RBI ने जारी की NBFC-UL की नई लिस्ट, Tata Capital और Tata Sons का नाम भी शामिल; ये होगा असर
RBI ने स्केल बेस्ड रेगूलेशन (SBR) के तहत अपर लेयर NBFCs की लिस्ट जारी कर दी है. इसमें टाटा कैपिटल लिमिटेड और टाटा संस प्राइवेट लिमिटेड सहित 15 कंपनियां शामिल हैं. आरबीआई के स्केल बेस्ड रेगुलेशन (SBR) 1 अक्टूबर 2022 से लागू हैं. इसके तहत NBFC-UL के रूप में वर्गीकृत होने के तीन साल के भीतर लिस्ट होना जरुरी है.

NBFC: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 16 जनवरी को वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए स्केल बेस्ड रेगूलेशन (SBR) के तहत अपर लेयर में नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों (NBFCs) की अपनी लिस्ट जारी कर दी है, जिसमें टाटा कैपिटल लिमिटेड का भी नाम शामिल किया गया है. अपडेटेड लिस्ट में एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस, बजाज फाइनेंस, श्रीराम फाइनेंस और टाटा संस प्राइवेट लिमिटेड सहित 15 कंपनियां शामिल हैं. हालांकि, स्कोरिंग मैथड के आधार पर अपर लेयर में एनबीएफसी के सभी नियमों को पूरा करने के बावजूद पिरामल एंटरप्राइजेज लिमिटेड को इस लिस्ट से बाहर रखा गया है.
टाटा संस प्राइवेट लिमिटेड को एनबीएफसी-यूएल लिस्ट में शामिल करने से उसके पेंडिंग रजिस्ट्रेशन एप्लिकेशन के रिजल्ट पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, जो फिलहाल आरबीआई के पास अंडर रिव्यू है.
2021 में लागू हुआ था नया फ्रेमवर्क
आरबीआई ने 22 अक्टूबर, 2021 को स्केल-बेस्ड रेगूलेशन फ्रेमवर्क पेश किया था, जो एनबीएफसी को चार लेयरों में बांटता है. इसमें बेसिक लेयर, मीडिल लेयर, अपर लेयर और टॉप लेयर शामिल हैं. यह फ्रेमवर्क एसेट के साइज और स्कोरिंग मेट्रिक्स के आधार पर अपर लेयर में एनबीएफसी की पहचान करने के लिए बनाया गया था.
एक बार एनबीएफसी-यूएल के रूप में क्लासिफाइड होने के बाद, कंपनी को कम से कम पांच सालों के लिए बढ़ी हुई रेगूलेटरी रिक्वायरमेंट का पालन करना आवश्यक होता है.
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टाटा संस को लाना होगा आईपीओ
नमक से लेकर सॉफ्टवेयर बनाने वाली कंपनी टाटा को आरबीआई ने गुरुवार को फिर से उन बड़ी एनबीएफसी में शामिल किया है जिन्हें अनिवार्य रूप से स्टॉक एक्सचेंजों में लिस्ट होना होगा. हालांकि कंपनी का एनबीएफसी के रूप में रजिस्ट्रेशन को रद्द करने का निर्णय अभी आरबीआई के पास पेंडिंग है, जिससे इसे पब्लिक होने से छुट मिलेगी.
आरबीआई के स्केल बेस्ड रेगुलेशन (SBR) के तहत NBFC-UL के रूप में वर्गीकृत होने के बाद तीन साल के अंदर अनिवार्य रूप से लिस्ट किया जाएगा. ये नियम 1 अक्टूबर 2022 से लागू हैं. टाटा संस प्राइवेट लिमिटेड को 30 सितंबर, 2022 को NBFC-UL के रूप में वर्गीकृत किया गया था, इस हिसाब से टाटा संस के 30 सितंबर, 2025 तक लिस्ट होने की उम्मीद है.
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