यूरोपीय संघ के व्यापार आयुक्त सितंबर में आ सकते हैं भारत, फ्री ट्रेड एग्रीमेंट को लेकर होगी चर्चा

यूरोपीय संघ के व्यापार आयुक्त मारोस सेफ्कोविक अगले महीने भारत का दौरा कर सकते हैं. वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल के साथ उनकी बैठक में भारत-यूरोपीय संघ के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) वार्ता की प्रगति की समीक्षा होगी. यह मुलाकात 13वें दौर की बातचीत के बाद होने की संभावना है. इस साल के अंत तक समझौता पूरा करने की समयसीमा तय है, ऐसे में यह यात्रा बेहद अहम मानी जा रही है.

यूरोपीय संघ भारत एफटीए Image Credit: money9live.com

EU-India FTA talks: भारत-अमेरिका के बीच इन दिनों रिश्तों में थोड़ा कड़वाहट आई है. इसका सबसे बड़ी वजह टैरिफ है. भारत पर अमेरिका ने 50 फीसदी टैरिफ लगा दिया है, इससे भारतीय निर्यात को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. इस बीच भारत भी अपनी तैयारी को धार दे रहा है. भारत ने कई देशों के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर साइन किया है, वहीं कुछ देशों के साथ बातचीत जारी है. इसी बीच भारत और यूरोपीय संघ के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट को लेकर बड़ी खबर आ रही है. यूरोपीय संघ के व्यापार आयुक्त अगले महीने भारत आ सकते हैं. तो चलिए आपको बताते हैं कि उनकी यात्रा को लेकर क्या चर्चा हो रही है और कब यात्रा होने की संभावना है.

कब होगी यात्रा

यूरोपीय व्यापार आयुक्त मारोस सेफ्कोविक अगले महीने भारत आ सकते हैं और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर वार्ता की प्रगति का जायजा ले सकते हैं. पीटीआई ने एक अधिकारी के हवाले से ये जानकारी दी है. अधिकारी के मुताबिक, यात्रा आठ सितंबर से यहां होने वाली 13वें दौर की बातचीत के अंत में होने की उम्मीद है.

इस साल के अंत तक है समयसीमा

भारत और यूरोपीय संघ के बीच इस साल के अंत तक बातचीत समाप्त करने की समय सीमा है. ऐसे में ये यात्रा काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है. अधिकारी के मुताबिक, शेष मुद्दों को हल करने के लिए मंत्रियों से मार्गदर्शन लिया जाएगा, क्योंकि उनमें राजनीतिक निर्णय लेने की आवश्यकता हो सकती है. इससे पहले, बारहवें दौर की बातचीत ब्रसेल्स में समाप्त हुई थी.

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अमेरिका की तरफ से दिखी नरमी

अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेन्ट ने बुधवार को फॉक्स न्यूज को एक इंटरव्यू दिया. इस इंटरव्यू के दौरान उन्होंने भारत पर नरमी अख्तियार करते हुए कहा कि डोनाल्ड ट्रंप के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अच्छे संबंध हैं. टैरिफ के मुद्दों पर उन्होंने संकेत देते हुए कहा कि दोनों देश जल्द ही एक साथ आ सकते हैं. साथ ही कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और अमेरिका दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. अंततः, मेरा मानना है कि दोनों देश एक साथ आएंगे.