इस शख्स ने PC Jeweller के लौटाए अच्छे दिन, वसूली के लिए चौखट पर पहुंच गए थे बैंक, फिर हुआ चमत्कार
एक समय दिवालिया प्रक्रिया से जूझ रही नामी ज्वेलरी कंपनी पीसी ज्वेलर आजकल दोबारा चर्चाओं में है. इसके शेयरों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. हाल ही में कंपनी ने 80 फीसदी का रेवेन्यू ग्रोथ दर्ज किया है, साथ ही कंपनी कर्जमुक्त होने की प्लानिंग कर रही है, ऐसे में निवेशकों का भरोसा दोबारा इस पर बढ़ा है.
PC Jeweller share price: दिवालिया हो चुकी नामी ज्वेलरी कंपनी PC Jeweller आजकल रिवाइवल की ओर कदम बढ़ा चुकी है. कंपनी न सिर्फ कर्ज चुका रही है, बल्कि तेजी से ग्रोथ भी कर रही है. यही वजह है कि इन-दिनों इसके शेयरों में भी खूब हलचल मची हुई है. 7 जुलाई को जहां इसके शेयरों में 15 फीसदी की जबरदस्त उछाल देखी गई, तो वहीं इसके पहले सत्र में भी इसमें 19 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी. शेयरों में आई इस तेजी की वजह कंपनी को हुए 80% रेवेन्यू ग्रोथ थी, मगर 8 जुलाई यानी मंगलवार को इसके शेयर 10% टूटकर इंट्रा-डे में 16.83 रुपये के निचले स्तर पर पहुंच गए. हालांकि कंपनी आगे के भविष्य को लेकर आश्वस्त है.
PC ज्वेलर के शेयरों में आज भले ही गिरावट देखने को मिली हो, लेकिन कंपनी के संभलने का सिलसिला शुरू हो चुका है. कर्ज में फंसी पीसी ज्वेलर का बेड़ा पार लगाने की जिम्मेदारी कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर बलराम गर्ग ने उठाई है. तो कंपनी कैसे कर रही वापसी, शेयरों में किस वजह से आया उतार-चढ़ाव और कंपनी की आगे की क्या है प्लानिंग, आज हम आपको इसी के बारे में बताएंगे.
क्यों शेयरों में दिखी हलचल?
PC ज्वेलर के शेयरों में मंगलवार यानी 8 जुलाई 2025 को जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई. शेयर 10% टूटकर 16.83 रुपये पर पहुंच गए. इस ज्वेलरी कंपनी के शेयरों में ये गिरावट बीएसई और एनएसई के स्टॉक को शॉर्ट-टर्म अतिरिक्त निगरानी यानी ASM फ्रेमवर्क में डालने के चलते आई है. आखिरी बार यह एनएसई पर 9.14% गिरावट के साथ 16.99 रुपये पर ट्रेड कर रहा था. यह गिरावट उस शानदार उछाल के बाद आई, जिसमें पिछले सत्र में शेयरों ने 15% की तेजी दर्ज की थी.
कंपनी ने अप्रैल-जून तिमाही के बिजनेस अपडेट शेयर किए, जिसमें 80% रेवेन्यू ग्रोथ की घोषणा की गई. सोने की कीमतों की अस्थिरता के बावजूद मजबूत डिमांड के चलते पीसी ज्वेलर पर दोबारा निवेशकों का भरोसा बढ़ा. नतीजतन इसके शेयरों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला. इसके अलावा कंपनी ने दावा किया कि वह इस वित्तीय वर्ष में कर्जमुक्त हो जाएगी.
कैसे पकड़ी वापसी की राह?
PC Jeweller के अच्छे दिन लाने में कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर बलराम गर्ग और उनकी टीम की अहम भूमिका है. कंपनी के दूसरे अहम सदस्यों के साथ रणनीति बनाकर पीसी ज्वेलर ने वापसी की राहत पकड़ी है, इसके लिए रवैये में बदलाव किया गया है, जो इस प्रकार है.
ई-कॉमर्स में रणनीतिक बदलाव: कंपनी अपनी डिजिटल उपस्थिति को मजबूत कर रही है, ऑनलाइन विशेष कलेक्शन लॉन्च कर रही है और युवा शहरी खरीदारों को टारगेट करते हुए वर्चुअल ट्राय-ऑन विकल्प पेश कर रही है.
रिटेल फुटप्रिंट कस्टमाइजेशन: पीसी ज्वेलर स्टोर रेशनलाइजेशन की समीक्षा कर रही है, जिसमें कम प्रदर्शन करने वाले आउटलेट्स को बंद करने और हाई फुटफॉल वाले शहरी क्षेत्रों में निवेश करने की योजना बनाई जा रही है.
