टैरिफ का साइड इफेक्ट! जयशंकर जा रहे रूस, Rupee-Rouble में ट्रेड और Eurasian FTA पर होगी बात
भारत और रूस के बीच 21 अगस्त को मॉस्को में अहम बैठक होने वाली है. भारत के विदेशी मंत्री एस जयशंकर इसके लिए रूस जा रहे हैं. उनके साथ कॉमर्स मिनिस्ट्री का एक डेलिगेशन भी जाने वाला है. इस दौरान दोनों देशों के बीच रुपये-रूबल में ट्रेड और Eurasian Economic Union के साथ FTA पर चर्चा होनी है.
भारत को रूस के साथ करोबार करने पर धमकाना अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के लिए अब भारी पड़ने लगा है. भारत ने ट्रंप की धमकियों से डरकर रूस के साथ ट्रेड कम करने की जगह अपने कारोबारी रिश्तों को और गहरा करने का फैसला किया है. इसी सिलसिले में जल्द ही भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर रूस की यात्रा पर जाने वाले हैं. दिलचस्प बात यह लगभग इसी दौरान अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल टैरिफ पर बातचीत के लिए भारत आने वाला है.
जयशंकर की इस यात्रा के दौरान भारत और पांच देशों वाले यूरोशियन इकोनॉमिक यूनियन (EEU) के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) को लेकर बातचीत में तेजी आने वाली है. क्योंकि, जयशंकर के साथ कॉमर्स मिनिस्ट्री का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी शामिल जा रहा है. मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक इस बैठक का एजेंडा रुपये-रूबल में व्यापार और FTA वार्ता को आगे बढ़ाना है.
क्या है मीटिंग का फोकस?
रिपोर्ट में बताया गया है कि 21 अगस्त को होने वाली इस मुलाकात के दौरान भारत और रूस अपनी लोकल करेंसी में ट्रेड पर बात करेंगे. Rupee-Rouble Trade Settlement को लेकर दोनों देशों के बीच लंबे समय से चर्चा चल रही है. हालांकि, अभी तक सीधे रुपये-रूबल भुगतान तंत्र पर सहमति नहीं बन पाई है, जिसके चलते भारतीय सरकारी तेल कंपनियों ने यूएई स्थित ट्रेडर्स के जरिये रूसी तेल खरीदती हैं और दिरहम में भुगतान करती हैं.
EEU में कौन-कौन शामिल?
EEU में रूस के अलावा अर्मेनिया, बेलारूस, कजाखस्तान और किर्गिस्तान शामिल हैं. भारत और EEU के बीच FTA पर अनौपचारिक बातचीत पहले से चल रही है. अगर इस बार कोई ब्रेकथ्रू हुआ, तो औपचारिक वार्ता शुरू की जा सकती है. EEU के साथ FTA से भारत को बड़े बाजार तक पहुंच मिलेगी, जिससे फार्मा, इंजीनियरिंग, ऑटो, जेम्स-ज्वेलरी और एग्रीकल्चर एक्सपोर्ट में संभावनाएं बढ़ेंगी. इसके अलावा लोकल करेंसी ट्रेड से डॉलर निर्भरता कम होगी और भुगतान जोखिम घटेगा. वहीं,
रूस के साथ तेल, डिफेंस और टेक्नोलॉजी पार्टनरशिप को मजबूती मिलेगी.
रूस ने क्या कहा?
रूसी विदेश मंत्रालय ने 13 अगस्त को इस संबंध मे बयान जारी कर कहा, “दोनों नेता द्विपक्षीय एजेंडे के अहम मुद्दों और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सहयोग के पहलुओं पर चर्चा करेंगे.”