दीपिंदर गोयल ने DMart के राधाकिशन दमानी को छोड़ा पीछे, सेल्फ मेड बिलियनेयर की लिस्ट में टॉप पर पहुंचे; इतनी हो गई वैल्यूएशन
एटरनल के संस्थापक दीपिंदर गोयल 3.2 लाख करोड़ रुपये के वैल्यूएशन के साथ भारत के नंबर 1 सेल्फ मेड एंटरप्रेन्योर बन गए हैं. उन्होंने डीमार्ट की पेरेंट कंपनी एवेन्यू सुपरमार्ट्स के राधाकिशन दमानी को पीछे छोड़ दिया है. IDFC फर्स्ट प्राइवेट बैंकिंग और हुरुन इंडिया की टॉप 200 सेल्फ मेड 2025 सूची के अनुसार, वर्ष 2000 के बाद स्थापित कंपनियों का संयुक्त वैल्यूएशन 42 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है.
Dipender Goyal: एटरनल के दीपिंदर गोयल 3.2 लाख करोड़ रुपये के वैल्यूएशन के साथ भारत के नंबर 1 सेल्फ मेड एंटरप्रेन्योर के रूप में उभरे हैं. उन्होंने एवेन्यू सुपरमार्ट्स के राधाकिशन दमानी को पीछे छोड़ दिया है. IDFC फर्स्ट प्राइवेट बैंकिंग और हुरुन इंडिया ने “IDFC फर्स्ट प्राइवेट और हुरुन इंडिया के टॉप 200 सेल्फ मेड 2025” का तीसरा संस्करण जारी किया है. यह सूची वर्ष 2000 के बाद स्थापित भारत की सबसे वैल्यूएबल कंपनियों की रैंकिंग को दिखाती है. पिछले एक साल में एटरनल के वैल्यूएशन में 27 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जिसके बाद इसका वैल्यूएशन बढ़कर 3.2 लाख करोड़ रुपये हो गया. इसी बढ़त के साथ दीपिंदर गोयल भारत के टॉप सेल्फ मेड एंटरप्रेन्योर बन गए हैं.
दूसरे स्थान पर पहुंचे राधाकिशन दमानी
70 वर्षीय राधाकिशन दमानी पिछले साल इस रैंकिंग में पहले स्थान पर थे. हालांकि, इस बार वह एवेन्यू सुपरमार्ट्स के साथ दूसरे स्थान पर खिसक गए हैं. कंपनी का वैल्यूएशन 3 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की तुलना में 13 फीसदी कम है. वहीं, इंटरग्लोब एविएशन के संस्थापक राहुल भाटिया और राकेश गंगवाल ने मजबूत शुरुआत करते हुए सीधे टॉप 3 में जगह बनाई है.
उनकी कंपनी का वैल्यूएशन 2.2 लाख करोड़ रुपये है. यह उपलब्धि भारत के एविएशन सेक्टर के बढ़ते स्केल और मजबूत प्रोफिटेबिलिटी को दर्शाती है. इंटरग्लोब एविएशन ने 200 कंपनियों की सूची में रेवेन्यू और प्रॉफिट दोनों के मामले में शीर्ष स्थान हासिल किया है.
42 लाख करोड़ रुपये पहुंचा वैल्यूएशन
वर्ष 2000 के बाद स्थापित टॉप 200 सेल्फ मेड कंपनियों का संयुक्त वैल्यूएशन सालाना आधार पर 15 फीसदी बढ़कर 42 लाख करोड़ रुपये हो गया है. यह एक साल में करीब 6 लाख करोड़ रुपये की बढ़ोतरी को दिखाता है. इस सूची में Paytm (67 फीसदी) और Lenskart (60 फीसदी) टॉप 10 में शामिल हो गए हैं, जबकि Zerodha और Razorpay इस बार सूची से बाहर हो गए.
इस साल की सूची में रिकॉर्ड 102 नए संस्थापक और 53 नई कंपनियां शामिल हुई हैं. अरबों डॉलर की कंपनियों की संख्या बढ़कर 128 हो गई है. Paytm, Lenskart, Groww, Zepto, Swiggy, Nykaa और Policybazaar भारत की वेल्थ क्रिएशन स्टोरी के प्रमुख बनकर उभरे हैं. Groww (148 फीसदी), Jumbotail (147 फीसदी) और Anthem Biosciences (273 फीसदी) सबसे तेजी से वैल्यू बढ़ाने वाली कंपनियों में शामिल रहीं.
बेंगलुरु टॉप पर बरकरार
रिपोर्ट के मुताबिक, बेंगलुरु अब भी भारत की स्टार्टअप राजधानी बना हुआ है. कंपनी मुख्यालयों की संख्या के मामले में यह शीर्ष पर है, जहां कुल 52 कंपनियां सूचीबद्ध हैं. हालांकि, यह संख्या पिछले साल के मुकाबले 14 कम है. मुंबई 41 कंपनियों के साथ दूसरे स्थान पर है, जहां पांच कंपनियों की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. वहीं, गुरुग्राम में भी पांच नई कंपनियां जुड़ी हैं और अब यहां कुल 36 कंपनियां हो गई हैं.
संस्थापकों के निवास के मामले में भी बेंगलुरु सबसे आगे है, जहां 88 उद्यमी रहते हैं. इसके बाद मुंबई में 83 और नई दिल्ली में 52 उद्यमी हैं. इन तीनों शहरों को मिलाकर सूची में शामिल कुल उद्यमियों का आधे से भी अधिक हिस्सा आता है.
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