ट्रंप टैरिफ से भारत की इन कंपनियों पर सीधा असर, फायदे में पाकिस्तान, बांग्लादेश और चीन; लाखों नौकरियों पर भी संकट
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए 50 फीसदी टैरिफ से भारत के गारमेंट, चावल, झींगा, ज्वेलरी, होम टेक्सटाइल और मशीनरी जैसे सेक्टरों को बड़ा झटका लगा है. इन पर भारी टैक्स बोझ से भारतीय कंपनियों की कंपटीशन क्षमता घटेगी और निर्यात महंगा हो जाएगा. इसका सीधा असर लाखों नौकरियों पर पड़ेगा.

Trump Tariff: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए 50 फीसदी टैरिफ 27 अगस्त से लागू हो गए हैं. टैरिफ लगने के कारण अहम सेक्टर सीधे प्रभावित हो सकते हैं जिनमें गारमेंट, चावल, झींगा, होम टेक्सटाइल, ज्वेलरी और मशीनरी जैसे सेक्टर शामिल है, इन कंपनियों की कंपटीशन ताकत अपने कंपटीटर से कम हो रही है. इससे एक्सपोर्ट महंगा होगा और लाखों नौकरियों पर संकट आ सकता है. इसका सबसे ज्यादा असर देश के लेबर बेस्ड सेक्टर को होगा.
गारमेंट और टेक्सटाइल पर सबसे बड़ा झटका
अमेरिका ने भारतीय गारमेंट्स पर टैरिफ 12 फीसदी से बढ़ाकर 62 फीसदी कर दिया है. इसका असर दिल्ली एनसीआर, तिरुपुर, बेंगलुरु और लुधियाना जैसे प्रोडक्शन सेंटर पर सीधा पड़ेगा. अमेरिकी बाजार से भारतीय गारमेंट्स लगभग बाहर हो जाएंगे और ऑर्डर बांग्लादेश व वियतनाम की ओर शिफ्ट होंगे. इसी तरह होम टेक्सटाइल पर भी टैरिफ 59 फीसदी कर दिया गया है जिससे खरीदार दूसरे देशों की ओर जाएंगे.

सीफूड और ज्वेलरी सेक्टर प्रभावित
झींगा एक्सपोर्ट पर अमेरिका ने 60 फीसदी तक टैरिफ लगा दिया है. आंध्र प्रदेश की बड़ी कंपनियों को अब अमेरिकी बाजार में नुकसान उठाना पड़ेगा और यह व्यापार वियतनाम और इक्वाडोर जैसे देशों में चला जाएगा. सोने और चांदी के गहनों पर भी 55 फीसदी टैरिफ लगाया गया है जिससे मुंबई और जयपुर के एसईजेड में रोजगार संकट खड़ा हो सकता है.

डायमंड और मशीनरी एक्सपोर्ट पर असर
अमेरिका ने सूरत और मुंबई से होने वाले डायमंड एक्सपोर्ट पर अब 50 फीसदी टैरिफ लगा दिया है. इससे 12 लाख से अधिक मजदूरों की नौकरियों पर असर पड़ सकता है. वहीं मशीनरी और ऑटो पार्ट्स पर भी टैरिफ 50 फीसदी तक बढ़ा दिया गया है जिससे पंजाब, पुणे और तमिलनाडु जैसे क्लस्टर्स पर दबाव पड़ेगा.
सेक्टर | नया टैरिफ | प्रमुख प्रभावित कंपनियां | निर्यात FY 2024-25 (बिलियन डॉलर) | असर | आउटलुक |
---|---|---|---|---|---|
चावल | 61% | Daawat Foods, LT Foods, Nature Bio-Foods | 0.4 | पाकिस्तान को फायदा, अमेरिका खुद नॉन-बासमती बढ़ाएगा | नकारात्मक |
गारमेंट्स | 62% | Shahi Exports, Richa Global, Eastman Exports | 3.4 | भारतीय कपड़े अमेरिकी बाजार से बाहर, ऑर्डर बांग्लादेश व वियतनाम को | नकारात्मक |
झींगा (Shrimp) | 60% | Devi Fisheries, Devi Sea Foods, Kader Exports | 2.0 | निर्यात अव्यवहारिक, वियतनाम व इक्वाडोर को फायदा | नकारात्मक |
होम टेक्सटाइल | 59% | Indo Count, Welspun, TCT Linens | 3.0 | खरीदार दूसरे देशों की ओर, चीन हावी रहेगा | नकारात्मक |
ज्वेलरी (Gold-Silver) | 55.8% | Titan, KBS Creations, Gold Star Jewellery | 3.6 | मुंबई व जयपुर SEZ पर बंदी का खतरा, रोजगार पर असर | नकारात्मक |
कालीन | 52.9% | Devgiri Exports, Parvez Carpets | 1.2 | अमेरिकी बाजार का हिस्सा तुर्की व वियतनाम ले सकते हैं | नकारात्मक |
मशीनरी व पार्ट्स | 51.3% | Bharat Forge, ZF Wind Power, Interglobe Aviation | 6.7 | लुधियाना-पुणे क्लस्टर पर झटका, चीन-मेक्सिको को मौका | नकारात्मक |
ऑटो पार्ट्स | 26–51% | Danblock, Dana Anand, Super Auto Forge | 6.4 | प्रतिस्पर्धा कमजोर, निर्यात घटने का डर | मध्यम नकारात्मक |
डायमंड (Cut & Polished) | 50% | Shree Ramkrishna Exports, Kiran Gems, Gia India | 4.9 | सूरत के 12 लाख मजदूर प्रभावित, ऑर्डर कैंसल का खतरा | नकारात्मक |
सोलर पैनल्स | 50% | Mundra Solar PV, Waaree Energies, FS India Solar | 1.1 | अमेरिका अब चीन व वियतनाम से सीधे खरीदेगा | नकारात्मक |
पेट्रोकेमिकल्स | 6.9% (अपरिवर्तित) | Reliance, Nayara Energy, IndianOil | 4.1 | टैरिफ स्थिर पर रूस लिंक की वजह से ठुकराव का रिस्क | मध्यम नकारात्मक |
स्मार्टफोन | 0% (अपरिवर्तित) | Foxconn, Pegatron, Tata Electronics | 10.6 | स्थिर मांग, कोई असर नहीं | न्यूट्रल |
फार्मास्यूटिकल्स | 0% (अपरिवर्तित) | Zydus, Aurobindo Pharma, Dr Reddy’s | स्थिर | अमेरिकी बाजार यथावत | न्यूट्रल |
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कौन से सेक्टर सुरक्षित
स्मार्टफोन और दवाइयों पर अमेरिका ने कोई नया टैरिफ नहीं लगाया है. तमिलनाडु और कर्नाटक के मोबाइल उत्पादन हब पहले की तरह अमेरिकी बाजार में सप्लाई कर पाएंगे. इसी तरह दवा कंपनियां भी अमेरिका में अपनी स्थिति बनाए रखेंगी. लेकिन अमेरिकी टैरिफ से भारत का मैन्युफैक्चरिंग और लेबर बेस्ड एक्सपोर्ट सबसे ज्यादा प्रभावित होगा. गारमेंट, झींगा, ज्वेलरी और डायमंड जैसे सेक्टर पर बड़ा खतरा है.
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