सोना हुआ महंगा… इतने रुपये बढ़ गए दाम, जानें- 10 ग्राम के लिए खर्च करना होगा कितना पैसा
Gold Price Today: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा जापान और दक्षिण कोरिया से आयातित वस्तुओं पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने की योजना की घोषणा के बाद से सेंटीमेंट बदला है, जो 1 अगस्त से प्रभावी होगी. शिग्रेकर ने कहा कि जून से डॉलर कमजोर हुआ है, जिससे ग्राहकों के लिए सोने की अपील बढ़ गई है.
Gold Price Today: हाल के दिनों में सोने की कीमतों में लगातार तेजी देखने को मिली है. मंगलवार 8 जुलाई को भी सोने की कीमतों में इजाफा हुआ है. ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन के अनुसार, स्टॉकिस्टों की फ्रेश खरीदारी के चलते राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोने की कीमत 550 रुपये बढ़कर 99,120 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई. सोमवार को 99.9 फीसदी प्योरिटी वाले सोने का भाव 98,570 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था.
99.5 फीसदी प्योरिटी वाला सोना 500 रुपये बढ़कर 98,600 रुपये प्रति 10 ग्राम (सभी टैक्स सहित) हो गया. इसके अलावा, मंगलवार को चांदी की कीमतें लगातार तीसरे सत्र में 1,04,800 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी टैक्स सहित) पर अपरिवर्तित रहीं.
इंटरनेशनल मार्केट में रेट
इस बीच इंटरनेशनल मार्केट में स्पॉट गोल्ड 11.42 डॉलर या 0.34 फीसदी की गिरावट के साथ 3,325.09 डॉलर प्रति औंस पर आ गया. सोने ने बीते दिन के नुकसान को उलट दिया और मंगलवार को बढ़त के साथ कारोबार किया, क्योंकि ट्रेड वॉर की फिर से शुरू होने की आशंका बढ़ गई. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा जापान और दक्षिण कोरिया से आयातित वस्तुओं पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने की योजना की घोषणा के बाद यह सेंटीमेंट बदला है, जो 1 अगस्त से प्रभावी होगी.
टैरिफ से बढ़ी अनिश्चितता
यह निर्णय राष्ट्रपति ट्रंप की अमेरिकी व्यापार नीतियों में सुधार के लिए व्यापक पहल को दर्शाता है, जिसने बाजारों में लगातार अनिश्चितता पैदा की है. एचडीएफसी सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट (कमोडिटीज) सौमिल गांधी ने कहा कि यह अनिश्चितता सुरक्षित-हेवन एसेट्स सोने के लिए अनुकूल है.
महंगाई के आंकड़ों पर नजर
अबान्स फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी चिंतन मेहता ने कहा कि निवेशक अमेरिकी व्यापार वार्ता, मीटिंग के मिनट्स में फेड की टिप्पणी और ताजा मुद्रास्फीति के आंकड़ों पर बारीकी से नजर रखेंगे, जो सभी सोने के अगले कदम को निर्धारित कर सकते हैं.
क्यों महंगा हो रहा सोना?
एंजेल वन के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक (कमोडिटीज और करेंसी) तेजस शिग्रेकर के अनुसार, सोना एक मौलिक हेज एसेट्स बना हुआ है. बाजार के खिलाड़ी जुलाई 2025 तक कमजोर अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों, बढ़ते जियो-पॉलिटिकल तनाव और विकसित अर्थव्यवस्थाओं में चल रही मुद्रास्फीति के बीच तालमेल बिठा रहे हैं.
आभूषण मार्केट में बढ़ी मांग
शिग्रेकर ने कहा कि जून से डॉलर कमजोर हुआ है, जिससे ग्राहकों के लिए सोने की अपील बढ़ गई है. केंद्रीय बैंक की खरीद, खासकर चीन और भारत जैसे विकासशील देशों के कारण भी लॉन्ग टर्म मांग बनी हुई है. उन्होंने कहा कि एक अस्थायी ब्रेक के बाद, ईटीएफ फ्लो फिर से शुरू हो गया है और आभूषण बाजारों में मजबूत फिजिकल मांग जारी है.