दोगुना हो गया Ola Electric का घाटा, कमाई घटकर 611 करोड़ पर आई

Ola Electric Q4 Results: अगस्त 2024 में शेयर बाजार में उतरने के बाद से ही ओला को धीमी बिक्री, नियामक दबाव और स्थापित दोपहिया वाहन निर्माताओं से प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि, पिछले वित्त वर्ष में उसका ग्रॉस मार्जिन सालाना आधार पर 38 फीसदी बढ़ गया.

Ola Electric Q4 Results: वित्तीय वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी का घाटा बढ़कर 870 करोड़ रुपये हो गया. पिछले साल की इसी तिमाही में यह आंकड़ा 416 करोड़ रुपये रहा था. ऑपरेशनल इनकम Q4FY25 में 59.5 फीसदी घटकर 611 करोड़ रुपये रह गई, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी ने 1,598 करोड़ रुपये की आय दर्ज की थी. कंपनी ने गुरुवार को शेयर बाजार को जनवरी-मार्च 2025 तिमाही के वित्तीय नतीजों की सूचना दी.

नेट लॉस

ओला इलेक्ट्रिक का पूरे वित्त वर्ष (2024-25) में नेट लॉस बढ़कर 2,276 करोड़ रुपये हो गया. जबकि वित्त वर्ष 2023-24 में इसका घाटा 1,584 करोड़ रुपये था. पिछले वित्त वर्ष में कंपनी का ऑपरेशनल इनकम घटकर 4,514 करोड़ रुपये रह गई. जबकि वित्त वर्ष 2023-24 में यह 5,010 करोड़ रुपये थी.

कंपनी का फोकस

कंपनी ने कहा कि पिछले वित्त वर्ष में उसका ग्रॉस मार्जिन सालाना आधार पर 38 फीसदी बढ़ गया. ओला इलेक्ट्रिक ने बयान में उम्मीद जताई कि वह चालू वित्त वर्ष में लाभ कमाने की स्थिति में आ जाएगी. कंपनी ने कहा कि टिकाऊ मुनाफे की तरफ कदम बढ़ाने के साथ चालू वित्त वर्ष (2025-26) में हमारा ध्यान आमदनी और ऑपरेशनल लाभ को बढ़ाने पर होगा.

ओला इलेक्ट्रिक की बिक्री

इसके साथ ही कंपनी ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 में उसने इलेक्ट्रिक दोपहिया बाजार में अग्रणी भूमिका बनाए रखी. इस दौरान उसने 3,59,221 वाहनों की बिक्री की जबकि 2023-24 में यह आंकड़ा 3,29,549 यूनिट था.

कंपनी पर दबाव

अगस्त 2024 में शेयर बाजार में उतरने के बाद से ही ओला को धीमी बिक्री, नियामक दबाव और स्थापित दोपहिया वाहन निर्माताओं से प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है. कंपनी ने अभी तक मुनाफा दर्ज नहीं किया है.

मार्च 2025 तिमाही के लिए कंसोलिडेटेड सेगमेंट EBITDA घाटा 658 करोड़ रुपये था, जो एक साल पहले की अवधि में दर्ज 269 करोड़ रुपये के EBITDA घाटे से कई गुना अधिक है. इस बीच, EBITDA मार्जिन 101.4% कम रहा.

यह भी पढ़ें: नौकरी बदलने वाले ध्यान दें! PF अकाउंट के ट्रांसफर में ओवरलैपिंग नहीं बनेगा मुसीबत, इस बात का रखें ध्यान