India-US Trade: टैरिफ की टेंशन के बीच भारत से अमेरिका को निर्यात 23 फीसदी बढ़ा, आयात घटा
भारत और अमेरिका के बीच फिलहाल टैरिफ को लेकर डील नहीं हुई है. लेकिन, टैरिफ के इस टेंशन के बाद भी भारत और अमेरिका के कारोबारी रिश्ते मजबूत हो रहे हैं. जून 2025 में भारत की तरफ से अमेरिका को होने वाले निर्यात में 23 फीसदी का इजाफा हुआ है.
India-US Trade Deficit: केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय ने मंगलवार को भारत के आयात-निर्यात से जुड़े आंकड़े जारी किए हैं. इन आंकड़ों की मानें, तो जून 2025 में अमेरिका को भारत का निर्यात 23.53% की उल्लेखनीय वृद्धि के साथ 8.3 अरब डॉलर तक पहुंच गया है. वहीं, इसी अवधि में अमेरिका से भारत का आयात 10.61% घटकर लगभग 4 अरब डॉलर पर सिमट गया है.
अमेरिका बना भारत का टॉप ट्रेड पार्टनर
वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार बनकर उभरा है. इस दौरान अमेरिका को भारत से निर्यात 22.18% बढ़कर 25.51 अरब डॉलर हो गया, जबकि अमेरिका से भारत का आयात 11.68% की बढ़ोतरी के साथ 12.86 अरब डॉलर रहा. ये आंकड़े बताते हैं कि भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार में संतुलन की दिशा में सुधार हो रहा है.
अवधि | अमेरिका को भारत का निर्यात | सालाना बदलाव | अमेरिका से भारत का आयात | सालाना बदलाव | व्यापार संतुलन |
जून 2025 | 8.3 | 23.53 | 4 | −10.61 | 4.3 |
अप्रैल–जून 2025 (Q1 FY26) | 25.51 | 22.18 | 12.86 | 11.68 | 12.65 |
ट्रेड डील पर बातचीत जारी
दोनों देशों के बीच एक BTA यानी द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर बातचीत जारी है. इसके अलावा दोनों देश टैरिफ पर भी एक अंतरिम समझौता करने के लिए बात कर रहे हैं. इसके लिए फिलहाल एक भारतीय प्रतिनिधिमंडल इस समय वाशिंगटन में पांचवें दौर की बातचीत कर रहा है.
चीन के साथ व्यापार घाटे में सुधार
दूसरे सबसे बड़े कारोबारी साझेदार चीन के साथ भारत के व्यापार घाटे में सुधार आया है. क्योंकि, जून 2025 में निर्यात 17.18 फीसदी बढ़कर 1.38 अरब डॉलर पहुंच गया है. वहीं, मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून के दौरान यह आंकड़ा 17.87 फीसदी वृद्धि के साथ 4.4 अरब डॉलर रहा. वहीं, चीन से आयात जून में 2.48% बढ़कर 9.51 अरब डॉलर रहा और तिमाही आधार पर 16.33 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 29.74 अरब डॉलर तक पहुंच गया.
अन्य देशों के साथ कैसा रहा व्यापार?
जून 2025 में भारत का सिंगापुर, जर्मनी, फ्रांस, ब्राजील और दक्षिण कोरिया को किया गया निर्यात बढ़ा. इसके विपरीत, यूएई, नीदरलैंड, ब्रिटेन, बांग्लादेश, सऊदी अरब, ऑस्ट्रेलिया, नेपाल, दक्षिण अफ्रीका, इटली, बेल्जियम और मलेशिया को निर्यात में गिरावट देखी गई. वहीं, यूएई, रूस, इराक, जर्मनी, मलेशिया, स्विट्जरलैंड, ऑस्ट्रेलिया और ताइवान से आयात में गिरावट दर्ज की गई, जबकि सऊदी अरब, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, जापान, हांगकांग और थाइलैंड से आयात में वृद्धि हुई.