India-UK FTA: भारत और ब्रिटेन फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर सहमत, पीएम मोदी ने बताया ऐतिहासिक समझौता
भारत और यूनाइटेड किंगडम मंगलवार 6 मई को फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर सहमत हो गए हैं. दोनों देश इस समझौते पर पिछले कई वर्ष से चर्चा कर रहे थे. इस समझौते से दोनों देशों के बीच बिना किसी टैरिफ और टैक्स के ट्रेड होगा, जिससे आयात-निर्यात बढ़ने के साथ ही रोजगार के अवसर बढ़ेंगे.
लंबी बातचीत के बाद आखिरकार भारत और यूनाइटेड किंगडम के बीच FTA यानी फ्री ट्रेड एग्रीमेंट की बातचीत पूरी हो गई है. दोनों देश अब एक ऐसे समझौते पर पहुंच गए हैं, जिसके लिए दोनों सहमत हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिये इसकी जानकारी दी है. पीएम मोदी ने इसे दोनों देशों के लिए ऐतिहासिक समझौता बताया है. भारत और ब्रिटेन के बीच जनवरी 2022 में FTA पर बातचीत शुरू हुई. इस बीच ब्रिटेन में चार प्रधानमंत्री बदल गए. हालांकि, यह बातचीत जारी रही.
पीएम मोदी ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री मोदी ने समझौते की जानकारी देते हुए एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर से बात करके बहुत खुशी हुई. एक ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में, भारत और यूके ने एक महत्वाकांक्षी और पारस्परिक रूप से लाभकारी फ्री ट्रेड एग्रीमेंट के साथ-साथ एक डबल कंट्रीब्यूशन कन्वेंशन को सफलतापूर्वक पूरा कर किया है. ये ऐतिहासिक समझौते हमारी व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करेंगे और हमारी अर्थव्यवस्थाओं में व्यापार, निवेश, विकास, रोजगार सृजन और नवाचार को बढ़ावा देंगे. मैं प्रधानमंत्री स्टार्मर का भारत में स्वागत करने के लिए उत्सुक हूं.
ब्रिटेन में बदल गए चार पीएम
भारत-यूके के बीच जनवरी 2022 में जब FTA पर बातचीत शुरू हुई थी, तो बोरिस जॉनसन ब्रिटेन के प्रधानमंत्री थे. लेकिन, जुलाई 2022 में उनका इस्तीफा हो गया. उनके बाद लिज ट्रस ब्रिटेन की पीएम बनीं, जो कुछ ही दिन सत्ता में रहीं. उनके बाद ब्रिटेन में पहली बार भारतवंशी ऋषि सुनक पीएम बने. सुनक के कार्यकाल में FTA पर बातचीत में सबसे ज्यादा प्रगति हुई. हालांकि, पिछले साल ब्रिटेन में हुए चुनावों में सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी चुनाव हार गई. इसके बाद लिबरल पार्टी के कीर स्टार्मर पीएम बने हैं.
स्टार्मर क्या बोले
यूके के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने भी इस समझौते पर बयान जारी किया है. एक्स पर यूके के प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी बयान में स्टार्मर ने कहा, दुनियाभर की अर्थव्यवस्थाओं के साथ गठबंधन को मजबूत करना और व्यापार बाधाओं को कम करना, एक मजबूत और अधिक सुरक्षित अर्थव्यवस्था प्रदान करने के लिए उनकी परिवर्तन योजना का हिस्सा है. यूके और भारत ने दोनों देशों में कामकाजी लोगों और व्यवसायों को बेहतर बनाने के लिए ऐतिहासिक FTA पर सहमति व्यक्त की है.