं. डायपर, बेबी फीडिंग बोतल और दूसरी जरूरी सामान की कीमतों में इजाफा अक्सर परिवारों के लिए चिंता का विषय बन जाता है. लेकिन अब माता-पिता के लिए राहत भरी खबर आई है. हाल ही में हुई जीएसटी काउंसिल की 56वीं बैठक में बच्चों से जुड़ी जरूरी चीजों के लिए कर दरों में कमी का ऐलान किया गया है. इसका असर कल यानी सोमवार 22 सितंबर से देखने को भी मिलने लगेगा. आइए विस्तार से सभी के बारे में बताते हैं.
कौन-कौन सी चीजें होंगी सस्ती?
जीएसटी काउंसिल ने बैठक में निर्णय लिया है कि बच्चों के डायपर और बेबी फीडिंग बोतल पर जीएसटी दर 12 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी कर दी जाएगी. इसका मतलब यह है कि अब ये जरूरी सामान पहले की तुलना में काफी सस्ते मिलेंगे. इस फैसले का असर मुख्य रूप से निम्नलिखित वस्तुओं पर होगा:
- बेबी फीडिंग बोतल (Nipples सहित)
- क्लिनिकल डायपर
- बेबी नैपकिन और नैपकिन लाइनर्स (Napkins & Napkin Liners for Babies)
इन सभी वस्तुओं की GST दर 12 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी कर दी गई है. इससे न केवल रोज के इस्तेमाल की ये जरूरी चीजें सस्ती होंगी, बल्कि माता-पिता पर पड़ने वाला वित्तीय बोझ भी कम होगा.
कितनी हो जाएगी कीमत?
48 डायपर वाले पैंपर्स की कीमत कुछ ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स पर 599 रुपये तक लिस्ट है. इस कीमत में पुराना जीएसटी का दर यानी 12 फीसदी लगा हुआ है. यानी बगैर किसी जीएसी के इसकी कीमत 535 रुपये के करीब होनी चाहिए. इसमें अगर हम 5 फीसदी का जीएसटी जोड़ दें तो फाइनल प्राइस तकरीबन 562 रुपये हो जाएगी. यानी 22 सितंबर से जीएसटी की नई दरों (12 फीसदी की जगह 5 फीसदी) को जोड़ने के बाद इसकी कीमत में 562 रुपये के आसपास पहुंच सकती है. इसी तरह की कटौती फीडिंग बोतल और बेबी नैपकिन पर भी मिलने वाले हैं.
माता-पिता के लिए फायदे
इस निर्णय से लाखों परिवारों को हर महीने बच्चों की जरूरतों पर लगने वाले खर्च में राहत मिलेगी. पहले जहां डायपर और फीडिंग बोतल पर ज्यादा खर्च करना पड़ता था, अब ये सामान घर के बजट के हिसाब से अधिक किफायती हो जाएगा. विशेष रूप से शहरी और मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए यह फैसला बेहद मददगार साबित होगा.
सरकारी उद्देश्य
इस कदम का उद्देश्य बच्चों की देखभाल से जुड़ी जरूरी चीजों को सुलभ और किफायती बनाना है. सरकार की इस पहल से यह भी संदेश जाता है कि परिवारों और बच्चों के हित को प्राथमिकता दी जा रही है. इससे इतर, जीएसटी 2.0 के तहत सीमेंट से लेकर गाड़ियां, इंश्योरेंस, टीवी फ्रिज जैसे तमाम अप्लायंसेज की कीमत में कटौती की गई है. सभी के बारे में जानकारी के लिए आप यहां क्लिक कर पढ़ सकते हैं.
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