निर्यात और ब्राइडल सेगमेंट पर ध्यान: ब्रांड निर्यात ऑर्डर के रिवाइवल और प्रीमियम ब्राइडल ज्वेलरी प्रोवाइडर के रूप में अपनी छवि को दोबारा स्थापित करने पर भी कंपनी काम कर रही है.
कर्जमुक्त होने का लक्ष्य: कंपनी FY25 में 7.5% और कटौती के साथ FY26 तक कर्जमुक्त होने का लक्ष्य रख रही है.
संकेतक (Metric) | वैल्यू |
---|---|
बाज़ार पूंजीकरण | ₹10,987 करोड़ |
पी/ई अनुपात (P/E) | 19 |
पी/बी अनुपात (P/B) | 1.7 |
बुक वैल्यू | ₹9.6 |
आरओई (ROE) | –19.1 प्रतिशत |
आरओसीई (ROCE) | –1.8 प्रतिशत |
ईपीएस (EPS) | ₹7.6 |
रेवेन्यू में हुआ जबरस्त इजाफा
कंपनी ने अप्रैल-जून तिमाही में 80% रेवेन्यू ग्रोथ दर्ज की, इससे निवेशकों का कंपनी पर भरोसा बढ़ा है. अब पीसी ज्वेलर ई-कॉमर्स, स्टोर ऑप्टिमाइजेशन, और एक्सपोर्ट-ब्राइडल सेगमेंट पर फोकस कर रही है.
तिमाही | कुल राजस्व (₹ करोड़) | शुद्ध लाभ (₹ करोड़) |
---|---|---|
Jun ’23 | 73.9 | -173.2 |
Sep ’23 | 53.3 | -151.8 |
Dec ’23 | 43.6 | -200.3 |
Mar ’24 | 62.5 | -124.0 |
Jun ’24 | 439.3 | 154.8 |
Sep ’24 | 548.7 | 179.0 |
Dec ’24 | 682.9 | 146.2 |
Mar ’25 | 700.2 | 95.1 |
कैसे हुई थी PC Jeweller की शुरुआत?
पीसी ज्वेलर का पहला शोरूम 2005 में दिल्ली के करोल बाग में खोला गया था. आधा दशक पहले PC ज्वेलर निवेशकों का चहेता था. 2014 से 2018 के बीच शेयर 50 रुपये से 500 रुपये तक ट्रेड करता था, इसमें आए 1000% के उछाल ने सबको हैरान कर दिया था. कोर्ट में दिए हलफनामे के अनुसार कंपनी की शुरुआत दो भाइयों पदम चंद गुप्ता और बलराम गर्ग ने की थी, जिसे बाद में देश का चहेता बना दिया. उन्होंने इसके 84 स्टोर्स के साथ कंपनी को पैन-इंडिया ब्रांड बना दिया था. लेकिन 2018 की एक सुबह सब कुछ बदल गया. तब से कंपनी के बुरे दिन शुरू हो गए थे.
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कर्ज और दिवालियापन की दास्तां
- PC Jeweller को लेकर सबसे पहली बुरी खबर 2018 में मिली. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक वक्रांगी नामक एक सॉफ्टवेयर कंपनी ने ज्वेलरी कंपनी में 0.51% हिस्सेदारी खरीदी थी, लेकिन कंपनी पर शेयरों में हेराफेरी करने के लिए बाजार नियामक सेबी जांच में जुट गई थी. तभी से निवेशकों का भरोसा कंपनी से डगमगा गया था.
- एक समय ऐसा भी आया जब कंपनी को ‘डिस्काउंट’ के रूप में बकाया सैकड़ों करोड़ रुपये की राशि को राइटराइट ऑफ में डालना पड़ा.
- कंपनी धीरे-धीरे नकदी संकट में घिर गई. PC ज्वेलर 2022 में 3400 करोड़ रुपये के बैंक लोन से चूक गया, जिसमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) का बड़ा हिस्सा था.
- लोन न चुका पाने पर SBI को कोर्ट में जाने को मजबूर कर दिया, जहां बैंक ने कर्ज वसूली के लिए दिवालियापन प्रक्रिया शुरू की.
- इसके अलावा लोन रिकॉल नोटिस, सेबी की जांच, और गलत जानकारी के आरोपों ने कंपनी को उलझा दिया.
- बिक्री में भारी गिरावट, इन्वेंट्री टर्नओवर की दिक्कतें, और निर्यात में देरी ने पीसी ज्वेलर के नुकसान को बढ़ा दिया, जिससे लगातार उसे हर तिमाही नुकसान होने लगा.
- SBI ने एनसीएलटी में दिवालियापन की अर्जी डाली, लेकिन समय बढ़ाने के बाद ओटीएस (वन टाइम सेटलमेंट) प्रस्ताव को मंजूरी मिली, और SBI ने अर्जी वापस ले ली.
- कंपनी ने कर्जदाताओं को नकद और इक्विटी का मिश्रण ऑफर किया, जिससे कर्ज में 50% से अधिक की कमी आई है.