भारत-अमेरिका व्यापार समझौते में देरी से दबाव में रुपया, डॉलर के मुकाबले 12 कमजोरी के साथ 85.92 पर बंद

सोमवार को फॉरेन करेंसी मार्केट में रुपया डॉलर के मुकाबले 12 पैसे की कमजोरी के साथ 85.92 प्रति डॉलर पर बंद हुआ. फॉरेक्स ट्रेडर्स के मुताबिक भारत-अमेरिका के बीच ट्रेड डील में देरी और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आए उछाल की वजह से रुपया दबाव में है.

डॉलर बनाम रुपया Image Credit: freepik

Rupee vs Dollar के ट्रेड में सोमवार को रुपये में कमजोरी का रुख रहा. रुपये में कमजोरी कई वजहों के एक साथ प्रभावी होने की वजह से आई. फॉरेक्स ट्रेडर्स के मुताबिक एक तरफ जहां भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील नहीं होने की वजह से रुपया सहमा हुआ है, वहीं अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत बढ़ने से भी रुपया कमजोर हुआ है. इसके अलावा डॉलर इंडेक्स में आई मजबूती ने भी रुपये पर दबाव बढ़ाया है.

कैसा रहा रुपये का कारोबार?

इंटरबैंक फॉरेन करेंसी एक्सचेंज पर डॉलर के मुकाबले सोमवार को रुपया 85.96 प्रति डॉलर पर खुला. इसके बाद दिन में 85.92 प्रति डॉलर के इंट्रा डे हाई और 86.05 प्रति डॉलर के इंट्रा डे लो के दारे में कारोबार किया. दिन के आखिर में 85.92 प्रति डॉलर पर बंद हुआ. इससे पहले शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले 85.80 पर बंद हुआ था.

क्या है एक्सपर्ट की राय?

फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स कार्यकारी निदेशक अनिल कुमार भंसाली का कहना है कि भारत-अमेरिका व्यापार समझौता अभी तक नहीं हो पाया है. वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने दो सबसे बड़े व्यापारिक साझेदार यूरोपीय संघ और मेक्सिको पर टैरिफ लगा दिया है. ऐसे में भारतीय रुपये में फिर से गिरावट आई है. इसके अलावा डॉलर इंडेक्स में आई तेजी की वजह से रुपये सहित सभी एशियाई मुद्राएं कमजोर हुईं.

डॉलर इंडेक्स और क्रूड

दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर इंडेक्स 0.03 फीसदी की तेजी के साथ 97.82 पर पहुंच गया. वहीं, अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड का भाव 1.56 फीसदी की तेजी के साथ 71.46 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया है.

FII की बिकवाली रही हवाी

इसके अलावा घरेलू शेयर बाजार में सेंसेक्स 247.01 अंक की गिरावट के साथ 82,253.46 अंक बंद हुआ, जबकि निफ्टी 67.55 अंक फिसलकर 25,082.30 अंक पर बंद हुआ. शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक इस दौरान FII यानी विदेशी संस्थागत निवेशक भारत के कैपिटल मार्केट में नेट सेलर रहे और सोमवार 1,614.32 करोड़ रुपये के शेयर बेचे.