देश का विदेशी मुद्रा भंडार 39.6 करोड़ डॉलर घटा, गोल्ड रिजर्व में हुई इतनी बढ़ोतरी
Forex Reserves: डॉलर के संदर्भ में व्यक्त विदेशी मुद्रा एसेट्स में यूरो, पाउंड और येन जैसी नॉन-अमेरिकी मुद्राओं में एप्रिसिएशन या डेप्रिसिएशन का प्रभाव शामिल होता है. इस दौरान स्पेशल ड्राइंग राइट्स (SDR) 10.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 18.87 अरब डॉलर रहा.
Forex Reserves: देश का विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserves) 19 सितंबर को समाप्त सप्ताह में 39.6 करोड़ डॉलर घटकर 702.57 अरब डॉलर रहा. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के आंकड़ों के अनुसार, 19 सितंबर को समाप्त सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 39.6 करोड़ डॉलर घटकर 702.57 अरब डॉलर रह गया. इसके एक सप्ताह पहले देश का कुल विदेशी मुद्रा भंडार 4.69 अरब डॉलर बढ़कर 702.97 अरब डॉलर हो गया था. रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, 19 सितंबर को समाप्त सप्ताह में मुद्रा भंडार का प्रमुख कॉम्पोनेंट मानी जानी वाली विदेशी मुद्रा एसेट्स 86.4 अरब डॉलर घटकर 586.15 अरब डॉलर रहीं.
गोल्ड रिजर्व में बढ़ोतरी
डॉलर के संदर्भ में व्यक्त विदेशी मुद्रा एसेट्स में यूरो, पाउंड और येन जैसी नॉन-अमेरिकी मुद्राओं में एप्रिसिएशन या डेप्रिसिएशन का प्रभाव शामिल होता है. केंद्रीय बैंक के अनुसार, सप्ताह में देश का गोल्ड रिजर्व 36 करोड़ डॉलर बढ़कर 92.77 अरब डॉलर हो गया.
इस दौरान स्पेशल ड्राइंग राइट्स (SDR) 10.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 18.87 अरब डॉलर रहा. रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, समीक्षाधीन सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष में भारत की रिजर्व पोजीशन 20 लाख डॉलर बढ़कर 4.76 अरब डॉलर पहुंच गई.
पिछले सप्ताह हुआ था इजाफा
12 सितंबर को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में 4.698 अरब डॉलर की जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई, जिसके बाद कुल रिजर्व 702.966 अरब डॉलर पर पहुंच गया था. हालांकि, इस सप्ताह गिरावट आई है, लेकिन गोल्ड रिजर्व में बढ़ोतरी हुई है.
रिजर्व बैंक करता है हस्तक्षेप
रुपये में तेज उतार-चढ़ाव को रोकने के लिए, आरबीआई समय-समय पर लिक्विडिटी ऑपरेशन, जिसमें डॉलर की बिक्री भी शामिल है, के माध्यम से विदेशी मुद्रा बाजार में हस्तक्षेप करता है. अधिकारी इस बात पर जोर देते हैं कि इस तरह के हस्तक्षेप का उद्देश्य किसी विशिष्ट विनिमय दर स्तर या बैंड को टारगेट करने के बजाय व्यवस्थित बाजार स्थितियों को बनाए रखना है.