Gold Rate Today: सोने की कीमतों में आई गिरावट, चांदी की चमक भी हुई फीकी; जानें क्या है नया भाव

दिल्ली सर्राफा बाजार में आज यानी बुधवार, 9 जुलाई को सोने के दाम में बड़ी गिरावट आई है. कमजोर ग्लोबल संकेतों और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों को लेकर बढ़ती अटकलों के बीच डॉलर मजबूत हुआ, जिससे सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई. जानें क्या है नया रेट.

सोने-चांदी की कीमत Image Credit: freepik

Gold and Silver Rate Declines: बुधवार को राजधानी के सर्राफा बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में बड़ी गिरावट देखी गई. ग्लोबल मार्केट में कमजोरी और अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने के चलते सोने-चांदी पर दबाव बना. ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन के मुताबिक, 99.9 फीसदी शुद्धता वाला सोना 700 रुपये सस्ता होकर 98,420 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया. पिछले कारोबारी सेशन में यह 99,120 रुपये पर बंद हुआ था.

वहीं, 99.5 फीसदी शुद्धता वाला सोना भी 600 रुपये गिरकर 98,000 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया. सोने के साथ चांदी की कीमत में भी बड़ी गिरावट आई है. चांदी के भाव में 800 रुपये की गिरावट आई. अब चांदी का दाम 1,04,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गया है. मंगलवार, 8 जुलाई को यह 1,04,800 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी.

सोना-चांदी क्यों हो रहे सस्ते?

विशेषज्ञों के मुताबिक, सोने की कीमतों में गिरावट की सबसे बड़ी वजह है फेडरल रिजर्व (अमेरिकी केंद्रीय बैंक) की संभावित नीतियां और डॉलर का मजबूत होना. एचडीएफसी सिक्योरिटीज के कमोडिटी विशेषज्ञ सौमिल गांधी ने कहा, “बाजार में ऐसी उम्मीद थी कि अमेरिका जुलाई में ब्याज दरों में कटौती करेगा, लेकिन अब इसकी संभावना घट गई है. इसके अलावा, अमेरिकी डॉलर लगातार मजबूत हो रहा है, जिससे सोने की कीमतों पर दबाव है.”

क्या है वैश्विक बाजार का हाल?

अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्पॉट गोल्ड 11.66 डॉलर यानी 0.35 फीसदी गिरकर 3,289.81 डॉलर प्रति औंस पर आ गया. मेहता इक्विटीज के कमोडिटी वीपी राहुल कलंत्री ने बताया, “सोने की कीमतें 3,300 डॉलर प्रति औंस के नीचे फिसल गई हैं. बाजार अब अमेरिका की ब्याज दरों में कटौती की संभावनाओं और नए ट्रेड वॉर के जोखिमों के बीच बैलेंस बनाने की कोशिश कर रहा है.”

क्या है अमेरिकी टैरिफ का असर?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को घोषणा की कि वे 1 अगस्त की टैरिफ डेडलाइन को आगे नहीं बढ़ाएंगे. इसके साथ ही, कॉपर पर 50 फीसदी और दवाओं पर संभावित 200 फीसदी शुल्क लगाने जैसे कड़े कदमों की घोषणा की गई है. विशेषज्ञों का मानना है कि इन टैरिफ्स से अमेरिका में महंगाई बढ़ सकती है, जिससे फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में कटौती करने से बच सकता है. इसका सीधा असर सोने की कीमतों पर पड़ रहा है.

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